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कुल प्रश्नों की संख्या : 1022
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एक महानगर में पुलिस उपायुक्त (DCP) के रूप में, आप अपराधियों पर नज़र रखने और अपराधों को रोकने के लिये तैयार किये गए AI-आधारित फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम (FRS) के कार्यान्वयन की देखरेख करते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित यह सिस्टम चोरी को कम करने, संदिग्धों की पहचान करने और लंबित मामलों को सुलझाने में सहायक रहा है। हालाँकि, AI के एल्गोरिदम में गलत सकारात्मकता, गोपनीयता के उल्लंघन और संभावित पूर्वाग्रहों के संदर्भ में चिंताएँ सामने आई हैं।
हाल ही में, सिस्टम ने 22 वर्षीय कॉलेज छात्र रवि को कथित तौर पर हिंसक हो चुके एक विरोध प्रदर्शन में मौजूद होने के लिये चिह्नित किया। AI द्वारा उत्पन्न रिपोर्ट के आधार पर, रवि को पूछताछ के लिये कुछ समय के लिये हिरासत में लिया गया, जबकि उसने बल देते हुए कहा था कि वह इसमें शामिल नहीं था। उसके परिवार और नागरिक समाज समूहों का तर्क है कि AI सिस्टम में तकनीकी त्रुटि के कारण उसकी गलत पहचान की गई थी। जाँच से पता चलता है कि सीमांत पृष्ठभूमि के कई व्यक्तियों को असंगत रूप से चिह्नित किया गया है, जिससे AI-संचालित पुलिसिंग में पूर्वाग्रह के बारे में चिंताएँ बढ़ रही हैं।
शहर का प्रशासन अब विभाजित है। कुछ अधिकारी गोपनीयता संबंधी चिंताओं और अनुचित गिरफ्तारियों का हवाला देते हुए स्वतंत्र समीक्षा के लिये AI परियोजना को रोकने का समर्थन करते हैं। अन्य लोग तर्क देते हैं कि लाभ जोखिमों से अधिक हैं और AI त्रुटियों को समय के साथ सुधारा जा सकता है। इस बीच, रवि के मामले पर जनता का आक्रोश बढ़ रहा है और पुलिस विभाग की विश्वसनीयता दाँव पर है।
- कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ AI-संचालित फेशियल रिकॉग्निशन के लाभों को झूठी सकारात्मकता, गोपनीयता के उल्लंघन और एल्गोरिदम संबंधी पूर्वाग्रह की चिंताओं के साथ किस प्रकार संतुलित कर सकती हैं?
- AI उपकरणों को तैनात करने में कानून प्रवर्तन को किन नैतिक सिद्धांतों का मार्गदर्शन करना चाहिये, विशेष रूप से गैर-भेदभाव सुनिश्चित करने और सीमांत समुदायों की सुरक्षा करने में?
- यह सुनिश्चित करने के लिये कि AI-संचालित पुलिसिंग पारदर्शी, निष्पक्ष और जवाबदेह बनी रहे, कौन-से कानूनी, प्रक्रियात्मक और तकनीकी सुरक्षा उपाय लागू किये जाने चाहिये?
