रायपुर में हाथियों की करंट लगने से मौत | 06 Nov 2024
चर्चा में क्यों?
छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने रायगढ़ ज़िले में तीन हाथियों की करंट लगने से हुई मौत के मामले में लापरवाही के लिये राज्य के ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी है।
मुख्य बिंदु
- न्यायालय का निर्णय:
- खंडपीठ ने ऊर्जा विभाग को घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करते हुए शपथ-पत्र प्रस्तुत करने का आदेश दिया। अधिकारियों को रायगढ़ के घरघोड़ा वन रेंज में हाथियों की मृत्यु से संबंधित परिस्थितियों का विवरण देने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिये निवारक उपायों की योजना बनाने के लिये निर्देशित किया गया।
- प्रारंभिक जाँचा द्वारा स्पष्ट होता है कि वन विभाग के कर्मचारियों ने स्थानीय विद्युत विभाग को खतरनाक रूप से कम ऊँचाई वाली 11 kV ट्रांसमिशन लाइन के बारे में बार-बार चेतावनी दी थी।
- हालाँकि, इस समस्या के समाधान के लिये कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके परिणामस्वरूप अंततः हाथियों की मौत हो गई।
- वन्यजीव सुरक्षा पर ज़ोर:
- मामले को स्वतः संज्ञान में लेते हुए, न्यायालय ने वन्यजीव सुरक्षा और संरक्षण के महत्त्व पर ज़ोर दिया तथा वन्यजीवों के निवास वाले क्षेत्रों में ज़िम्मेदार प्रबंधन की आवश्यकता को रेखांकित किया।
- छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत:
- राज्य वन विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में पिछले छह वर्षों में विभिन्न कारणों से 70 से अधिक हाथियों की मौत हुई है, जिनमें से वर्ष 2024 में 13 की मौत करंट लगने के कारण हुई है।