मधुबनी चित्रकला | 18 Feb 2025

चर्चा में क्यों?

यूरोपीय देश की दो दिवसीय यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री ने फ्राँस में अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे डी वेंस के बच्चों को भारतीय लोक कला पर आधारित एक लकड़ी का रेलवे खिलौना सेट और एक जिग्सॉ पहेली उपहार में दीं।

मुख्य बिंदु

  • उपहारों के बारे में
    • लकड़ी का रेलवे खिलौना: 
      • प्राकृतिक लकड़ी से तैयार और पर्यावरण के अनुकूल वनस्पति रंगों से रंगा गया यह खिलौना बच्चों की सुरक्षा और पर्यावरण के प्रति जागरूकता सुनिश्चित करता है। इस लकड़ी के रेलवे खिलौने को "एक कालातीत क्लासिक" बताया गया, जो पुरानी यादों को स्थिरता के साथ जोड़ता है।
    • जिग्सॉ पहेली: 
      • इसमें पश्चिम बंगाल की कालीघाट कला, संथाल जनजाति की संथाल पेंटिंग और बिहार की मधुबनी पेंटिंग जैसी विभिन्न लोक चित्रकला शैलियों को शामिल करके भारत की समृद्ध कला विरासत को दर्शाया गया है।
    • लकड़ी का वर्णमाला सेट: 
      • यह एक टिकाऊ, सुरक्षित और आकर्षक शिक्षण उपकरण है, जो कौशल और संज्ञानात्मक क्षमताओं को बढ़ाता है।

मधुबनी कला 

  • उत्पत्ति: मधुबनी चित्रकला की उत्पत्ति बिहार के मिथिला क्षेत्र में हुई है।
    • यह चित्रकला सबसे प्राचीन और सबसे प्रसिद्ध भारतीय कला रूपों में से एक है, जिसका नेपाल में भी अभ्यास किया जाता है।
    • मधुबनी कला के निशान भारतीय महाकाव्य रामायण में भी देखे जा सकते हैं।
    • इसे मिथिला या मधुबनी कला के नाम से भी जाना जाता है।
  • विशेषताएँ: ये चित्र अपने आदिवासी रूपांकनों और चमकीले मिट्टी के रंगों के उपयोग के कारण लोकप्रिय हैं।
    • परंपरागत रूप से गाँव की महिलाएँ अपनी भावनाओं, आशाओं और विचारों के प्रदर्शन के रूप में अपने घरों की दीवारों पर ये चित्र बनाती थीं।
    • आज मांग को पूरा करने के लिये पुरुष भी इसमें शामिल हो गए हैं।
  • शैली: इसमें ज्यामितीय पैटर्न, पुष्प, पशु और पक्षी रूपांकन शामिल हैं।
  • रंग: चित्रों में इस्तेमाल किये जाने वाले रंग पौधों और अन्य प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त प्राकृतिक अर्क से बने होते हैं। उदाहरण के लिये: काला रंग गाय के गोबर में कालिख मिलाकर बनाया जाता है; नीला रंग नील से; सफेद रंग चावल के पाउडर से; नारंगी रंग पलाश के फूलों से बनाया जाता है, आदि।