केंद्र ने सोयाबीन खरीद की समयसीमा बढ़ाई | 22 Jan 2025
चर्चा में क्यों?
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने महाराष्ट्र, राजस्थान और तेलंगाना से सोयाबीन की खरीद की समयसीमा बढ़ाने का निर्णय किया है।
मुख्य बिंदु
- सोयाबीन खरीद की समय सीमा बढ़ाई गई:
- सभी राज्यों में सोयाबीन की कुल खरीद 13.68 लाख टन तक पहुँच गई है, जबकि लक्ष्य 33.60 लाख टन का था।
- मंत्रालय ने खरीद में कमी के लिये राज्य सरकारों को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि खरीद व्यवस्था करने की ज़िम्मेदारी राज्य सरकारों की है।
- कृषि मुद्दों पर समीक्षा बैठक:
- कृषि मंत्री ने कृषि से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के लिये वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
- विषयों में कृषि उपज प्रबंधन, कृषि उत्पादों का विपणन, आयात-निर्यात गतिशीलता और मौसम की स्थिति शामिल थे।
- उन्होंने कृषि चुनौतियों के समाधान के लिये राज्य कृषि मंत्रियों के साथ समय-समय पर बैठकें आयोजित करने पर ज़ोर दिया।
सोयाबीन की फसल
- सोयाबीन भारत में खरीफ की फसल है।
- सोयाबीन (ग्लाइसिन मैक्स) विश्व की सबसे महत्त्वपूर्ण बीज फली है, जो वैश्विक खाद्य तेल में 25% का योगदान देती है, पशुधन आहार के लिये विश्व प्रोटीन सांद्रण का लगभग दो तिहाई है तथा मुर्गी और मछली के लिये तैयार आहार में एक मूल्यवान घटक है।
- यह मुख्य रूप से वर्टिसोल और संबद्ध मृदा में वर्षा आधारित फसल के रूप में उगाया जाता है, जहाँ फसल के मौसम में औसत वर्षा 900 मिमी. होती है।
- भारत में प्रमुख उत्पादक राज्य: मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक।