‘चांग ई-5’ मिशन: चीन
प्रिलिम्स के लिये‘चांग ई-5’ मिशन, आर्टेमिस मिशन, चंद्रयान-3 मेन्स के लियेअंतरिक्ष के क्षेत्र में चीन के विभिन्न मिशन |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में, चीन ने चंद्रमा की सतह से चट्टानों और मलबों के नमूने लाने के लिये रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट ‘चांग ई-5’(Chang'e-5) को लॉन्च किया है। यह चीनी अंतरिक्ष यान करीब 4 दशक के बाद पहली बार चंद्रमा की सतह से नमूने लेकर वापस पृथ्वी पर आएगा।
प्रमुख बिंदु
- ऐसा आखिरी मिशन वर्ष 1976 में सोवियत संघ का लूना-24 था।
चांग ई-5
- चीन ने दक्षिणी हैनान प्रांत (Hainan province) स्थित वेनचांग अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण स्थल (Wenchang Space Launch Center) से स्पेसक्राफ्ट ‘चांग ई-5’ (Chang'e-5) को ‘लांग मार्च-5 रॉकेट’ (Long March- 5 rocket) की सहायता से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया है।
- ‘चांग ई-5’ मिशन सफल होने पर चीन चंद्रमा से नमूने लाने वाला दुनिया का तीसरा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका और सोवियत संघ चंद्रमा से नमूने लाने के लिये अंतरिक्ष यात्री भेज चुके हैं।
- ‘चांग ई-5’ मिशन के माध्यम से चंद्रमा की उत्पत्ति एवं निर्माण के बारे में समझने में और अधिक मदद मिलेगी।
चीन के चंद्र मिशन:
- वर्ष 2013 में, चीन ने पहली बार अपना मिशन चंद्रमा की धरती पर उतारा।
- जनवरी 2019 में, ‘चांग ई-4’ मिशन चंद्रमा की दूसरी ओर की सतह (डार्क साइड) पर लैंड कराने के लिये भेजा गया ताकि चंद्रमा के अज्ञात क्षेत्रों का भी पता लगाया जा सके ।
- ‘चांग-ई’ चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन द्वारा शुरू की गई चंद्र जाँच की एक श्रृंखला है।
चीन के अन्य अंतरिक्ष योजनाएँ:
- वर्ष 2022 तक चीन स्थायी मानवयुक्त अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण करने वाला है।
- आगामी दशक में चीन चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र में मानव रहित अन्वेषण करने के लिए एक रोबोट बेस स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई है।
- इसे चांग ई-6, 7 और 8 मिशनों के माध्यम से विकसित किया जाना है।
चंद्रमा के लिये अन्य महत्त्वपूर्ण मिशन:
- इसरो का चंद्रयान-3 मिशन।
- नासा (Artemis Mission by National Aeronautics and Space Administration ) का आर्टेमिस मिशन (Artemis Mission)।