महाकुंभ 2025 में ड्रोन शो | 31 Dec 2024

चर्चा में क्यों?

उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 के दौरान एक ड्रोन शो आयोजित करने की योजना बना रही है, जिसमें महाकुंभ और प्रयागराज से संबंधित पौराणिक कथाओं को दर्शाया जाएगा।

मुख्य बिंदु

  • ड्रोन शो की मुख्य विशेषताएँ:
    • 2,000 प्रकाशित ड्रोनों का एक बेड़ा 'प्रयाग महात्म्यम' और महाकुंभ की पौराणिक कथाओं का वर्णन करेगा।
    • पौराणिक समुद्र मंथन (Ocean Churning) और अमृत कलश (Nectar Pot) के उद्भव जैसी ऐतिहासिक घटनाओं को दृश्यात्मक रूप से पुनः प्रस्तुत किया जाएगा।
  • उद्देश्य:
    • इस शो का उद्देश्य प्रयागराज के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्त्व को उजागर करना है तथा तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करना है।
  • महाकुंभ की तैयारियाँ:
    • प्रत्येक बारह वर्ष में आयोजित होने वाला यह महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा।
    • राज्य सरकार प्रयागराज में मंदिरों, गंगा घाटों, पार्कों, सड़कों और फ्लाईओवरों के विकास और सौंदर्यीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
    • मुख्यमंत्री ने तैयारियों की प्रगति का निरीक्षण करने के लिये प्रयागराज का कई बार दौरा किया है।

कुंभ मेला

  • यह धरती पर तीर्थयात्रियों का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण समागम है, जिसके दौरान प्रतिभागी पवित्र नदी में स्नान या डुबकी लगाते हैं। यह समागम 4 अलग-अलग जगहों पर होता है अर्थात्- 
    • हरिद्वार में, गंगा के तट पर। 
    • उज्जैन में, शिप्रा के तट पर। 
    • नासिक में, गोदावरी (दक्षिण गंगा) के तट पर। 
    • प्रयागराज में, गंगा, यमुना और पौराणिक अदृश्य सरस्वती के संगम पर। 
  • कुंभ के विभिन्न प्रकार: 
    • कुंभ मेला 12 वर्षों में 4 बार  मनाया जाता है।
    • हरिद्वार और प्रयागराज में, अर्द्ध-कुंभ मेला हर 6 वें वर्ष आयोजित किया जाता है। 
    • महाकुंभ मेला 144 वर्षों (12 'पूर्ण कुंभ मेलों' के बाद) के बाद प्रयाग में मनाया जाता है। 
    • प्रयागराज में हर साल माघ (जनवरी-फरवरी) महीने में माघ कुंभ मनाया जाता है।