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मध्य प्रदेश

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023: स्वच्छता में भोपाल 5वें स्थान पर

  • 25 Jan 2024
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

वर्ष 2022 में छठे स्थान से आगे बढ़ते हुए, भोपाल अब 1 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में 5वाँ सबसे स्वच्छ शहर है। भोपाल को 5-स्टार अपशिष्ट मुक्त शहर (GFC) रेटिंग से भी सम्मानित किया गया है, जिससे यह देश में राज्य की सबसे स्वच्छ राजधानी बन गया है।

  • इसके अतिरिक्त, भोपाल सबसे स्वच्छ दस लाख से अधिक आबादी के शहरों में 5वें स्थान पर है।

मुख्य बिंदु:

  • अपशिष्ट के प्रभावी प्रसंस्करण और निपटान को सुनिश्चित करने के लिये भोपाल के सभी 12 ट्रांसफर स्टेशनों पर एक सुव्यवस्थित पृथक्करण प्रणाली लागू की गई है। फिलहाल शहर में 6 मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (MRF) हैं।
  • भानपुर डंपसाइट का हरित क्षेत्र में परिवर्तन स्थायी शहरी नियोजन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
  • भोपाल नगर निगम पारंपरिक अपशिष्ट उपचार से आगे बढ़ गया है और खतरनाक अपशिष्ट को ईंधन के मूल्यवान स्रोत के रूप में उपयोग करता है।
    • शहर ने हज़ारगो इंडस्ट्री पीथमपुर के साथ सहयोग किया है, जिससे घरों, कार्यालयों और कारखानों से निकलने वाले खतरनाक अपशिष्ट को वैज्ञानिक रूप से प्रबंधित करने के लिये यहाँ पहले प्री-प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना हुई है।
    • जैव-चिकित्सा अपशिष्ट को प्रभावी ढंग से संसाधित करने के लिये शहर में एक सामान्य जैव-चिकित्सा अपशिष्ट उपचार सुविधा (CBMWTF) स्थापित की गई है।
      • यह सुविधा आसपास के क्षेत्रों में विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं से चिकित्सा अपशिष्ट के व्यापक प्रबंधन, परिवहन, भंडारण और उपचार की देखरेख करती है।
  • चल रही परियोजनाओं के हिस्से के रूप में, नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (NTPC) ने 400 टन प्रतिदिन (TPD) सूखे नगरपालिका ठोस अपशिष्ट से टोररिफाइड चारकोल संयंत्र की स्थापना के लिये BMC के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। उत्पादित टार्फाइड चारकोल का उपयोग NTPC के ताप विद्युत संयंत्रों में उप-उत्पाद के रूप में किया जाएगा। 
  • आगे बढ़ते हुए भोपाल MC ने अपशिष्ट-मुक्त शहर की दिशा में अपनी आगे की यात्रा जारी रखने की योजना बनाई है, ताकि दूसरों के लिये अनुसरण करने हेतु मानक स्थापित किये जा सकें।

स्वच्छ सर्वेक्षण

  • परिचय: 
    • MoHUA द्वारा वर्ष 2016 से आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण, विश्व का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता और सफाई सर्वेक्षण है।
      • यह नागरिकों को सेवा वितरण में सुधार लाने और शहर को स्वच्छ बनाने की दिशा में कस्बों तथा शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा की भावना को बढ़ावा देने में सहायक रहा है।
  • वर्ष 2023 के स्वच्छ सर्वेक्षण की कुछ मुख्य विशेषताएँ :
    • राज्य स्वच्छता रैंकिंग में मध्य प्रदेश ने दूसरा स्थान हासिल किया।
    • निम्न प्रदर्शन वाले पाँच राज्य: अरुणाचल प्रदेश, मिज़ोरम, राजस्थान, नगालैंड तथा त्रिपुरा को स्वच्छता में निम्न प्रदर्शन वाले पाँच राज्यों के रूप में स्थान दिया गया।
    • स्वच्छता कर्मचारियों के लिये सर्वोत्तम सुरक्षा मानकों वाले शहर के लिये चंडीगढ़ को सफाईमित्र सुरक्षित शहर पुरस्कार प्रदान किया गया।
    • वाराणसी को सबसे स्वच्छ गंगा शहर के रूप में मान्यता दी गई।
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