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कुल प्रश्नों की संख्या : 982
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प्रश्न: "प्रशासनिक नेतृत्व में भावनात्मक बुद्धिमत्ता की भूमिका पर विचार कीजिये। भावनात्मक आत्म-नियमन और सामाजिक जागरूकता कैसे प्रभावी रूप से प्रशासनिक चुनौतियों का समाधान कर सकती हैं।" विश्लेष्ण कीजिये (150 शब्द)
21 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: स्वामी विवेकानंद ने सामाजिक प्रगति के लिये आध्यात्मिक और भौतिक मूल्यों के सामंजस्य पर ज़ोर दिया। आधुनिक समय की नैतिक दुविधाओं से निपटने में उनके दर्शन की प्रासंगिकता का मूल्यांकन कीजिये। (150 शब्द)
21 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
हाल ही में आप टियर-2 शहर के एक सरकारी अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक के रूप में नियुक्त हुए हैं, जो आपकी वर्षों की निष्ठापूर्ण सेवा और समर्पण का परिणाम है। अस्पताल को अभी ही अत्याधुनिक कार्डियक केयर यूनिट स्थापित करने के लिये पर्याप्त अनुदान प्राप्त हुआ है, जो एक महत्त्वपूर्ण विकास है क्योंकि निकटतम कार्डियक सेंटर 200 किलोमीटर दूर स्थित है। चिकित्सा उपकरणों की खरीद प्रक्रिया के दौरान, आपको यह जानकारी मिलती है कि आपके तत्काल वरिष्ठ, स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक ने कुछ ठेकेदारों के साथ मिलकर, हेरफेर किये गए टेंडरों के माध्यम से उपकरणों की लागत में 40% की वृद्धि की है। अंतर लगभग ₹12 करोड़ की राशि का है, जिसका उपयोग बाल चिकित्सा वार्ड को अपग्रेड करने के लिये किया जा सकता था, जहाँ वेंटिलेटर की बहुत ज़रूरत है।
जब आप इस मुद्दे को उठाते हैं, तो निदेशक आपको आपकी हाल ही में हुई नियुक्ति और इस तथ्य की याद दिलाता है कि आपके पति या पत्नी, जो एक डॉक्टर भी हैं, को तीन वर्ष के अलगाव के बाद अभी ही इस शहर में स्थानांतरित किया गया था। वह सुझाव देते हैं कि आपके परिवार की स्थिरता के लिये "प्रशासनिक सामंजस्य" बहुत महत्त्वपूर्ण है। इस बीच, एक प्रतिष्ठित चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्त्ता निविदा हेरफेर के दस्तावेज़ी साक्ष्यों के साथ निजी तौर पर आपके पास आता है। आपको यह जानकारी भी मिलती है कि "सिस्टम को चालू रखने" के लिये आपके पूर्ववर्तियों द्वारा इसी तरह के मुद्दों की अनदेखी की गई है। अब, आप नैतिक दायित्वों और व्यक्तिगत स्थिरता की दुविधा में हैं और इस स्थिति से बाहर निकलने का रास्ता खोजने की ज़रूरत है।
1. इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
15 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. इस मामले में नैतिक मुद्दे क्या हैं?
3. चिकित्सा अधीक्षक के रूप में आप इस स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिये क्या कदम उठाएंगे? -
प्रश्न: "लोक सेवा में नैतिक आचरण के लिये विवेक एक आवश्यक लेकिन अपर्याप्त मार्गदर्शक है।" चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
14 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: "लोक सेवा में निष्पक्षता के लिये अपने स्वयं के पूर्वाग्रहों को स्वीकार करना आवश्यक है।" क्या आप सहमत हैं? उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिये। (150 शब्द)
14 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आईएएस अधिकारी राजेश कुमार ने हाल ही में मध्य प्रदेश के एक महत्त्वाकांक्षी ज़िले में ज़िला कलेक्टर का कार्यभार संभाला है। मनरेगा परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान राजेश कुमार ने गंभीर अनियमितताओं का पता लगाया, जिनमें अधूरी परियोजनाएँ और फर्जी जॉब कार्ड के ज़रिए मज़दूरी में गड़बड़ी शामिल थीं। ज़िला सतर्कता समिति के निरीक्षण के दौरान, राजेश कुमार ने पाया कि समिति के अध्यक्ष, स्थानीय विधायक, परियोजनाओं को बिना समुचित सत्यापन के मंज़ूरी दे रहे थे। इस बीच, कुछ ग्रामीणों ने पंचायत अधिकारियों और ठेकेदारों से जुड़े भ्रष्टाचार के सबूत गुप्त रूप से प्रस्तुत किये। उल्लेखनीय रूप से, पिछले कलेक्टर को इसी तरह के मुद्दों की जाँच करने का प्रयास करते समय तुरंत स्थानांतरित कर दिया गया था और मुख्यमंत्री से निकटता से जुड़े प्रभावशाली विधायक ने सूक्ष्म रूप से सुझाव दिया कि सहयोग राजेश का कार्यकाल और संभावित पुरस्कार सुरक्षित कर सकता है।
राजेश जब इस चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रहे थे, एक स्थानीय कार्यकर्त्ता समूह ने परियोजनाओं में पाई गई विसंगतियों पर आरटीआई दायर कर दी। उन्होंने इन मुद्दों को सार्वजनिक करने और मीडिया में उजागर करने की चेतावनी दी, जिससे प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया। राजेश एक गंभीर दुविधा में हैं: गहन जाँच से उनकी ज़िम्मेदारी पूरी होगी, लेकिन राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो सकता है, जिससे उनके कॅरियर पर नकारात्मक प्रभाव और विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करता है। हालाँकि, इन अनियमितताओं को नज़रअंदाज़ करने से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलेगा और अपनी आजीविका के लिये मनरेगा पर निर्भर रहने वाले कमज़ोर ग्रामीणों का विश्वास भंग होगा।
प्रश्न:
08 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
1. इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
2. इस स्थिति में राजेश के सामने कौन-से मुख्य नैतिक मुद्दे हैं?
3. इस स्थिति से निपटने के समाधान हेतु राजेश को क्या कदम उठाने चाहिये? -
प्रश्न: "नैतिक व्यवहार न केवल सिखाया जा सकता है, बल्कि इसे सीखा भी जा सकता है।" परिवारों में रोल मॉडलिंग और नैतिक विकास पर इसके प्रभाव के आलोक में इस विचार का मूल्यांकन कीजिये। (150 शब्द)
07 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: मानवीय अंतःक्रियाओं में नैतिक व्यवहार को आकार देने वाले प्रमुख कारक कौन से हैं? चर्चा कीजिये कि इन कारकों की समझ सार्वजनिक सेवा में नैतिक आचरण को प्रोत्साहित करने में कैसे सहायक हो सकती है। (150 शब्द)
07 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
रवि एक प्रमुख दवा कंपनी में अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) विभाग के निदेशक हैं। उनकी कंपनी एक नई दवा लॉन्च करने वाली है, जिसने नैदानिक परीक्षणों में आशाजनक परिणाम दिये हैं। रवि की टीम को अंतिम चरण के परीक्षणों के लिये एक अनुबंध अनुसंधान संगठन (CRO) का चयन करने का कार्य सौंपा गया है। उन्होंने देखा कि उनकी बहन, जो नैदानिक परीक्षणों में विशेषज्ञता वाली एक CRO चलाती हैं, ने अनुबंध के लिये बोली लगाई है।
हालाँकि रवि जानता है कि उसकी बहन के CRO की अच्छी प्रतिष्ठा है, वह यह भी जानता है कि उसकी कंपनी ने हाल ही में बढ़ती प्रतिस्पर्द्धा के कारण अनुबंध प्राप्त करने के लिये कठिनाई का सामना किया है। अपनी बहन की कंपनी का चयन करने से उसे आर्थिक रूप से मदद मिलेगी, लेकिन भाई-भतीजावाद के बारे में चिंताएँ भी बढ़ सकती हैं और परीक्षण प्रक्रिया की अखंडता की निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं। कंपनी का बोर्ड रवि के निर्णय पर भरोसा करता है तथा उसे अंतिम निर्णय लेने की अनुमति देता है।
प्रश्न:
(क) CRO के साथ रवि के व्यक्तिगत संबंध शोध प्रक्रिया में नैतिक मुद्दों को किस प्रकार प्रभावित कर सकते हैं?