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प्रश्न ‘बुद्ध का मध्यम मार्ग’ निर्णय लेने और शासन में लोक सेवकों के लिये नैतिक कार्यढाँचे के रूप में किस प्रकार काम कर सकता है? (150 शब्द)
20 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न ‘लोक प्रशासनिक मूल्य’ लोक सेवकों में नैतिक निर्णय लेने की क्षमता को किस प्रकार आकार देते हैं? प्रासंगिक उदाहरणों के साथ चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
20 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक तेज़ी से शहरीकृत हो रहे ज़िले के ज़िला कलेक्टर हैं। आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों को किफायती घर उपलब्ध कराने के लिये एक बड़ी सरकारी आवास परियोजना निर्माणाधीन है। इस परियोजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत एक निजी ठेकेदार द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
किसी शाम, निर्माणाधीन आवासीय ब्लॉक का एक हिस्सा ढह गया, जिससे पाँच श्रमिकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। प्रारंभिक जाँच से पता चलता है कि निर्माण कार्य में निम्नस्तरीय गुणवत्ता वाली सामग्री का प्रयोग किया गया था। इसके अलावा, यह पता चला है कि परियोजना की स्वीकृति प्रक्रिया में कई अनियमितताएँ थीं, जिसमें पर्यावरण अनुमोदन मानदंडों का उल्लंघन और स्वीकृत योजना से परे अनधिकृत विस्तार शामिल है। इस परियोजना को आपके पूर्ववर्ती अधिकारी के कार्यकाल के दौरान मंज़ूरी दी गई थी, जो अब राज्य सरकार में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं।
जैसे ही आप गहन जाँच शुरू करते हैं, कई हितधारक आप पर भारी दबाव डालते हैं। वरिष्ठ अधिकारी आपको अपने पूर्ववर्ती को दोषी ठहराने ने से बचने की सलाह देते हैं, यह तर्क देते हुए कि इससे प्रशासन की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है। ठेकेदार जो कि एक राजनीतिक रूप से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ व्यवसायी है, रिपोर्ट को कमज़ोर करने के बदले में आपको सेवानिवृत्ति के बाद एक सलाहकार के रूप में आकर्षक भूमिका प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, स्थानीय राजनेता गरीबों को आवास प्रदान करने की तात्कालिकता का हवाला देते हुए, आपसे खामियों के बावजूद परियोजना को जारी रखने का आग्रह करते हैं। इस दौरान, श्रमिक संघ और नागरिक समाज समूह जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं।
1. इस मामले में नैतिक दुविधाओं का अभिनिर्धारण कर प्रासंगिक नैतिक सिद्धांतों को अपनाते हुए उनका विश्लेषण कीजिये।
14 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. सभी हितधारकों के हितों में संतुलन बनाए रखते हुए दायित्व सुनिश्चित करने के लिये आपको क्या कदम उठाना चाहिये?
3. बुनियादी संरचना से संबद्ध ऐसी विफलताओं की पुनरावृत्ति को रोकने में कौन-सी नीतिगत सिफारिशें सहायक सिद्ध हो सकती हैं? -
प्रश्न. क्या विवेक नैतिक आचरण के लिये एक अचूक मार्गदर्शक है, या यह सामाजिक परिस्थितियों से प्रभावित होता है? लोक सेवकों के लिये व्यावसायिक नैतिकता के संदर्भ में परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
13 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न. एक कल्याणकारी राज्य के अपने नागरिकों के प्रति नैतिक दायित्व क्या हैं? भारत के संवैधानिक दर्शन और सामाजिक न्याय नीतियों के संदर्भ में विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
13 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
पुनीत एक ऊर्जावान और सक्रिय अधिकारी हैं, जो राज्य खेल परिषद के निदेशक पद पर कार्यरत हैं। उनका कार्य ज़मीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देना, बुनियादी ढाँचे में सुधार करना और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिये एथलीटों का निष्पक्ष चयन सुनिश्चित करना है।
अपने कार्यकाल के दौरान, पुनीत को युवा एथलीटों और कोचों से प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजन की चयन प्रक्रिया में व्यापक पक्षपात तथा भ्रष्टाचार की कई शिकायतें प्राप्त हुईं। आरोपों से पता चलता है कि राजनीतिक संबंधों और रिश्वत के कारण कई अयोग्य उम्मीदवारों का चयन किया गया, जबकि प्रतिभाशाली एथलीटों, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमज़ोर पृष्ठभूमि से, को नज़रअंदाज़ कर दिया गया।
जाँच के दौरान, पुनीत को वरिष्ठ अधिकारियों, प्रभावशाली राजनेताओं और खेल महासंघ के सदस्यों की संलिप्तता वाले कदाचार के ठोस साक्ष्य मिलते हैं। जब वह अपने वरिष्ठों के सामने इस मुद्दे को उठाता है, तो उसे “दूसरी तरफ देखने” की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें शामिल व्यक्ति राजनीतिक रूप से शक्तिशाली हैं। कुछ अधिकारियों ने पुनीत को चेतावनी दी कि यदि वह इस मुद्दे को उजागर करता है, तो उसके कॅरियर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, उसे बार-बार तबादलों का सामना करना पड़ सकता है या प्रशासनिक रूप से हाशिये पर डाला जा सकता है।
एथलीटों और उनके परिवारों ने न्याय एवं पारदर्शिता की मांग करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन तेज़ कर दिया है, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है। इस मुद्दे ने मीडिया का व्यापक ध्यान आकर्षित किया है, जिससे अधिकारियों पर कार्रवाई करने का काफी दबाव है। इस बीच, एक प्रसिद्ध पत्रकार पुनीत से संपर्क करता है, ताकि घोटाले को उजागर करने के लिये अंदरूनी जानकारी प्राप्त कर सके। हालाँकि पुनीत को एक दुविधा का सामना करना पड़ता है—यदि वे कदाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हैं, तो टीम चयन प्रक्रिया में विलंब हो सकता है, जिससे प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में देश की भागीदारी प्रभावित हो सकती है। दूसरी ओर, यदि वे निष्क्रिय रहते हैं, तो यह उनकी ईमानदारी, निष्पक्षता और जवाबदेही के सिद्धांतों से समझौता करेगा।
प्रश्न:
1. इस स्थिति में पुनीत को किन नैतिक दुविधाओं का सामना करना पड़ता है?
2. इस परिदृश्य में, पुनीत किन संभावित कदमों को अपना सकते हैं? उनकी नैतिक ज़िम्मेदारियों और व्यापक सार्वजनिक हित को ध्यान में रखते हुए, प्रत्येक दृष्टिकोण के लाभों और संभावित परिणामों का सम्यक मूल्यांकन कीजिये।
3. खेल प्रशासन में पक्षपात और भ्रष्टाचार को रोकने तथा खिलाड़ियों, विशेषकर आर्थिक रूप से कमज़ोर पृष्ठभूमि वाले खिलाड़ियों, के लिये उचित अवसर सुनिश्चित करने के लिये कौन-से संस्थागत और ज़मीनी स्तर पर सुधार लागू किये जा सकते हैं?
07 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न: कार्यकुशलता और परिणामों से संचालित विश्व में, क्या सदाचार और नैतिकता अभी भी शासन में प्रासंगिक हैं? उपयुक्त उदाहरणों के साथ आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
06 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: “अन्यायपूर्ण कानूनों का पालन करना अपने आप में अनैतिक है।” कानूनी आज्ञाकारिता और नैतिक प्रतिरोध की नैतिकता का समालोचनात्मक परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
06 Feb, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आरव एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी है जो एक दूरस्थ ज़िले के ज़िला मजिस्ट्रेट (DM) के रूप में कार्यरत है। उसकी पत्नी मीरा एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर है। उनकी एक छह वर्ष की बेटी है, जिसकी मुख्य रूप से देखभाल उनके (आरव और मीरा) कामकाज़ी जीवन के कारण दादी-नानी और एक घरेलू सहायिका ही करती हैं।
एक शाम, आरव दिन भर के कार्य के बाद ऑफिस से निकलने ही वाला होता है कि उसे मुख्य सचिव का एक ज़रूरी फोन आता है। ज़िले के बाहरी इलाके में किसी फैक्ट्री में एक बड़ी औद्योगिक दुर्घटना हुई है, जिसमें गंभीर संख्या में लोग हताहत हुए हैं। बचाव कार्यों की देखरेख और आपदा प्रबंधन टीमों के साथ समन्वय के लिये उसकी तत्काल उपस्थिति की आवश्यकता है।
उसी समय, उसे एक और कॉल आती है—इस बार उसकी पत्नी से; जिसमें उसे बताया जाता है कि उनकी बेटी अचानक बीमार पड़ गई है और उसे तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता है। घर पर उसकी उपस्थिति उसके परिवार को भावनात्मक सहारा प्रदान करेगी, विशेषकर इसलिये क्योंकि मीरा की अस्पताल में आपातकालीन सर्जरी होनी है।
आरव अपने पेशेवर कर्त्तव्य के बीच दुविधा में उलझा हुआ है, जिसके तहत कई लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाली विपत्ति से मोचन के लिये तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, तो दूसरी ओर एक पति और पिता के रूप में उसकी नैतिक जिम्मेदारी है। उसे तय करना है कि इस स्थिति में उसकी प्राथमिकता क्या है।
प्रश्न:
(क) इस मामले में शामिल नैतिक दुविधाओं का अभिनिर्धारण कीजिये।
31 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
(ख) यदि आप आरव की जगह होते तो इस स्थिति को कैसे संभालते?
(ग) इस मामले के संदर्भ में, लोक सेवकों के लिये बेहतर कार्य-जीवन संतुलन सुनिश्चित करने में संस्थागत तंत्र के महत्त्व पर चर्चा कीजिये। -
प्रश्न: ‘मूल्य बहुलवाद’ से आप क्या समझते हैं? यह भारत जैसे बहुसांस्कृतिक लोकतंत्र में नैतिक निर्णय क्षमता को किस प्रकार जटिल बनाता है? (150 शब्द)
30 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: "21वीं सदी की सबसे बड़ी नैतिक चुनौती भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि नैतिक विवेकहीनता है।" क्या आप इससे सहमत हैं? उदाहरणों के साथ अपने उत्तर की पुष्टि कीजिये। (150 शब्द)
30 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक ऐसे शहर के पुलिस अधीक्षक हैं, जहाँ महिलाओं को लक्षित करते हुए ऑनलाइन उत्पीड़न की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। हाल ही में एक मामले ने जनता और मीडिया का ध्यान आकर्षित किया है: एक युवा महिला ने बार-बार ऑनलाइन उत्पीड़न और ब्लैकमेल किये जाने के बाद आत्महत्या कर ली है। जाँच में पता चला कि उत्पीड़न एक प्रमुख राजनेता के बेटे सहित प्रभावशाली व्यक्तियों के एक समूह द्वारा किया गया था।
जब आप आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करते हैं, तो आप पर जाँच को धीमा करने या बंद करने के लिये बहुत ज़्यादा राजनीतिक दबाव होता है। एक वरिष्ठ राजनेता आपसे सीधे संपर्क करता है, आपके कॅरियर की संभावनाओं का उल्लेख करता है और संकेत देता है कि यदि आप सहयोग करने से इंकार करते हैं, तो यह आपके पेशेवर विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
साथ ही, पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहा है और कार्यकर्त्ताओं ने जवाबदेही की मांग करते हुए बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। मीडिया घटनाक्रम पर गंभीरता से नज़र रख रहा है और जनता की भावना न्याय के पक्ष में है। हालाँकि प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है और यदि आप जाँच को सख्ती से आगे बढ़ाते हैं, तो आपको स्थानांतरित किये जाने का जोखिम हो सकता है।
प्रश्न:
1. इस मामले में नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
24 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. पुलिस अधीक्षक के रूप में आप क्या कार्रवाई करेंगे और क्यों?
3. इस मामले को संदर्भ के रूप में उपयोग करते हुए, लोक सेवा में ईमानदारी और जवाबदेही के महत्त्व पर चर्चा कीजिये। -
प्रश्न: "पर्यावरणीय नैतिकता के दृष्टिकोण से चर्चा कीजिये कि कैसे अंतर-पीढ़ीगत समानता वर्तमान आर्थिक और विकासात्मक प्रतिमानों के मौलिक पुनर्विचार की आवश्यकता को रेखांकित करती है।" (150 शब्द)
23 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: "एच.एल. मेनकेन के कथन 'नैतिकता और आज्ञाकारिता' के बीच अंतर को समझते हुए, वर्तमान समय में व्यक्तिगत स्वतंत्रता, सामाजिक ज़िम्मेदारी एवं नैतिक निर्णय लेने की भूमिका पर चर्चा कीजिये। यह उद्धरण आपको क्या संदेश देता है?" (150 शब्द)
23 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
स्थानीय रोज़गार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिये राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत एक बढ़ते अर्द्ध-शहरी क्षेत्र के समीप सात वर्ष पूर्व एक कपड़ा रंगाई इकाई स्थापित की गई थी। इस इकाई से हज़ारों लोगों को रोज़गार प्राप्त हुआ है और इसने स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान दिया, लेकिन इसने अनुपचारित अपशिष्टों को पास की नदी में प्रवाहित कर जल को गंभीर रूप से संदूषित कर दिया। इससे क्षेत्र के वासियों में त्वचा और श्वसन संबंधी बीमारियाँ हो गई हैं, भू-जल संदूषित हो गया है तथा आसपास के गाँवों में कृषि उत्पादकता को भी नुकसान पहुँचा है। बार-बार शिकायतों के बावजूद, स्थिति खराब होने तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे किसानों, पर्यावरण समूहों और प्रभावित नागरिकों द्वारा व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। विरोध प्रदर्शनों ने सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित कर दिया है, जिससे सरकार को इकाई को बंद करने पर विचार करने के लिये मज़बूर होना पड़ा है।
हालाँकि, फैक्ट्री बंद होने से श्रमिकों की बड़ी संख्या में बेरोज़गारी बढ़ेगी और इससे उत्पादित रंगों पर निर्भर व्यवसायों पर असर पड़ेगा। इसके अतिरिक्त, यूनिट से जुड़े सहायक उद्योगों एवं ट्रांसपोर्टरों को भी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा। ज़िला मजिस्ट्रेट के रूप में, आपको संकट को हल करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा, पर्यावरण सुरक्षा को पुनर्स्थापित करने तथा आर्थिक चिंताओं को दूर करने के लिये स्थायी समाधान सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है।
प्रश्न:
1. इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
17 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. इस स्थिति में नैतिक, सामाजिक और प्रशासनिक चुनौतियाँ क्या हैं?
3. पर्यावरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं में संतुलन बनाए रखते हुए संकट को हल करने के लिये तत्काल एवं दीर्घकालिक उपाय सुझाइये। -
प्रश्न: "नैतिक विकास व्यावसायिक विकास जितना ही महत्त्वपूर्ण है।" कॉर्पोरेट गवर्नेंस के संदर्भ में इस कथन पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
16 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: "यदि उद्देश्य सद्गुणी न हो तो ज्ञान निरर्थक हो जाता है।" आज के समय में, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और डाटा एनालिटिक्स का उपयोग राष्ट्रों में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हेरफेर करने के लिये किया जा रहा है। लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिये सूचना प्रौद्योगिकी के विनियमन में कौन-से नैतिक विचारों को ध्यान में रखा जाना चाहिये? (150 शब्द)
16 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एम.बी.ए. (अंतिम वर्ष) के छात्र अमन के साथ एक निजी छात्रावास में रहते हैं, जो कई व्यक्तिगत और शैक्षणिक चुनौतियों से जूझ रहा है। लंबी बीमारी के कारण, पिछले दो सेमेस्टर में अमन के ग्रेड में काफी गिरावट आई है, जिससे कैंपस प्लेसमेंट के लिये उसकी पात्रता खतरे में पड़ गई है। उसकी वित्तीय स्थिति भी अनिश्चित है, कमज़ोर आर्थिक पृष्ठभूमि के कारण उस पर भारी भरकम शैक्षिक ऋण का बोझ है।
जैसे-जैसे अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएँ निकट आ रही हैं, अमन की चिंता बढ़ती जा रही है और वह आपको परीक्षा के पेपर खरीदने की अपनी योजना के बारे में बताता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह प्लेसमेंट के मानदंडों को पूरा करता है। वह अपने खराब स्वास्थ्य, आर्थिक कठिनाइयों और पारिवारिक ज़िम्मेदारियों का हवाला देकर अपने निर्णय को सही ठहराता है और इसे अपना एकमात्र व्यवहार्य विकल्प बताता है। निराश होकर अमन आपको दोस्ती और ज़िम्मेदारी की भावना का हवाला देते हुए आपसे अपनी योजना को अंजाम देने के लिये वित्तीय सहायता मांगता है।
(क) इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
(ख) इस स्थिति में नैतिक मुद्दे क्या हैं?
(ग) इस स्थिति में आपकी भूमिकाएँ और ज़िम्मेदारियाँ क्या हैं तथा आप क्या कार्रवाई करेंगे?
10 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़ -
प्रश्न:"लोक प्रशासन में लैंगिक संवेदीकरण के लिये केवल नीतिगत बदलावों से कहीं अधिक की आवश्यकता है।" चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
09 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न:"व्यक्तिगत नैतिक दृष्टिकोण सामूहिक सामाजिक चेतना को आयाम देते हैं।" लोक सेवा के संदर्भ में टिप्पणी कीजिये। (150 शब्द)
09 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
युवा आईएएस अधिकारी आशुतोष बाढ़ प्रभावित ज़िले में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत हैं। हाल ही में आई बाढ़ के दौरान उनकी टीम ने लोगों को निकालने और राहत पहुँचाने के लिये अथक प्रयास किया। हालाँकि, एक पत्रकार ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें आरोप लगाया गया कि राहत शिविरों का प्रबंधन अपर्याप्त है, जिसमें अपर्याप्त स्वच्छता और चिकित्सा सुविधाएँ शामिल थीं। इस लेख ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियाँ बटोरीं, जिसके कारण आशुतोष के प्रशासन की सार्वजनिक आलोचना हुई।
03 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
आशुतोष मानते हैं कि कुछ आरोप अतिशयोक्तिपूर्ण हैं, लेकिन उनका यह भी मानना है कि धन की कमी के कारण बचाव प्रयासों में वास्तविक कमियाँ हैं। उनके वरिष्ठ ने इस मुद्दे पर एक रिपोर्ट मांगी है, जबकि राज्य सरकार ने उन्हें जनता के असंतोष को और अधिक बढ़ने से रोकने के लिये कथानक को नियंत्रित करने पर ध्यान देने को कहा है। इस बीच, उन्हें चल रहे राहत प्रयासों का समन्वय जारी रखने की भी आवश्यकता है।
आशुतोष अपनी प्रतिष्ठा को बचाने और राहत कार्यों में वास्तविक चुनौतियों का सामना करने के बीच उलझे हुए हैं। इस दुविधा में वह जवाबदेही, पारदर्शिता और प्रभावी प्रशासन के बीच संतुलन किस प्रकार बना पाएंगे।
(क) इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
(ख) इस मामले में शामिल नैतिक मुद्दों का अभिनिर्धारण कीजिये।
(ग) आशुतोष तत्काल संकट और स्थिति से उजागर प्रणालीगत मुद्दों, दोनों को हल करने के लिये क्या कदम उठा सकते हैं? -
प्रश्न: “नैतिक साहस के लिये अक्सर संस्थागत निष्ठा और सार्वजनिक हित के बीच संतुलन बनाना या चयन करना आवश्यक होता है।” नौकरशाही नैतिकता के संदर्भ में इस विचार पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
02 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: "लोक सेवा में योग्यता के बिना करुणा, कल्याण की बजाय अधिक हानि का कारण बनती है।" शासन और नेतृत्व में भावनात्मक बुद्धिमत्ता के संदर्भ में इस कथन की विवेचना कीजिये। (150 शब्द)
02 Jan, 2025 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक युवा भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं, जो ऐसे देश में तैनात है, जहाँ बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी रहते हैं। हाल ही में देश के एक क्षेत्र में संघर्ष छिड़ गया, जहाँ भारतीय समुदाय के कई सदस्य, जिनमें महिलाएँ एवं बच्चे भी शामिल हैं, फँस गए हैं और तत्काल निकासी की माँग कर रहे हैं। आपके दूतावास के पास सीमित संसाधन और बहुत कम कर्मचारी हैं।
निकासी का समन्वय करते समय, महत्त्वपूर्ण राजनीतिक संपर्क वाले एक प्रमुख स्थानीय व्यवसायी ने आधिकारिक प्रोटोकॉल को दरकिनार करते हुए अपने परिवार के लिये तत्काल प्राथमिकता निकासी का अनुरोध किया। यदि आप उसकी मांग से सहमत हैं तो वह निकासी मिशन का समर्थन करने के लिये एक बड़ी राशि दान करने का प्रस्ताव करता है। हालाँकि उसके अनुरोध को प्राथमिकता देने से अन्य परिवारों की निकासी में विलंब होगी जो अधिक अनिश्चित परिस्थितियों में हैं।
जटिलता को और बढ़ाते हुए, आप पर स्थानीय सरकार का दबाव है कि आप निकासी अभियान को कम-से-कम करें क्योंकि उन्हें डर है कि इससे तनाव और बढ़ सकता है। आपको नैतिक विचारों, संसाधनों की कमी एवं कूटनीतिक दबाव के बीच संतुलन बनाते हुए इस संकट से निपटने का निर्णय करना होगा।
(क) इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
27 Dec, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
(ख) दी गई परिस्थितियों में, निकासी के प्रभारी अधिकारी के रूप में आपके पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं?
