- फ़िल्टर करें :
- सैद्धांतिक प्रश्न
- केस स्टडीज़
-
प्रश्न :
“एक आँख के बदले आँख की भावना पूरे विश्व को अंधा बना देगी।“ इस कथन का समालोचना पूर्वक विश्लेषण कीजिये।
20 Dec, 2017 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा:
- कथन का अर्थ स्पष्ट करें।
- विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से अपने तर्क की पुष्टि करें।
“आँख के बदले आँख का सिद्धांत सारी दुनिया को अंधा कर देगा” – यह महात्मा गांधी का एक प्रसिद्ध कथन है। वस्तुतः आँख के बदले आँख का सिद्धांत बदले की भावना पर आधारित है, ऐसे में इससे बदले की भावना पर आधारित एक कभी न समाप्त होने वाले चक्र का निर्माण होगा और इससे कई लोग प्रभावित होंगे।
- प्रथम विश्व युद्ध और फिर इसकी प्रतिक्रिया में द्वितीय विश्वयुद्ध, इसका एक उदाहरण है। इससे संपूर्ण विश्व रक्त पात की समस्या से पीड़ित हो गया था।
- इसी प्रकार स्वतंत्रता प्राप्ति के समय सांप्रदायिकता के कारण होने वाले भीषण रक्तपात का कारण आँख के बदले आँख की अवधारणा में ही छिपा था।
- वर्तमान समय में सांप्रदायिक घटनाओं, ऑनर किलिंग, हत्या जैसे अपराधों का एक कारण बदले की भावना ही है।
- उसी प्रकार दक्षिण भारत में उत्तर पूर्वी भारत के छात्रों के उत्पीड़न तथा उसकी प्रतिक्रिया में उत्तरी पूर्वी राज्यों में दक्षिण भारत के छात्रों का उत्पीड़न में भी इसी अवधारणा को देखा जा सकता है। यह दर्शाता है कि यह अवधारणा क्षेत्रीय भेदभाव उत्पन्न कर राष्ट्र की अवधारणा को भी कमजोर करती है।
यहाँ ध्यान देना आवश्यक है कि न्यायपालिका के द्वारा किसी व्यक्ति को बुरे कार्य का दंड दिया जाना न्याय की अवधारणा तहत है तथा लोकतंत्र की आवश्यक शर्त है। यहां बदले की भावना के आधार पर इसका विरोध नहीं किया जाना चाहिये।
स्पष्ट है कि गांधीजी की यह अवधारणा आज भी महत्त्वपूर्ण तथा प्रासंगिक है।
To get PDF version, Please click on "Print PDF" button.
Print