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प्रश्न :
दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं पर भारतीय कला एवं संस्कृति के प्रभावों का परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
23 Jan, 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 1 संस्कृतिउत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
- दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं पर भारतीय कला और संस्कृति के प्रभाव का संक्षेप में परिचय देते हुए अपना उत्तर प्रारंभ कीजिये।
- दक्षिण पूर्व एशिया पर भारतीय कला और संस्कृति के विभिन्न प्रभावों की चर्चा कीजिये।
- तदनुसार निष्कर्ष दीजिये।
परिचय:
- दक्षिण पूर्व एशिया की सभ्यताओं पर भारतीय कला और संस्कृति का महत्त्वपूर्ण प्रभाव रहा है। दक्षिण पूर्व एशिया में भारतीय संस्कृति के प्रसार का पता भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच प्राचीन समुद्री व्यापार मार्गों से लगाया जा सकता है, जिससे वस्तुओं, विचारों और सांस्कृतिक प्रथाओं का आदान-प्रदान हुआ था। भारतीय कला और संस्कृति का दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं के विकास पर स्थायी प्रभाव पड़ा है (विशेष रूप से धर्म, वास्तुकला और साहित्य के क्षेत्रों में)।
ल्मुख्य
- दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं पर भारतीय कला एवं संस्कृति का प्रभाव:
- धर्म:
- भारतीय धर्म का दक्षिण पूर्व एशिया की संस्कृति पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
- बौद्ध धर्म: भारत से दक्षिण पूर्व एशिया में बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ और इसका दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं के विकास पर गहरा प्रभाव पड़ा है।
- दक्षिण पूर्व एशिया में शुरुआती बौद्ध साम्राज्य (जैसे कि वर्तमान म्यांमार और थाईलैंड), भारतीय बौद्ध धर्म से काफी प्रभावित थे, और इन राज्यों के शासक बौद्ध धर्म के संरक्षक थे तथा उन्होंने कई बौद्ध मंदिरों और मठों का निर्माण कराया था।
- हिंदू धर्म: हिंदू धर्म को भारतीय व्यापारियों और भिक्षुओं के माध्यम से दक्षिण पूर्व एशिया में ले जाया गया था और इसका कई दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के धार्मिक विश्वासों एवं प्रथाओं पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
- दक्षिण पूर्व एशिया के मंदिर और मूर्तियाँ भी भारतीय रूपांकनों से प्रेरित हैं और कई दक्षिण पूर्व एशियाई शासक भारतीय हिंदू धर्म से काफी प्रभावित थे।
- स्थापत्य कला:
- भारतीय वास्तुकला का भी दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
- दक्षिण पूर्व एशिया में मंदिरों और अन्य धार्मिक भवनों के निर्माण में भारतीय स्थापत्य शैली और तकनीकों का उपयोग देखा जा सकता है।
- उदाहरण के लिये कंबोडिया में अंकोरवाट की वास्तुकला भारतीय शैलियों और तकनीकों से काफी प्रभावित है और इस मंदिर परिसर को दक्षिण पूर्व एशिया में भारत से प्रेरित वास्तुकला के सबसे प्रमुख उदाहरणों में से एक माना जाता है।
- साहित्य और कलात्मक प्रभाव:
- भारतीय साहित्य का प्रभाव दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं पर भी पड़ा है। रामायण और महाभारत जैसे दो महान भारतीय महाकाव्यों को दक्षिण पूर्व एशिया में भी लोकप्रियता मिली है और इनके संस्करण को कई दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में देखा जा सकता है।
- इनकी कहानियों को स्थानीय संस्कृति और मान्यताओं को प्रतिबिंबित करने के लिये विकसित किया गया है लेकिन भारतीय साहित्य का प्रभाव अभी भी इन रूपांतरों में प्रयुक्त विषयों और पात्रों में देखा जा सकता है।
- भारतीय साहित्य का प्रभाव दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं पर भी पड़ा है। रामायण और महाभारत जैसे दो महान भारतीय महाकाव्यों को दक्षिण पूर्व एशिया में भी लोकप्रियता मिली है और इनके संस्करण को कई दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में देखा जा सकता है।
- धर्म:
निष्कर्ष:
भारतीय कला और संस्कृति का दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। दक्षिण पूर्व एशिया में भारतीय संस्कृति के प्रसार का पता प्राचीन समुद्री व्यापार मार्गों से लगाया जा सकता है और इसका दक्षिण पूर्व एशियाई सभ्यताओं के विकास पर स्थायी प्रभाव पड़ा है। भारतीय संस्कृति ने धर्म, वास्तुकला और साहित्य के क्षेत्रों में दक्षिण पूर्व एशिया को प्रभावित किया है जिसे आज भी देखा जा सकता है।
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