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  • 07 Aug 2023 सामान्य अध्ययन पेपर 4 सैद्धांतिक प्रश्न

    दिवस-19: व्यक्तियों का नैतिक आचरण किसी देश के लोक प्रशासन एवं शासन की प्रभावशीलता को किस प्रकार प्रभावित करता है? (250 शब्द)

    उत्तर

    हल करने का दृष्टिकोण:

    • नैतिक आचरण का परिचय देते हुए अपने उत्तर की शुरुआत कीजिये।
    • चर्चा कीजिये कि व्यक्तियों का नैतिक व्यवहार किसी देश के सार्वजनिक प्रशासन और शासन की प्रभावशीलता को किस प्रकार प्रभावित करता है।
    • उचित निष्कर्ष दीजिये।

    परिचय:

    किसी भी परिस्थिति में नैतिक सिद्धांतों का अनुप्रयोग ही नैतिक व्यवहार है। इसका अर्थ है समाज द्वारा निर्धारित नैतिक मानकों के अनुसार व्यवहार करना, जो व्यक्तिगत मान्यताओं, धर्म, सरकार या मीडिया जैसे विभिन्न कारकों से प्रभावित हो सकता है।

    व्यक्तियों या संस्थाओं द्वारा नैतिक व्यवहार व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों संबंधों में प्रदर्शित किया जा सकता है। इसमें ईमानदारी, पारदर्शिता, सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता, परिश्रम, सम्मान और जवाबदेही शामिल है।

    व्यक्तियों का नैतिक व्यवहार किसी देश में लोक प्रशासन और शासन की प्रभावशीलता को कई तरह से प्रभावित करता है। जैसे:

    • नैतिक व्यवहार सार्वजनिक संस्थानों और अधिकारियों की वैधता और विश्वसनीयता को बढ़ाता है। जब व्यक्ति नैतिक रूप से कार्य करते हैं तो वे जनता का विश्वास हासिल करते हैं। इससे लोगों में सरकार की नीतियों और विनियमों के साथ सहयोग करने तथा उनका अनुपालन करने की इच्छा बढ़ती है।
      • उदाहरण: अशोक खेमका ने व्हिसलब्लोअर के रूप में भूमि सौदों, खनन और सार्वजनिक वितरण प्रणालियों में घोटालों एवं भ्रष्टाचार को उजागर किया तथा हरियाणा बीज विकास निगम में एक घोटाले का पर्दाफाश किया।
    • नैतिक व्यवहार से सार्वजनिक सेवाओं और परिणामों की गुणवत्ता एवं दक्षता को बढ़ावा मिलता है। जब व्यक्ति नैतिक रूप से कार्य करते हैं तो वे भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, पक्षपात एवं अन्य कदाचार से बचते हैं। वे अपने कर्तव्यों को परिश्रम, व्यावसायिकता तथा नवीनता के साथ निभाने का भी प्रयास करते हैं। इससे सार्वजनिक सेवाओं और कार्यक्रमों के वितरण एवं प्रभाव में सुधार होता है।
      • उदाहरण: आर्मस्ट्रांग पामे (जिन्हें मणिपुर में "चमत्कारी व्यक्ति" के रूप में जाना जाता है) ने बिना सरकारी सहायता के 100 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कराया, जिससे दूरदराज़ के इलाकों को कनेक्टिविटी मिली।
    • नैतिक व्यवहार से सार्वजनिक संगठनों में जवाबदेही और ज़िम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। जब व्यक्ति नैतिक रूप से कार्य करते हैं तो वे अपने कार्यों एवं निर्णयों के परिणामों को स्वीकार करते हैं। वे अपने साथियों, वरिष्ठों, अधीनस्थों तथा हितधारकों से प्रतिक्रिया एवं मूल्यांकन भी चाहते हैं। इससे लोक प्रशासन और शासन में सीखने, सुधार तथा नवाचार को प्रोत्साहन मिलता है।

    • नैतिक व्यवहार से किसी देश में लोकतंत्र और मानवाधिकारों के मूल्यों तथा सिद्धांतों को समर्थन मिलता है। जब व्यक्ति नैतिक रूप से कार्य करते हैं तो वे सभी लोगों की गरिमा, विविधता एवं अधिकारों का सम्मान करते हैं। वे नागरिक जीवन में भी भाग लेते हैं तथा सामाजिक कल्याण और विकास में योगदान देते हैं। इससे किसी देश की सामाजिक एकजुटता, राजनीतिक स्थिरता एवं आर्थिक समृद्धि को मज़बूती मिलती है।

    किसी देश में प्रभावी लोक प्रशासन और शासन के लिये नैतिक व्यवहार एक आवश्यक तत्त्व है। इससे सार्वजनिक संस्थानों एवं अधिकारियों के प्रदर्शन, प्रतिष्ठा पर प्रभाव पड़ता है। यह समाज की नैतिक चेतना और आकांक्षाओं को भी दर्शाता है। इसलिये सार्वजनिक क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के बीच नैतिक व्यवहार को विकसित करना तथा बढ़ावा देना महत्त्वपूर्ण है।

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