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प्रश्न :
कृतज्ञता के मूल्य से आप क्या समझते हैं? लोक सेवा में कृतज्ञता का मूल्य क्यों महत्त्वपूर्ण है?
17 Mar, 2020 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नउत्तर :
हल करने का दृष्टिकोण:
• कृतज्ञता को स्पष्ट करें।
• सिविल सेवा में कृतज्ञता का महत्व बताएं।
• उदाहरण दें।
कृतज्ञता एक संस्कार है। इससे संस्कारित व्यक्ति विनम्रता से परिपूर्ण होता है। वह जहां दूसरों की सहायता एवं सेवा करना उत्कृष्ट मानवीय कर्त्तव्य मानता है, वहीं संकट की विषम स्थिति में दूसरों द्वारा अपने प्रति की गई सहायता एवं सेवा के लिये कृतज्ञ व्यक्तित्व अपने हृदय में उसके प्रति विशेष आदर का भाव रखता है।
दूसरे शब्दों में कृतज्ञता, कृतज्ञ होने की भावना है जिसके अंतर्गत व्यक्ति धन्यवाद व्यक्त करना चाहता है। कृतज्ञता ईमानदारी और विनम्रता का करीबी मूल्य है अर्थात् कृतज्ञता व्यक्त करने वाले व्यक्ति में विनम्रता और ईमानदारी जैसे मूल्यों का समन्वय होता है। सत्यनिष्ठा के बिना कृतज्ञता कपटपूर्ण चापलूसी का रूप धारण कर लेता है। कृतज्ञता को कई तरीकों से व्यक्त किया जा सकता है। यह धन्यवाद की प्रस्तुतीकरण के रूप में हो सकता है या किसी अन्य तरीके से भी।
सिविल सेवकों को वरिष्ठों और मातहतों द्वारा कार्य में की गई सहायता हेतु उनका कृतज्ञ होना चाहिये। कृतज्ञता व्यक्ति के मानवीय मूल्यों को दर्शाती है। उल्लेखनीय है कि क्रियान्वयन में बहुत से लोगों की सहायता प्राप्त होती है। अतः सिविल सेवक को उन व्यक्तियों की सहायता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिये।
उदाहरण के तौर पर हाल ही में एक आई.एस.एस. शांतनु अग्रहरि ने ‘जूता बैंक’ संबंधी नवोन्मेष को अपने ज़िले में चालू किया। इसके अंतर्गत बहुत से लोगों ने अपने पुराने जूते-चप्पलों को बैंक में जमा कराया। इन जूतों को बाद में ज़रूरतमंद लोगों में बंटवाया गया। इस प्रकार यह प्रयोग सफल रहा जिसके लिये शांतनु ने जनता व अपने वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति कृतज्ञता की व्यक्त के प्रति जनता को दिया यह कृतज्ञता भविष्य के अन्य नवोन्मेद्वी विचारों जैसे- ‘कपड़ा बैंक’ में जनता की अधिक भागीदारी को सुनिश्चित करेगा।
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