डेली फ्री मेन्स आंसर राइटिंग प्रोग्राम
हमारे डेली फ्री मेन्स आंसर राइटिंग प्रोग्राम (Daily Free Mains Answer Writing Program) के साथ आप UPSC सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की तैयारी प्रभावी ढंग से कर सकते हैं, इसे UPSC अभ्यर्थियों की मांगों को पूरा करने के लिये विशिष्ट रूप से तैयार किया गया है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत प्रतिदिन UPSC-मानक स्तर के दो प्रश्न प्रदान किये जा रहे हैं, जिन्हें परीक्षा के नवीनतम ट्रेंड्स को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया जाता है।
प्रत्येक प्रश्न को स्टैटिक विषय एवं समसामयिक घटनाक्रम (current affairs) के साथ एकीकृत करके तैयार किया गया है, जिससे अभ्यर्थियों को पाठ्यक्रम के अनुकूल समुचित अध्ययन में सहायता मिलती है। उत्तर के संबंध में आपकी सहायता हेतु हम विस्तृत मॉडल उत्तर/संदर्भ सामग्री भी प्रदान करते हैं, जो आपके उत्तर लेखन को संरचित करने एवं उच्च अंक प्राप्त करने में सहायक होगी।
इस प्रोग्राम के अंतर्गत हम आपको आपके द्वारा सबमिट किये उत्तरों का फ्री मूल्यांकन भी प्रदान करते हैं। अतः अभ्यर्थी अपने उत्तर सबमिट कर सकते हैं और अपने लेखन कौशल को संपुष्ट करने के लिये सुझाव प्राप्त कर सकते हैं। मूल्यांकन का उद्देश्य उत्तरों की स्पष्टता, एकरूपता और सटीकता को सुधारना है, जो मुख्य परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त करने के लिये महत्त्वपूर्ण हैं। इसके अतिरिक्त, हम निबंध लेखन पर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, जिसमें शोधित विषय, समृद्ध संदर्भ सामग्री और फ्री निबंध मूल्यांकन शामिल हैं, ताकि अभ्यर्थी इस महत्त्वपूर्ण खंड में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
डेली मेन्स आंसर राइटिंग प्रोग्राम के लिये शेड्यूल
दिवस | प्रमुख विषय |
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सोमवार | सामान्य अध्ययन पेपर 1 – भारतीय विरासत, संस्कृति, इतिहास और विश्व का भूगोल और समाज |
मंगलवार | सामान्य अध्ययन पेपर 2 – शासन, संविधान, राजव्यवस्था, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध |
बुधवार | सामान्य अध्ययन पेपर 3 – आर्थिक विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जैव विविधता एवं पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन |
गुरुवार | सामान्य अध्ययन पेपर 4 (सैद्धांतिक प्रश्न) – नैतिकता, सत्यनिष्ठा और अभिरुचि |
शुक्रवार | सामान्य अध्ययन पेपर 4 (केस स्टडी) – व्यावहारिक नैतिक परिदृश्य |
शनिवार | निबंध लेखन – बहु-विषयक एवं गहन शोध के माध्यम से तैयार टॉपिक्स |
कुल प्रश्नों की संख्या : 4671
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पश्चिमी विक्षोभ क्या हैं? वे उत्तर भारत में मौसम के प्रारूप को कैसे प्रभावित करते हैं? (150 शब्द)
30 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भूगोल -
1. जड़ें शाखाओं से अधिक पुष्ट होती हैं।
28 Sep, 2024 निबंध लेखन निबंध
2. प्रकृति ही एकमात्र पुस्तक है जिसमें वास्तविक ज्ञान निहित होता है। -
आप एक ऐसे ज़िले के पुलिस अधीक्षक हैं जो अपनी जटिल सामाजिक गतिशीलता और कभी-कभी सांप्रदायिक तनाव के लिये जाना जाता है। हाल ही में, अल्पसंख्यक समूहों के विरुद्ध कथित घृणास्पद भाषण के लिये बहुसंख्यक समुदाय के एक प्रमुख धार्मिक नेता को गिरफ्तार किया गया था। यद्यपि यह गिरफ्तारी विधिक रूप से उचित है, परंतु इसने उनके अनुयायियों के बीच व्यापक विरोध और अशांति को उत्पन्न कर दिया है, जो दावा करते हैं कि यह एक राजनीतिक रूप से प्रेरित कार्रवाई है।
27 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
जैसे-जैसे तनाव बढ़ता है, आपको खुफिया जानकारी प्राप्त होती है कि चरमपंथियों का एक समूह जवाबी कार्रवाई में अल्पसंख्यकों के स्वामित्व वाले व्यवसायों और पूजा स्थलों को नष्ट करने की योजना बना रहा है। आपके सूत्रों का सुझाव है कि भड़काने वालों को कार्रवाई करने से पहले गिरफ्तार करना हिंसा को रोक सकता है। यद्यपि, आपको यह भी पता चलता है कि मुख्य आयोजकों में से एक प्रभावशाली राज्यमंत्री का बेटा है। आपके तत्काल वरिष्ठ, महानिरीक्षक, सूक्ष्म रूप से संकेत देते हैं कि इन निवारक गिरफ्तारियों के साथ आगे बढ़ना आपके कैरियर की संभावनाओं को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, इसके बजाय वह “घटना घटने के बाद” सामान्य पुलिस उपस्थिति बढ़ाने और किसी भी घटना से निपटने का सुझाव देते हैं।
जैसे-जैसे समय बीतता है और तनाव बढ़ता है, आपको ऐसा निर्णय लेना होगा जो विधि व्यवस्था बनाए रखने के आपके कर्तव्य, आपकी कैरियर संबंधी आकांक्षाओं और आपके ज़िले की जटिल सामाजिक गतिशीलता के बीच संतुलन स्थापित कर सके।
1. इस स्थिति में प्रमुख हितधारक कौन हैं?
2. इस स्थिति में नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
3. सार्वजनिक सुरक्षा, राजनीतिक दबाव और आपकी नीतिपरक ज़िम्मेदारी के लिये संभावित ज़ोखिम को ध्यान में रखते हुए आपकी अगली कार्रवाई क्या होगी? -
नीतिशास्त्र में "नेगेटिव रिस्पांसिबिलिटी" की अवधारणा की व्याख्या कीजिये। यह नैतिक ज़िम्मेदारी के पारंपरिक विचारों को कैसे चुनौती देता है? (150 शब्द)
26 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
जलवायु परिवर्तन वैश्विक असमानताओं को बढ़ाने और संसाधन आवंटन के इर्द-गिर्द नई नीतिपरक संशय की आशंका उत्पन्न करता है। इस संकट से निपटने में राष्ट्रों को अपने हितों को वैश्विक ज़िम्मेदारियों के साथ कैसे संतुलित करना चाहिये? उन नैतिक सिद्धांतों का परीक्षण कीजिये जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई का मार्गदर्शन करना चाहिये। (150 शब्द)
26 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
कृषि 4.0 की अवधारणा की व्याख्या कीजिये तथा भारत में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में इसकी संभावित भूमिका पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
25 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था -
अंतरिक्ष मलबा क्या है? पृथ्वी की कक्षा में अंतरिक्ष मलबे की बढ़ती समस्या, अंतरिक्ष अन्वेषण और उपग्रह संचालन पर इसके संभावित प्रभावों पर चर्चा कीजिये। ( 250 शब्द)
25 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी -
अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की सुरक्षा के लिये व्यापक विधायी उपायों के बावजूद, भारत में इन समुदायों के विरुद्ध अत्याचार जारी हैं। परीक्षण कीजिये। (250 शब्द)
24 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 2 सामाजिक न्याय -
हिंद-प्रशांत क्षेत्रीय गतिशीलता और भारत के सामरिक हितों पर क्वाड गठबंधन के प्रभाव का मूल्यांकन कीजिये। (150 शब्द)
24 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 2 अंतर्राष्ट्रीय संबंध -
आर्थिक उदारीकरण ने भारत में सामाजिक स्तरीकरण की प्रकृति को किस हद तक प्रभावित किया है? उभरती वर्ग संरचनाओं और उपभोग प्रारूप के संदर्भ में चर्चा कीजिये। (250 शब्द )
23 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाज -
भारतीय उपमहाद्वीप में बौद्ध आदर्शों के प्रचार में मौर्य कला और स्थापत्य की भूमिका का परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
23 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 1 संस्कृति -
1. नैतिकता सामाजिक मानदंडों के संविन्यास में प्रवाहित होने वाली गुरुत्वाकर्षण तरंगें हैं।
21 Sep, 2024 निबंध लेखन निबंध
2. चेतना, आत्म-प्रतिबिंब में ब्रह्माण्ड की कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रयोग है। -
आप एक घाटे में जा रही सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम के नवनियुक्त कार्यकारी अधिकारी हैं, जिसे उद्यम के कायाकल्प की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। कंपनी की अक्षमता अत्यधिक कर्मचारियों और पुरानी कार्यपद्धतियों के कारण उपजी है। आपका विश्लेषण प्रदर्शित करता है कि 30% कर्मचारियों की छंटनी और आधुनिक प्रबंधन तकनीकों को कार्यान्वित करने से कंपनी को दो वर्ष के भीतर लाभदायक बनाया जा सकता है। यद्यपि, इससे पहले से ही उच्च बेरोज़गारी का सामना कर रहे क्षेत्र में कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिये काफी कठिनाई होगी।
सरकार ने आधिकारिक तौर पर सुधारों का समर्थन करते हुए निजी तौर पर संकेत दिया है कि वे आगामी चुनावों से पहले छंटनी से बचना चाहते हैं। आपको यह पता है कि छंटनी की प्रक्रिया अल्पकालिक सामाजिक और राजनीतिक परिणामों के मूल्य पर कंपनी की दीर्घकालिक व्यवहार्यता के लिये सबसे उपयुक्त मार्ग है। इस तथ्य से भलीभांति अवगत हुए आपको यह तय करना है कि कंपनी को छंटनी और सुधारों के साथ आगे बढ़ना है या नहीं। यह मामला एक ऐसे नौकरशाही प्रारूप में पेशेवर नीतिपरकता, राजनीतिक दबाव और व्यक्तिगत नैतिक मूल्यों के बीच तनाव को प्रकट करता है जहाँ पारंपरिक पदानुक्रम और नियम कम मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
1. इस मामले में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
20 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. यह निर्णय लेते समय आपको किन नीतिपरक दुविधाओं का सामना करना पड़ेगा?