01 Nov, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
(ख) रवि को कौन-से कदम उठाने चाहिये?
(ग) रवि अपने निर्णय को कैसे उचित ठहरा सकता है? -
प्रिया सिंह एक आईएएस अधिकारी हैं जो वर्तमान में राजनीतिक रूप से संवेदनशील ज़िले में ज़िला अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। एक गंभीर महामारी के प्रकोप के दौरान, उनके ज़िले को जीवन रक्षक टीकों की सीमित आपूर्ति ही प्राप्त होती है। आधिकारिक दिशा-निर्देशों में टीकाकरण के लिये स्वास्थ्य कर्मियों और वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता देने का आदेश दिया गया है।
हालाँकि स्थानीय विधायक, जो सत्ताधारी पार्टी से संबंधित है, मांग करता है कि 40% टीके उसके निर्वाचन क्षेत्र में "प्राथमिक तौर पर वितरण" के लिये भेजे जाएँ। अगर प्रिया ऐसा नहीं करती है तो वह उसके खिलाफ भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाने की धमकी देता है। इसके अलावा, प्रिया का पति विधायक के निजी सचिव के रूप में कार्यरत है, जिससे वह एक चुनौतीपूर्ण और कठिन व्यक्तिगत स्थिति में फँस जाती है क्योंकि विधायक उसके पति की नौकरी को खतरे में डाल रहा है।
दुविधा तब और बढ़ जाती है जब उन्हें पता चलता है कि विधायक इन टीकों का उपयोग केवल अपने पार्टी कार्यकर्त्ताओं और समर्थकों को वितरित कर राजनीतिक लाभ पहुँचाने हेतु करना चाहते हैं, जिससे संभवतः अन्य क्षेत्रों में अधिक सुभेद्य नागरिकों तक उनकी पहुँच सीमित हो सकती है।
1. इस मामले में शामिल हितधारकों का अभिनिर्धारण कीजिये।
25 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. इस मामले में शामिल नैतिक मुद्दों पर चर्चा कीजिये।
3. प्रिया के पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं और उसे इस स्थिति से निपटने हेतु क्या कदम उठाने चाहिये? -
प्रश्न: "परिवार नैतिकता की पहली पाठशाला बना हुआ है, लेकिन अन्य सामाजिक संस्थाएँ इसकी भूमिका को निरंतर चुनौती दे रही हैं।" समकालीन समाज में नैतिक शिक्षा की बदलती प्रवृत्तियों का परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
24 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: "करुणा के अभाव में सहिष्णुता, उदासीनता का कारण बनती है।" समाज के कमज़ोर वर्गों के प्रति लोक सेवकों की ज़िम्मेदारी के परिप्रेक्ष्य में, इस कथन की विस्तृत समीक्षा कीजिये। (150 शब्द)
24 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
एक समर्पित IPS अधिकारी प्रिया, जो अपनी ईमानदारी के लिये जानी जाती है, को एक ऐसे ज़िले में पुलिस अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया जाता है जहाँ अपराध दर बहुत अधिक है और राजनीतिक हस्तक्षेप भी बहुत अधिक है। बार-बार तबादलों का सामना करने के बावजूद, वह स्थानीय विधायक के मानव तस्करी गिरोह में संलिप्तता के सबूतों को उजागर करती है। विधायक के राज्य के गृह मंत्री के साथ प्रगाढ़ संबंध हैं, जिससे राजनीतिक दबाव के बिना काम करने के उसके प्रयास जटिल हो गए हैं।
