कैच द रेन: राष्ट्रीय जल मिशन
चर्चा में क्यों?
हाल ही में राष्ट्रीय जल मिशन (National Water Mission-NWM), जल शक्ति मंत्रालय (Ministry of Jal Shakti) ने नेहरू युवा केंद्र संगठन (Nehru Yuva Kendra Sangathan-NYKS), युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (Ministry of Youth Affairs and Sports) के सहयोग से “कैच द रेन” (Catch the Rain) नामक जागरूकता अभियान की शुरुआत की है।
प्रमुख बिंदु
- टैग लाइन : "बारिश के पानी का संरक्षण, जहाँ भी संभव हो, जैसे भी संभव हो"।
उद्देश्य:
- सभी स्थितियों के आधार पर जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल बारिश के पानी को संग्रहीत करने के लिये वर्षा जल संचयन संरचना (Rain Water Harvesting Structures- RWHS) का निर्माण करना।
- अभियान के कार्यान्वयन के लिये प्रभावी प्रचार और सूचना, शिक्षा, संचार (Information, Education and Communication- IEC) गतिविधियों के माध्यम से ज़मीनी स्तर पर लोगों को शामिल करना।
गतिविधियाँ:
- वाटर हार्वेस्टिंग हेतु गड्ढे बनाना, छत पर RWHS का निर्माण करना और चैकडैम बनाने के लिये प्रोत्साहित करना।
- संचयन की भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिये अतिक्रमणों और टैंकों की सिल्ट को हटाना।
- पानी के उन चैनलों में से अवरोधों को हटाना जो जलग्रहण क्षेत्रों से पानी की आपूर्ति करते हैं।
- जल को वापस लाने के लिये पारंपरिक जल संचयन संरचनाओं जैसेकि, छोटे कुएँ और गहरे बड़े कुओं की मरम्मत करना।
- जल शक्ति अभियान-II की तैयारी के एक हिस्से के रूप में नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) दिसंबर 2020 से मार्च 2021 तक देश के 623 ज़िलों में विभिन्न IEC गतिविधियों के माध्यम से 'कैच द रेन' जागरूकता अभियान का आयोजन करेगा।
- IEC गतिविधियों में शैक्षिक और प्रेरणादायक कार्यक्रम, जन जागरूकता अभियान, दीवार लेखन, बैनर और ई-बैनर निर्माण सहित अनेक गतिविधियाँ शामिल होंगी।
- राज्यों से प्रत्येक ज़िले में रेन सेंटर खोलने का अनुरोध किया गया है, जो सभी के लिये एक तकनीकी मार्गदर्शन केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
महत्त्व:
- जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन पर ध्यान देने की आवश्यकता पर ज़ोर देने से युवा जल के महत्त्व को समझ सकेंगे।
- जल संरक्षण के मुद्दे को सर्वोच्च प्राथमिकता जल प्रबंधन के लिये एक एकीकृत दृष्टिकोण को अपनाने की और अग्रसारित करेगी।
- "शून्य अथवा केवल सीमित पानी को परिसर से बाहर निकालने" का विचार मिट्टी की नमी और भूजल स्तर में सुधार करने में मदद करेगा।
- शहरी क्षेत्रों में यह सड़कों पर होने वाले जल भराव जोकि सडकों को छति पहुँचाता है को कम करेगा तथा शहरी बाढ़ को रोकने में सहायक होगा।
जल संरक्षण हेतु उठाए गए कदम
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम (MGNREGA):
- इसका उद्देश्य भूजल संचयन में सुधार, जल संरक्षण और भंडारण तंत्र का निर्माण करना है तथा इसने सरकार को अधिनियम के तहत परियोजना के रूप में जल संरक्षण की शुरुआत करने में सक्षम बनाया है।
- यह ब्लॉक-स्तरीय जल संरक्षण योजनाओं के माध्यम से गाँवों और शहरों में क्रांति लाने के लिये किया गया एक सक्रिय प्रयास है।
- उदाहरण के लिये इसके तहत शुरू की गई जल ग्राम योजना का उद्देश्य जल संरक्षण और परिरक्षण हेतु जल की कमी वाले क्षेत्रों में दो मॉडल गाँवों को विकसित करना है।
राष्ट्रीय जल मिशन:
- इसका उद्देश्य एकीकृत जल संसाधन विकास और प्रबंधन के माध्यम से जल का संरक्षण करना, अपव्यय को कम करना और राज्यों के बाहर तथा भीतर जल का अधिक समान वितरण सुनिश्चित करना है।
नीति आयोग का समग्र जल प्रबंधन सूचकांक:
- इसका उद्देश्य जल के प्रभावी उपयोग के लक्ष्य को प्राप्त करना है।
जल शक्ति मंत्रालय तथा जल जीवन मिशन:
- जल शक्ति मंत्रालय का गठन जल के मुद्दों से समग्र रूप से निपटने के लिये किया गया था।
- जल जीवन मिशन का लक्ष्य वर्ष 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में पाइप द्वारा जलापूर्ति सुनिश्चित है।
- यह जल उपयोगकर्त्ता संघों, जल बजट, ग्राम-पंचायत-वार जल सुरक्षा योजनाओं की तैयारी और कार्यान्वयन के माध्यम से सामुदायिक भागीदारी के साथ भूजल के स्थायी प्रबंधन हेतु केंद्रीय क्षेत्र की योजना है।
- इसकी शुरुआत जुलाई 2019 में देश में जल संरक्षण और जल सुरक्षा के लिये एक अभियान के रूप में की गई।
- इस पुरस्कार का आयोजन जल संसाधन, नदी विकास और गंगा कायाकल्प विभाग, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
- यह देश भर में व्यक्तियों और संगठनों द्वारा किये गए अच्छे कार्यों एवं प्रयासों तथा जल समृद्ध भारत के लिये सरकार के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करता है।