Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 9 अगस्त, 2023
विश्व आदिवासी दिवस 2023
- दिसंबर 1994 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाए गए एक प्रस्ताव के अनुसार, विश्व भर के स्वदेशी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस, जिसे विश्व आदिवासी दिवस (World Tribal Day) भी कहा जाता है, प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को मनाया जाता है।
- यह दिवस वर्ष 1982 में स्वदेशी आबादी पर मानवाधिकार कार्य समूह के संवर्द्धन और संरक्षण पर संयुक्त राष्ट्र उप-आयोग की उद्घाटन बैठक के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसमें विश्व भर में स्वदेशी आबादी के अधिकारों को बढ़ावा देने तथा उनके संरक्षण के महत्त्व पर प्रकाश डाला गया है।
- वर्ष 2023 में विश्व आदिवासी दिवस का विषय "इंडीजेनस यूथ ऐज़ एजेंट ऑफ चेंज फॉर सेल्फ-डिटरमीनेशन" है।
- इस दिवस का विशेष महत्त्व है क्योंकि स्वदेशी लोग अक्सर समाज में सबसे वंचित नस्लीय और जातीय समूहों में से एक होते हैं।
- संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि स्वदेशी लोगों की आबादी वैश्विक आबादी के 5% से भी कम है, फिर भी विश्व के सबसे गरीब लोगों में इनकी हिस्सेदारी के 15% है।
भारत छोड़ो आंदोलन दिवस 2023
- भारत छोड़ो आंदोलन, जिसे अगस्त आंदोलन या भारत छोड़ो आंदोलन के नाम से भी जाना जाता है, भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन को समाप्त करने और पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करने के उद्देश्य से 8 अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी द्वारा शुरू किया गया, जो भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस द्वारा समर्थित एक महत्त्वपूर्ण नागरिक अवज्ञा आंदोलन था। .
- वर्ष 2023 में भारत छोड़ो आंदोलन की 81वीं वर्षगाँठ है।
- इस दिन 8 अगस्त, 1942 को गांधी ने गोवालिया टैंक मैदान में, जो कि अब अगस्त क्रांति मैदान के नाम से प्रसिद्ध है, प्रसिद्ध "करो या मरो" का नारा दिया था।
- 'भारत छोड़ो' का नारा यूसुफ मेहरअली द्वारा दिया गया था, जो एक समाजवादी और ट्रेड यूनियनवादी थे, जिन्होंने मुंबई के मेयर के रूप में भी कार्य किया था।
- मेहरअली ने "साइमन गो बैक" का नारा भी दिया था।
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ई-अटेंडेंस के माध्यम से मनरेगा में बढ़ी पारदर्शिता
हाल ही में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्रालय (Union Ministry of State for Rural Development) ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना (Mahatma Gandhi National Rural Employment Guarantee Scheme) में ई-अटेंडेंस (E-Attendance) पर बहुमूल्य जानकारी प्रदान की।
- विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में योजना के कार्यान्वयन में पारदर्शिता बढ़ाने के लिये नेशनल मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम (National Mobile Monitoring System- NMMS) एप के उपयोग की आवश्यकता हेतु एक जनादेश सुनिश्चित किया गया है।
- यह एप व्यक्तिगत लाभार्थी कार्यों को छोड़कर, योजना की गतिविधियों में लगे श्रमिकों की जियो-टैग (जिस पर समय का उल्लेख भी हो) वाली दो तस्वीरों के साथ उपस्थिति दर्ज करता है।
- ऑफलाइन मोड सुबह की उपस्थिति (Morning Attendance) और तस्वीरों को कैप्चर करने में सक्षम बनाता है, बाद में नेटवर्क कनेक्शन उपलब्ध होने पर अपलोड करता है।
- 1 जनवरी, 2023 से प्रभावी यह आवश्यकता न केवल कार्यक्रम की नागरिक निगरानी को बढ़ावा देती है बल्कि भुगतान प्रसंस्करण में भी तेज़ी लाती है।
- उपस्थिति और फोटो रिकॉर्ड करने की ज़िम्मेदारी कार्यस्थल पर पर्यवेक्षकों की है, जो इस उद्देश्य के लिये NMMS एप का उपयोग करते हैं।
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महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम (मनरेगा)
भारत के रक्षा मंत्रालय ने उन्नत साइबर सुरक्षा हेतु 'माया' OS को अपनाया
भारत के रक्षा मंत्रालय ने इंटरनेट से जुड़े कंप्यूटरों पर माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) को ओपन-सोर्स उबंटू (Ubuntu) पर आधारित स्थानीय रूप से विकसित माया नामक एक नए OS से बदलने का फैसला किया है।
- माया (Maya) में परिवर्तन का उद्देश्य उपयोगकर्त्ता को बाधित किये बिना सुरक्षा को मज़बूत करना है, क्योंकि यह विंडोज़ के समान इंटरफेस और कार्यक्षमता प्रदान करता है।
- यह कदम साइबर हमलों की बढ़ती घटनाओं के कारण उठाया गया है।
- माया के कार्यान्वयन के साथ-साथ इन प्रणालियों को मज़बूत करने के लिये एक व्यापक 'अंतः बिंदु पहचान और सुरक्षा प्रणाली,' चक्रव्यूह भी पेश किया जा रहा है।
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