प्रिया को एक वरिष्ठ पत्रकार अतिरिक्त आपत्तिजनक सूचना प्रदान करता है और अगर वह जाँच की पुष्टि करती है तो एक खुलासा प्रकाशित करने का प्रस्ताव देता है। वह संकेत देता है कि इससे उसका कॅरियर बेहतर हो सकता है और उसे एक प्रतिष्ठित पद मिल सकता है। हालाँकि प्रिया पत्रकार के उद्देश्य और समय से पहले विवरण लीक करके जाँच से समझौता करने तथा संभावित पेशेवर प्रतिशोध के जोखिम से सचेत हो गई है। अब उनके सामने एक दुविधा है कि क्या वे साहसिक कदम उठाएँ या जाँच की विश्वसनीयता बनाए रखें।
1. इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
18 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. प्रिया के समक्ष नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
3. एक सिद्धांतवादी पुलिस अधीक्षक के रूप में, इस स्थिति में प्रिया के पास क्या विकल्प उपलब्ध हैं तथा कौन-सा कदम सबसे उपयुक्त होगा? -
प्रश्न: लोक सेवा प्रवचन में प्रायः ईमानदारी और सत्यनिष्ठा को एक-दूसरे के पर्याय के रूप में प्रयोग किया जाता है। इन अवधारणाओं के मध्य सूक्ष्म अंतर की जाँच कीजिये और यह समझाइये कि नैतिक शासन के लिये उनके क्या निहितार्थ हैं? (150 शब्द)
17 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
प्रश्न: 'वसुधैव कुटुंबकम्' का सिद्धांत भारतीय दर्शन की गहन और मूलभूत अवधारणा है। बढ़ते वैश्विक ध्रुवीकरण के युग में, भारत की विदेश नीति को आयाम देने में इसकी प्रासंगिकता और नैतिक निहितार्थों का परीक्षण कीजिये। (150 शब्द)
17 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
डॉ. शर्मा, एक प्रसिद्ध जैव प्रौद्योगिकी कंपनी की वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं, जो एक नए विषाणु संक्रामक रोग के तेज़ी से प्रसारित हो रहे प्रकार के उपचार हेतु एक दवा विकसित करने वाले अनुसंधान दल का नेतृत्व कर रही हैं। विश्वभर में और भारत में मामलों में वृद्धि के साथ, डॉ. शर्मा के दल पर दवा परीक्षणों में तेज़ी लाने का बहुत दबाव है। कंपनी महत्त्वपूर्ण बाज़ार क्षमता का लाभ उठाना चाहती है और प्रथम-प्रवर्तक का लाभ प्राप्त करना चाहती है।
टीम मीटिंग के दौरान, वरिष्ठ सदस्य क्लिनिकल ट्रायल में तीव्रता लाने और त्वरित मंज़ूरी प्राप्त करने के लिये लघु पथन का प्रस्ताव देते हैं। इनमें नकारात्मक प्रतिफलों को निष्कर्षित करने और चुनिंदा रूप से सकारात्मक प्रतिफलों की रिपोर्ट करने के लिये डेटा का छलसाधन, सूचित सहमति प्रक्रियाओं को उपपथन और स्वयं के द्वारा विकसित करने के बजाय प्रतिद्वंद्वी कंपनी के पेटेंट यौगिकों का उपयोग करना शामिल है। डॉ. शर्मा इन लघुपथन मार्गों से असहज महसूस करती हैं, परंतु उन्हें अनुभव होता है कि ऐसे साधनों का उपयोग किये बिना लक्ष्यों को प्राप्त करना असंभव है। अब उन्हें एक कठिन निर्णय का सामना करना पड़ रहा है जो बाज़ार के दबावों और उपचार की तत्काल आवश्यकता के विरुद्ध वैज्ञानिक सत्यनिष्ठता और रोगी सुरक्षा को चुनौती देता है।
1. इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
11 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. डॉ. शर्मा को किन नीतिपरक दुविधाओं का सामना करना पड़ता है?
