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मेन्स प्रैक्टिस प्रश्न

  • प्रश्न :

    बॉन में आयोजित ‘संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन’ (COP-23) सरकारों के लिये पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते को लागू करने और टिकाऊ, लचीला तथा वायु-सुरक्षित विकास को त्वरित करने का अगला कदम है। इस सम्मेलन के एजेंडा एवं उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कथन पर प्रकाश डालें।

    23 Feb, 2019 सामान्य अध्ययन पेपर 3 पर्यावरण

    उत्तर :

    प्रश्न विच्छेद

    प्रश्न में ‘संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन’ के लक्ष्यों’ उपलब्धियों तथा महत्त्व की चर्चा करनी है।

    हल करने का दृष्टिकोण

    ‘संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन’ का परिचय लिखते हुए उत्तर प्रारंभ करें।

    पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते का परिचय दें।

    संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन का एजेंडा और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए महत्त्व बताएँ और निष्कर्ष लिखें।

    संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP-23) का आयोजन बॉन, जर्मनी में हुआ। यह UNFCCC के तत्त्वावधान में पर्यावरण संरक्षण हेतु वैश्विक प्रयासों को बढ़ाने के लिये आयोजित 23वाँ सम्मेलन था। इस सम्मेलन में पेरिस जलवायु समझौते को सफल बनाने हेतु चर्चा की गई। पेरिस सम्मेलन 4 नवम्बर, 2016 को प्रभावी हुआ। इस सम्मेलन में पेरिस समझौते के भागीदार राष्ट्रों को पर्यावरण संरक्षण हेतु उनके प्रयासों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया गया। इस सम्मेलन में पेरिस समझौते के पश्चात् की रूपरेखा बनाने पर भी ज़ोर दिया गया। सम्मेलन की मुख्य उपलब्धियाँ निम्नलिखित रूप से समझी जा सकती हैं-

    • पेरिस समझौते को सफलतापूर्वक लागू करने के लिये भागीदार देशों की सहायता हेतु रूपरेखा तैयार करना।
    • सहभागी राष्ट्र इस बात पर सहमत हुए कि 2020 से पूर्व द्विचरणीय प्रयासों के द्वारा पेरिस समझौते की शर्तों पर चर्चा की जाए।
    • जेंडर एक्शन प्लान को COP-23 में स्वीकार किया गया जो अपनी तरह की एकमात्र पहल है।
    • कृषि में जलवायु परिवर्तन के खतरों को रोकने के लिये निर्णय लिया गया। सहभागी राष्ट्र सिचाई, मृदा स्वास्थ्य, हरित कृषि आदि के संदर्भ में प्रयास करने पर सहमत हुए।
    • इसके साथ ही पेरिस जलवायु समझौते को सफल बनाने के लिये स्थानीय और देशज समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया। सम्मेलन में अधिकांश सदस्य राष्ट्रों ने पेरिस समझौते को लागू करने की स्वीकारोक्ति प्रदान की। यद्यपि अमेरिका ने इस संदर्भ में हामी नहीं भरी है।

    इस प्रकार, निष्कर्षत: कहा जा सकता है कि बॉन में आयोजित जलवायु सम्मेलन में पेरिस समझौता लागू होने के पूर्व की रूपरेखा का निर्माण और वैश्विक सहमति हेतु महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है।

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