(ग) आपके समक्ष कौन-सी नैतिक दुविधाएँ हैं? -
प्रश्न2: "कौटिल्य के अर्थशास्त्र में नैतिक व्यावहारिकता और नैतिक शासन के विचार समकालीन लोक प्रशासन में किस प्रकार प्रासंगिक हैं?" चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
26 Dec, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: "अधि-नैतिकता की प्रकृति के संदर्भ में आध्यात्मिक विश्लेषण किस प्रकार व्यावहारिक शासन निर्णयों को प्रभावित करता है?" इस संदर्भ में, नीति-निर्माण और कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
26 Dec, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी में वरिष्ठ अधिकारी हैं। एक दिन, आपकी टीम की एक जूनियर सहकर्मी, जो अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के लिये प्रसिद्ध है, परेशान तथा चिंतित स्थिति में आपसे सलाह लेने आती है। वह आपको बताती है कि उसका छोटा भाई, जो इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष में है, को एक गंभीर बीमारी का पता चला है। उसे जानलेवा बीमारी का पता चला है, जिसके लिये तत्काल उपचार की आवश्यकता है, जिसकी लागत 8 लाख रुपए है। अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली है, जिस कारण वह इस भारी चिकित्सा खर्च का प्रबंध करने में कठिनाई का सामना कर रही है, क्योंकि उसका सीमित वेतन केवल घर के दैनिक खर्चों को पूरा करने के लिये ही पर्याप्त हो पाता है।
आप उसकी स्थिति से सहानुभूति रखते हैं, लेकिन व्यक्तिगत रूप से वित्तीय सहायता प्रदान करने में असमर्थ हैं। एक महीने बाद, आप देखते हैं कि उसकी मनोदशा में सुधार हुआ है और जब आप इसके बारे में पूछते हैं, तो वह बताती है कि विभाग के प्रमुख द्वारा आपातकालीन कर्मचारी कल्याण के तहत विवेकाधीन निधियों से किये गए अग्रिम भुगतान के चलते उसके भाई का उपचार अब जारी है। वह यह भी बताती है कि उसने मासिक किश्तों में राशि चुकाने का वादा किया है, जिसकी शुरुआत उसने पहले ही कर दी है।
हालाँकि जब आप कंपनी के दिशा-निर्देशों की समीक्षा करते हैं, तो आपको पता चलता है कि विवेकाधीन निधि का उपयोग केवल आधिकारिक उद्देश्यों के लिये किया जा सकता है और इसे व्यक्तिगत मामलों में उपयोग करने की अनुमति नहीं है। विभाग प्रमुख की कार्रवाई, हालाँकि नेक इरादे से की गई थी, लेकिन इससे मानक प्रक्रियाओं का उल्लंघन हुआ है, जिससे मामले के उजागर होने पर कानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई का जोखिम उत्पन्न हो सकता है।
(क) इस मामले में नैतिक मुद्दे क्या हैं?
20 Dec, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
(ख) स्थिति से अवगत एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में आप क्या कार्रवाई करेंगे?
(ग) विवेकाधीन निधियों के दुरुपयोग को रोकने के लिये व्यापक संगठनात्मक उपाय सुझाइये। -
प्रश्न: वे देश जो उन्नत हथियार अनुसंधान के माध्यम से सैन्य श्रेष्ठता बनाए रखते हैं और साथ ही वैश्विक शांति का समर्थन करते हैं, एक गंभीर नैतिक विरोधाभास का सामना करते हैं। इस विरोधाभास को दूर करने के लिये कौन-सी रणनीतियाँ अपनाई जा सकती हैं? (150 शब्द)
19 Dec, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: सच्ची करुणा केवल सहिष्णुता तक सीमित नहीं हो सकती; यह हाशिये पर पड़े समुदायों के सक्रिय सशक्तीकरण की मांग करती है। इस संदर्भ में, सार्वजनिक सेवा वितरण की भूमिका और प्रभाव पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
19 Dec, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न