3. इस परिदृश्य में डॉ. शर्मा को क्या कदम उठाना चाहिये? -
नैतिक विवेकशून्यता की अवधारणा और लोक सेवा परिदान पर इसके संभावित प्रभाव पर चर्चा कीजिये। इस तरह की विवेकशून्यता के समाधान हेतु संगठनों द्वारा नीतिपरक जागरूकता का संवर्द्धन कैसे किया जा सकता है? (150 शब्द)
10 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
व्यक्तिगत गोपनीयता और सार्वजनिक उत्तरदायित्व पर सोशल मीडिया के नीतिपरक प्रभावों पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
10 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
राजीव एक प्रतिष्ठित सरकारी अनुसंधान प्रयोगशाला में वरिष्ठ अभियंता हैं, जो संशोधित मौसम पूर्वानुमान और आपदा पूर्वानुमान के लिये अत्याधुनिक उपग्रह प्रौद्योगिकी के विकास का निरीक्षण करते हैं। परियोजना प्रमुख के रूप में, वह घटकों और सामग्रियों के चयन के लिये ज़िम्मेदार हैं। आपूर्तिकर्ता प्रस्तावों की समीक्षा करते समय, राजीव ने देखा कि उनकी बहन के संघर्षरत स्टार्टअप ने अभिनव समाधानों के साथ एक प्रतिस्पर्द्धी बोली प्रस्तुत की है जो उपग्रह के प्रदर्शन को संवर्द्धित कर सकती है।
राजीव को पता है कि अपनी बहन की कंपनी को अनुबंध देने से वह दिवालिया होने से बच सकती है, परंतु इससे स्वजन-पक्षपात का प्रश्न भी उठ सकता हैं और चयन प्रक्रिया की सत्यनिष्ठा से समझौता हो सकता है। प्रयोगशाला प्रबंधन राजीव पर पूरा विश्वास करता है जो उसके निर्णय का समर्थन करेगा। अब वह अपने पेशेवर दायित्वों और अपनी बहन के व्यवसाय में सहायता करने की इच्छा के बीच दुविधा का सामना कर रहा है, यह जानते हुए कि उसके निर्णय का परियोजना की सफलता, उसके व्यक्तिगत संबंधों और सरकारी अनुबंध के नीतिपरक मानकों पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है।
1. इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
04 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. इस मामले में नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
3. इस मुद्दे के समाधान हेतु राजीव की क्रियाविधि क्या होनी चाहिये? -
"पारंपरिक ज्ञान का व्यावसायीकरण बौद्धिक संपदा अधिकारों और सांस्कृतिक संरक्षण के विषय में प्रश्न खड़े करता है।" वैज्ञानिक प्रगति को प्रोत्साहित करते हुए स्वदेशी ज्ञान प्रणालियों की सुरक्षा में नीतिपरक विचारों का विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
03 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
"नीतिपरक नेतृत्व के लिये प्रायः कठोर निर्णयन की आवश्यकता होती है जो अल्पावधि में अलोकप्रिय हो सकते हैं लेकिन दीर्घावधि में लाभकारी होते हैं।" प्रासंगिक उदाहरणों के साथ इस कथन पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
03 Oct, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक ऐसे ज़िले के पुलिस अधीक्षक हैं जो अपनी जटिल सामाजिक गतिशीलता और कभी-कभी सांप्रदायिक तनाव के लिये जाना जाता है। हाल ही में, अल्पसंख्यक समूहों के विरुद्ध कथित घृणास्पद भाषण के लिये बहुसंख्यक समुदाय के एक प्रमुख धार्मिक नेता को गिरफ्तार किया गया था। यद्यपि यह गिरफ्तारी विधिक रूप से उचित है, परंतु इसने उनके अनुयायियों के बीच व्यापक विरोध और अशांति को उत्पन्न कर दिया है, जो दावा करते हैं कि यह एक राजनीतिक रूप से प्रेरित कार्रवाई है।
27 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
जैसे-जैसे तनाव बढ़ता है, आपको खुफिया जानकारी प्राप्त होती है कि चरमपंथियों का एक समूह जवाबी कार्रवाई में अल्पसंख्यकों के स्वामित्व वाले व्यवसायों और पूजा स्थलों को नष्ट करने की योजना बना रहा है। आपके सूत्रों का सुझाव है कि भड़काने वालों को कार्रवाई करने से पहले गिरफ्तार करना हिंसा को रोक सकता है। यद्यपि, आपको यह भी पता चलता है कि मुख्य आयोजकों में से एक प्रभावशाली राज्यमंत्री का बेटा है। आपके तत्काल वरिष्ठ, महानिरीक्षक, सूक्ष्म रूप से संकेत देते हैं कि इन निवारक गिरफ्तारियों के साथ आगे बढ़ना आपके कैरियर की संभावनाओं को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है, इसके बजाय वह “घटना घटने के बाद” सामान्य पुलिस उपस्थिति बढ़ाने और किसी भी घटना से निपटने का सुझाव देते हैं।
जैसे-जैसे समय बीतता है और तनाव बढ़ता है, आपको ऐसा निर्णय लेना होगा जो विधि व्यवस्था बनाए रखने के आपके कर्तव्य, आपकी कैरियर संबंधी आकांक्षाओं और आपके ज़िले की जटिल सामाजिक गतिशीलता के बीच संतुलन स्थापित कर सके।
1. इस स्थिति में प्रमुख हितधारक कौन हैं?
2. इस स्थिति में नैतिक दुविधाएँ क्या हैं?
3. सार्वजनिक सुरक्षा, राजनीतिक दबाव और आपकी नीतिपरक ज़िम्मेदारी के लिये संभावित ज़ोखिम को ध्यान में रखते हुए आपकी अगली कार्रवाई क्या होगी? -
नीतिशास्त्र में "नेगेटिव रिस्पांसिबिलिटी" की अवधारणा की व्याख्या कीजिये। यह नैतिक ज़िम्मेदारी के पारंपरिक विचारों को कैसे चुनौती देता है? (150 शब्द)
26 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
जलवायु परिवर्तन वैश्विक असमानताओं को बढ़ाने और संसाधन आवंटन के इर्द-गिर्द नई नीतिपरक संशय की आशंका उत्पन्न करता है। इस संकट से निपटने में राष्ट्रों को अपने हितों को वैश्विक ज़िम्मेदारियों के साथ कैसे संतुलित करना चाहिये? उन नैतिक सिद्धांतों का परीक्षण कीजिये जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई का मार्गदर्शन करना चाहिये। (150 शब्द)
26 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
आप एक घाटे में जा रही सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम के नवनियुक्त कार्यकारी अधिकारी हैं, जिसे उद्यम के कायाकल्प की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। कंपनी की अक्षमता अत्यधिक कर्मचारियों और पुरानी कार्यपद्धतियों के कारण उपजी है। आपका विश्लेषण प्रदर्शित करता है कि 30% कर्मचारियों की छंटनी और आधुनिक प्रबंधन तकनीकों को कार्यान्वित करने से कंपनी को दो वर्ष के भीतर लाभदायक बनाया जा सकता है। यद्यपि, इससे पहले से ही उच्च बेरोज़गारी का सामना कर रहे क्षेत्र में कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिये काफी कठिनाई होगी।
सरकार ने आधिकारिक तौर पर सुधारों का समर्थन करते हुए निजी तौर पर संकेत दिया है कि वे आगामी चुनावों से पहले छंटनी से बचना चाहते हैं। आपको यह पता है कि छंटनी की प्रक्रिया अल्पकालिक सामाजिक और राजनीतिक परिणामों के मूल्य पर कंपनी की दीर्घकालिक व्यवहार्यता के लिये सबसे उपयुक्त मार्ग है। इस तथ्य से भलीभांति अवगत हुए आपको यह तय करना है कि कंपनी को छंटनी और सुधारों के साथ आगे बढ़ना है या नहीं। यह मामला एक ऐसे नौकरशाही प्रारूप में पेशेवर नीतिपरकता, राजनीतिक दबाव और व्यक्तिगत नैतिक मूल्यों के बीच तनाव को प्रकट करता है जहाँ पारंपरिक पदानुक्रम और नियम कम मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
1. इस मामले में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
20 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. यह निर्णय लेते समय आपको किन नीतिपरक दुविधाओं का सामना करना पड़ेगा?
3. प्रतिस्पर्द्धी हितों में संतुलन बनाते हुए आप इस स्थिति से निपटने के लिये क्या कदम उठाएंगे? -
'नीतिपरक उपभोक्तावाद' की अवधारणा व्यक्तियों पर उनके उपभोग विकल्पों के लिये नैतिक ज़िम्मेदारी को प्रकट करती है। वैश्विक पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में इस उपागम की क्षमता और सीमाओं पर चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
19 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
"समुत्थानशीलता किसी कठिन परिस्थिति को सहन करने के बारे में नहीं है, बल्कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के रचनात्मक अनुकूलन से संबंधित है।" चर्चा कीजिये। (150 शब्द)
19 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
गंगा नदी बेसिन के पास के ग्रामीण क्षेत्र की स्थानीय अर्थव्यवस्था रेत खनन पर तेज़ी से निर्भर हो गई है। स्थानीय सरकार द्वारा सख्त नियमों के तहत सीमित क्षेत्रों में रेत खनन के लिये परमिट जारी किये है। हालाँकि इस क्षेत्र में अवैध रेत खनन वृहद् पैमाने पर हो रहा है, जिसमें उच्च दर्जे के ठेकेदार स्थानीय संसाधनों का दोहन कर रहे हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुँचा रहे हैं। कई ठेकेदार अनुमत सीमा से अधिक और गैर-निर्दिष्ट क्षेत्रों से रेत निकालते हैं, जिससे नदी का प्रवाह, स्थानीय जैवविविधता और आस-पास की कृषि भूमि पर हानिकारक प्रभाव पड़ रहा है।
ज़िला अधिकारी के रूप में निरिक्षण करते समय आप देखते हैं कि नियामक निकायों की मौजूदगी के बावजूद बड़े पैमाने पर अवैध रेत खनन गतिविधियाँ चल रही हैं। पूछताछ करने पर, मज़दूरों का दावा है कि वे सीमा के भीतर काम करने वाले एक पंजीकृत ठेकेदार द्वारा नियोजित हैं। हालाँकि आप देखते हैं कि प्रतिबंधित क्षेत्रों में भारी मशीनरी का प्रयोग किया जा रहा है। ग्राम निवासियों की शिकायत है कि अवैध खनन उनके खेतों को नुकसान पहुँचा रहा है, कटाव कर रहा है और पानी की उपलब्धता को प्रभावित कर रहा है। इसके अलावा, आपको ज्ञात होता है कि स्थानीय प्रशासन कथित तौर पर प्रभावशाली राजनीतिक हस्तियों की भागीदारी के कारण इस मुद्दे को नज़रअंदाज़ कर रहा है या अपनी आँखें मूंद रहा है।
1. इस स्थिति में कौन-कौन से हितधारक शामिल हैं?
13 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 केस स्टडीज़
2. उपरोक्त मामले में शामिल नैतिक मुद्दों को उजागर कर उन पर विस्तार से चर्चा कीजिये।
3. एक ज़िला अधिकारी के रूप में आप इस स्थिति के समाधान हेतु क्या कदम उठाएंगे? -
"दृष्टिकोण से व्यवहार को आकार मिलता है जबकि योग्यता से क्षमता का निर्धारिण होता है।" नैतिक शासन के प्रकाश में इस कथन का विश्लेषण कीजिये। (150 शब्द)
12 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न -
संगठनात्मक संदर्भों में "नैतिकता का पतन होने" की अवधारणा का विश्लेषण कीजिये। सार्वजनिक संस्थाएँ इस घटना से किस प्रकार बच सकती हैं तथा समय के साथ उच्च नैतिक मानकों को किस प्रकार बनाए रख सकती हैं? ( 150 शब्द )
12 Sep, 2024 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न