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प्रश्न :
हमें देश में महिलाओं के प्रति यौन-उत्पीड़न के बढ़ते हुए दृष्टांत दिखाई दे रहे हैं। इस कुकृत्य के विरुद्ध विद्यमान विधिक उपबंधों के होते हुए भी,ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ रही है। इस संकट से निपटने के लिये कुछ नवाचारी उपाय सुझाइये।
14 Apr, 2018 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्नउत्तर :
उत्तर की रूपरेखा:
- बढ़ते यौन-उत्पीड़न को रोकने के लिए नये तथा प्रभावशाली उपायों का उल्लेख।
किसी महिला को उसकी इच्छा के विरुद्ध छूने की कोशिश करना,उससे ज़बरदस्ती अश्लील बातें करना या उसे अश्लील फिल्म दिखाना...आदि महिला यौन उत्पीड़न के मुख्य कारक माने जाते हैं । सरकार तथा नागरिकों की यह ज़िम्मेदारी बनती है की वह महिलाओं के लिए सार्वजनिक तथा निजी दोनों कार्यस्थलों में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध करायें, चाहे वह संगठित क्षेत्र हो या असंगठित। सरकार द्वारा कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न अधिनियम-2013 पारित किये जाने व इसके अतिरिक्त विभिन्न विधिक प्रावधानों के लागू होने के बावजूद महिलाओं के प्रति यौन-उत्पीड़न के मामलों में निरंतर वृद्धि दर्ज़ की जा रही है।
महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने के कुछ नवाचारी उपाय निम्नलिखित हैं-
- विद्यालय स्तर पर लड़कियों को अनिवार्यतः ऐसा शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाए, जो आत्मरक्षा के लिये पर्याप्त हो।
- विद्यालयों में स्वस्थ यौन शिक्षा दी जाए, जो किशोरों को यौन-जीवन के प्रति क्रूर और कल्पनाजीवी नहीं, बल्कि संवेदनशील बनाए। विशेषतः लड़कियों को ऐसे यौन-संकेतों आदि से अवगत कराया जाना चाहिये, जिन्हें देखकर वे सही समय पर सजग हो सकें।
- मीडिया के माध्यम से बच्चों के माता-पिता को भी प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वे अपने बच्चों के स्वस्थ मानसिक व संवेदनात्मक विकास में सहायक हो सकें।
- जो महिलाएँ उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाती हैं, उन्हें समाज व प्रशासन द्वारा यंत्रणा नहीं, सम्मान मिलना चाहिये ताकि महिलाओं में आत्मविश्वास का संचार हो सके।
- यौन उत्पीड़कों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिये। इसके लिये सोशल मीडिया का सार्थक उपयोग किया जा सकता है। स्वयं महिलाएँ फेसबुक/ट्विटर आदि के माध्यम से दबाव बना सकती हैं।
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