3. प्रतिस्पर्द्धी हितों में संतुलन बनाते हुए आप इस स्थिति से निपटने के लिये क्या कदम उठाएंगे? -
'नीतिपरक उपभोक्तावाद' की अवधारणा व्यक्तियों पर उनके उपभोग विकल्पों के लिये नैतिक ज़िम्मेदारी को प्रकट करती है। वैश्विक पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में इस उपागम की क्षमता और सीमाओं पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
19 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
"समुत्थानशीलता किसी कठिन परिस्थिति को सहन करने के बारे में नहीं है, बल्कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के रचनात्मक अनुकूलन से संबंधित है।" चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
19 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
भारतीय शहरों में बढ़ते वायु प्रदूषण की रोकथाम हेतु राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) की प्रभावशीलता का विश्लेषण कीजिये। प्रमुख महानगरीय क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिये कौन-से अतिरिक्त उपाय कार्यान्वित किये जा सकते हैं? (250 शब्द)
18 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 3 पर्यावरण -
भारत के औद्योगिक क्षेत्र में अपशिष्ट और संसाधन उपभोग को न्यून करने हेतु 3D प्रिंटिंग तकनीक का लाभ कैसे उठाया जा सकता है? (150 शब्द)
18 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी -
"विकास-प्रेरित विस्थापन की अवधारणा से राष्ट्रीय प्रगति एवं सामाजिक न्याय के बीच संतुलन के संदर्भ में महत्त्वपूर्ण प्रश्न उठता है।" विस्थापित समुदायों के लिये भारत की पुनर्वास और पुनर्स्थापन नीतियों का विश्लेषण करते हुए समावेशी विकास सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक सुधारात्मक तथ्यों को बताइये। (250 शब्द)
17 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 2 सामाजिक न्याय -
भारत की सामाजिक-आर्थिक नीतियों को आकार देने में संविधान में निहित राज्य के नीति-निर्देशक सिद्धांतों की भूमिका का विश्लेषण करते हुए मूल अधिकारों के साथ इनके संबंधों का परीक्षण कीजिये। (250 शब्द)
17 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था -
प्रारंभिक मध्यकालीन भारत में क्षेत्रीय राज्यों के विकास ने विशिष्ट स्थापत्य एवं कलात्मक परंपराओं के विकास का मार्ग प्रशस्त किया। उपयुक्त उदाहरणों के साथ विस्तार से समझाइये। (250 शब्द)
16 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 1 संस्कृति -
द्वितीय विश्व युद्ध के अनुभव ने भारत के राजनीतिक परिदृश्य को नया आकार देने के साथ स्वतंत्रता संग्राम के अंतिम चरण को किस प्रकार प्रभावित किया? (150 शब्द)
16 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 1 इतिहास -
1. वृक्ष को उगाने हेतु सर्वप्रथम बीज बोना आवश्यक है।
14 Sep, 2024 निबंध लेखन निबंध
2. समता रहित विकास, रेत पर बने घर जैसा होता है। -
गंगा नदी बेसिन के पास के ग्रामीण क्षेत्र की स्थानीय अर्थव्यवस्था रेत खनन पर तेज़ी से निर्भर हो गई है। स्थानीय सरकार द्वारा सख्त नियमों के तहत सीमित क्षेत्रों में रेत खनन के लिये परमिट जारी किये है। हालाँकि इस क्षेत्र में अवैध रेत खनन वृहद् पैमाने पर हो रहा है, जिसमें उच्च दर्जे के ठेकेदार स्थानीय संसाधनों का दोहन कर रहे हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुँचा रहे हैं। कई ठेकेदार अनुमत सीमा से अधिक और गैर-निर्दिष्ट क्षेत्रों से रेत निकालते हैं, जिससे नदी का प्रवाह, स्थानीय जैवविविधता और आस-पास की कृषि भूमि पर हानिकारक प्रभाव पड़ रहा है।
