नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    हाइपरलूप क्या है? निकट भविष्य में सार्वजनिक परिवहन के लिये इसके महत्त्व पर टिप्पणी कीजिये। (250 शब्द)

    27 May, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 3 विज्ञान-प्रौद्योगिकी

    उत्तर :

    प्रश्न विच्छेद

    ♦ हाइपरलूप क्या है?

    ♦ सार्वजनिक परिवहन के संदर्भ में इसके महत्त्व को बताना है।

    हल करने का दृष्टिकोण

    ♦ हाइपरलूप को स्पष्ट करें।

    ♦ सार्वजनिक परिवहन के लिये इसके महत्त्व को बताते हुए इसकी चुनौतियों को भी बताएँ।

    ♦ अंत में निष्कर्ष लिखें।


    हाइपरलूप चुंबकीय शक्ति पर आधारित तकनीक है। इसके तहत शहरों को आपस में जोड़ने के लिये निर्वात ट्यूब का प्रयोग किया जाता है। इस ट्यूब में बुलेट ट्रेन जैसी संरचना की सिंगल बोगी हवा में तैरते हुए चलती है। इसकी रफ्तार एक हज़ार किमी. प्रति घंटा से भी अधिक हो सकती है, क्योंकि इसमें घर्षण बिल्कुल नहीं होता है।

    हाइपरलूप तकनीक में अग्रणी विभिन्न कंपनियों ने भारत के विभिन्न मार्गों पर हाइपरलूप के निर्माण का प्रस्ताव रखा है। इन मार्गों में दिल्ली-मुंबई, बेंगलुरु-चेन्नई तथा मुंबई-चेन्नई प्रमुख हैं। हाइपरलूप परिवहन प्रणाली अभी कल्पना के स्तर पर है। एक कंपनी ने 2021 तक भारत में इसे चलाने की इच्छा जाहिर की है।

    हाइपरलूप परिवहन प्रणाली का निकट भविष्य में सार्वजनिक परिवहन के लिये निम्नलिखित महत्त्व होगा-

    • इस तकनीकी को परिवहन ढाँचे में शामिल करके यात्रा के समय को बहुत कम किया जा सकेगा। इसके माध्यम से दिल्ली-मुंबई के बीच की दूरी सिर्फ 55 मिनट में तो मुंबई चेन्नई के बीच की दूरी केवल 50 मिनट में तय की जा सकेगी।
    • हाइपरलूप परिवहन देश के व्यस्ततम रेलवे और वायुमार्गों पर से दबाव कम करने में सहायक होगा।
    • कारोबारी एक ही दिन में अलग-अलग शहरों में अपने काम निपटाने में सक्षम होगा।
    • हाइपरलूप परिवहन प्रणाली के विकास से सार्वजनिक परिवहन से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी।

    यदि भारतीय संदर्भ में देखें तो हाइपरलूप से संबंधित कुछ चुनौतियाँ हैं, जैसे-

    • वित्त की समस्या क्योंकि इसकी लागत अरबों डॉलर में होगी तथा इसे बिना सब्सिडी दिये चला पाना संभव नहीं है।
    • रेलवे अवसंरचना अभी भी कमज़ोर स्थिति में है। ऐसे में अन्य परिवहन व्यवस्थाएँ कितनी कारगर हाेंगी इस पर प्रश्नचिह्न है।
    • भारत में यात्रियों की बड़ी संख्या मौजूद है। हाइपरलूप कुछ ही लोगों को सुविधा दे पाएगा। वर्तमान में अधिकांश जनसंख्या के लिये एयरलाइन ही क्षमता से परे है।

    निष्कर्षत: हाइपरलूप परिवहन प्रणाली समय की कटौती एवं तीव्र परिवहन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। अत: इस संदर्भ में आने वाली चुनौतयों का समाधान करते हुए क्रमश: इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिये।

    To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.

    Print
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow