एमपोक्स के लिये ज़िला अलगाव सुविधाएँ | 24 Aug 2024

चर्चा में क्यों?

हाल ही में हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने सभी ज़िलों को एमपॉक्स (Mpox) के प्रति अत्यधिक सतर्क रहने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को शिक्षित करने और संदिग्ध खसरे के मामलों की जाँच करने के महत्त्व पर ज़ोर दिया।

मुख्य बिंदु

    • यह जाँच राष्ट्रीय AIDS नियंत्रण संगठन (NACO) द्वारा पुरुषों और महिला सेक्स वर्कर के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों के लिये चिह्नित स्थानों पर केंद्रित निगरानी के माध्यम से की जाएगी, साथ ही त्वचाविज्ञान क्लीनिकों, एसटीडी क्लीनिकों, चिकित्सा और बाल चिकित्सा बाह्य रोगी विभागों में अस्पताल आधारित निगरानी के माध्यम से भी की जाएगी।
    • विभाग ने सभी ज़िलों को आइसोलेशन सुविधाओं की पहचान करने और प्रभावी रोगी प्रबंधन के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त करने की सलाह दी है।
    • सभी अस्पतालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है तथा यदि उन्हें कोई संदिग्ध मामला मिलता है तो उन्हें एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) इकाई को सूचित करना होगा।
    • संक्रमित व्यक्तियों के लिये ऊष्मायन अवधि सामान्यतः 7 से 14 दिन की होती है, लेकिन यह 5 से 21 दिन तक भी हो सकती है तथा इस अवधि के दौरान रोगी आमतौर पर संक्रामक होता है।

    एमपॉक्स (Mpox)

    • एमपॉक्स, जिसे मंकीपॉक्स के नाम से भी जाना जाता है, एक डीएनए वायरस है। यह पोक्सविरिडे परिवार से संबंधित है, जिसमें बड़े, डबल-स्ट्रैंडेड डीएनए वायरस होते हैं।
      • इस वायरस की पहचान सबसे पहले वर्ष 1958 में बंदरों में हुई थी, लेकिन अब यह मनुष्यों को भी संक्रमित करता पाया गया है।
    • संक्रमण: एमपॉक्स मुख्य रूप से जानवरों, विशेष रूप से कृन्तकों और प्राइमेट्स से सीधे संपर्क या दूषित वस्तुओं के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है।
    • लक्षण: मनुष्यों में एमपॉक्स संक्रमण आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और एक विशिष्ट दाने के साथ प्रकट होता है जो मैक्यूल से पपल्स तथा फिर पुटिकाओं तथा फुंसियों में बदल जाता है।
    • टीकाकरण: एमपॉक्स के लिये एक टीका मौजूद है, लेकिन इसकी उपलब्धता और प्रभावशीलता सीमित है, जो बेहतर रोकथाम एवं नियंत्रण उपायों की आवश्यकता को उजागर करता है।

    राष्ट्रीय AIDSनियंत्रण संगठन (NACO)

    • यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का एक प्रभाग है जो 35 HIV/AIDS  रोकथाम एवं नियंत्रण सोसायटियों के माध्यम से भारत में एचआईवी/एड्स नियंत्रण कार्यक्रम को नेतृत्व प्रदान करता है।
    • NACO ने देश में HIV/AIDS के प्रसार को काफी हद तक कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है और वह भी वैश्विक दरों की तुलना में अधिक तेज़ी से।