मध्य प्रदेश
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025
- 27 Feb 2025
- 3 min read
चर्चा में क्यों?
मध्य प्रदेश के भोपाल में 24-25 फरवरी, 2025 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) 2025 का आयोजन किया गया। जिसमें कुल 30 लाख 77 हज़ार करोड़ रुपए के समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर हुए।
मुख्य बिंदु
- GIS के बारे में:
- यह दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट भोपाल के राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित की गई।
- मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की एक ऐतिहासिक पहल बताया।
- थीम: इस वर्ष समिट की थीम थी 'अनंत संभावनाएँ'।
- केन्द्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री ने वर्ष 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने और 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य का उल्लेख किया।
- उद्देश्य:
- इस समिट का उद्देश्य मध्य प्रदेश में निवेश को आकर्षित करना और रोज़गार के अवसर बढ़ाना है।
- इस समिट के जरिये विज्ञान, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे कई क्षेत्रों में निवेश किया जाएगा।
- सहभागिता और निवेश:
- सम्मेलन में 25,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए।
- 60 से अधिक देशों से 100 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- 9 देशों ने पार्टनर कंट्री के रूप में योगदान दिया, जिनमें कनाडा, जर्मनी, इटली, जापान, मोरक्को, पोलैंड, रूस, रवांडा और यूनाइटेड किंगडम शामिल थे।
- कुल 30 लाख 77 हजार करोड़ रुपए के एमओयू साइन हुए, जो मध्य प्रदेश में बड़े और सहायक उद्योगों की स्थापना में मदद करेंगे।
- इससे राज्य में रोजगार, विकास और औद्योगिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
- वन-टू-वन चर्चा और बीटूबी मीटिंग्स:
- सम्मेलन के दौरान 70 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों और संगठनों के साथ वन-टू-वन मीटिंग्स आयोजित की गईं, जिसमें कई प्रतिष्ठित कंपनियों और प्रतिनिधिमंडलों के साथ चर्चा की गई।
- 600 से अधिक बीटूजी और 5,000 से ज्यादा बीटूबी बैठकें आयोजित की गईं।
- इस सम्मेलन में पहली बार AI आधारित बिजनेस मैचमेकिंग टूल का उपयोग किया गया, जिससे सही साझेदारों को जोड़ने में मदद मिली।