ज़िला अधिकारी के रूप में निरिक्षण करते समय आप देखते हैं कि नियामक निकायों की मौजूदगी के बावजूद बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन गतिविधियाँ चल रही हैं। पूछताछ करने पर, मज़दूरों का दावा है कि वे सीमा के भीतर काम करने वाले एक पंजीकृत ठेकेदार द्वारा नियोजित हैं। हालाँकि आप देखते हैं कि प्रतिबंधित क्षेत्रों में भारी मशीनरी का प्रयोग किया जा रहा है। ग्राम निवासियों की शिकायत है कि अवैध खनन उनके खेतों को नुकसान पहुँचा रहा है, कटाव कर रहा है और पानी की उपलब्धता को प्रभावित कर रहा है। इसके अलावा, आपको ज्ञात होता है कि स्थानीय प्रशासन कथित तौर पर प्रभावशाली राजनीतिक हस्तियों की भागीदारी के कारण इस मुद्दे को नज़रअंदाज़ कर रहा है या अपनी आँखें मूंद रहा है।
1. इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
13 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. उपरोक्त मामले में शामिल नैतिक मुद्दों को उजागर कर उन पर विस्तार से चर्चा कीजिये।
3. एक ज़िला अधिकारी के रूप में आप इस स्थिति के समाधान हेतु क्या कदम उठाएंगे? -
"दृष्टिकोण से व्यवहार को आकार मिलता है जबकि योग्यता से क्षमता का निर्धारिण होता है।" नैतिक शासन के प्रकाश में इस कथन का विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
12 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
संगठनात्मक संदर्भों में "नैतिकता का पतन होने" की अवधारणा का विश्लेषण कीजिये। सार्वजनिक संस्थाएँ इस घटना से किस प्रकार बच सकती हैं तथा समय के साथ उच्च नैतिक मानकों को किस प्रकार बनाए रख सकती हैं? ( 150 शब्द )
12 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
चरमपंथी समूहों द्वारा भर्ती और प्रचार हेतु सोशल मीडिया का एक उपकरण के रूप में उपयोग से आंतरिक सुरक्षा को गंभीर खतरा है। भारत लोकतांत्रिक मूल्यों से समझौता किये बिना डिजिटल चरमपंथ से निपटने के लिये एक मज़बूत रणनीति किस प्रकार विकसित कर सकता है? (250 शब्द)
11 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 3 आंतरिक सुरक्षा -
भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) की शुरूआत भारत के आर्थिक परिदृश्य में एक महत्त्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है। वित्तीय समावेशन पर डिजिटल रूपए के संभावित प्रभावों का परीक्षण कीजिये। (250 शब्द)
11 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 3 अर्थव्यवस्था -
"कानूनी प्रतिबंधों के बावजूद मैनुअल स्कैवेंजिंग जारी है, जो कानून और सामाजिक वास्तविकताओं के बीच अंतर को उजागर करता है।" मैनुअल स्कैवेंजर के रूप में रोज़गार के निषेध और उनके पुनर्वास अधिनियम, 2013 की प्रभावशीलता का परीक्षण कीजिये तथा इसके बेहतर कार्यान्वयन के लिये उपाय सुझाइये। (250 शब्द)
10 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 2 सामाजिक न्याय -
“विवादास्पद कानून पारित करने के लिये धन विधेयक का उपयोग भारत की संसदीय प्रणाली की द्विसदनीय प्रकृति को कमज़ोर करता है”। हाल की विधायी प्रथाओं और राज्यसभा की भूमिका पर उनके प्रभाव के संदर्भ में इस कथन का विश्लेषण कीजिये। (250 शब्द)
10 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 2 राजव्यवस्था -
हाल के दशकों में पारंपरिक भारतीय पारिवारिक संरचना में प्रमुख परिवर्तन हुए हैं। शहरीकरण एवं वैश्वीकरण के प्रभाव पर विशेष बल देते हुए भारतीय परिवार की बदलती प्रकृति का परीक्षण कीजिये। (250 शब्द)
09 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 1 भारतीय समाज