लखिमी बरुआ को असम की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उनके प्रयासों को मान्यता देने के लिये वर्ष 2021 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था
सामाजिक कार्य
इन्होनें 1998 में कनोकलोता महिला शहरी सहकारी बैंक (KMUCB) की स्थापना की थी, जिसका उद्देश्य वंचित महिलाओं को स्वरोज़गार के अवसर प्रदान करना, मितव्ययिता को प्रोत्साहित करना और वित्तीय स्वतंत्रता के परिप्रेक्ष्य में शिक्षित करना था।
बैंक असम का पहला महिला सहकारी बैंक है।
बैंकिंग का कोई विशेष ज्ञान न होने के बावजूद, उन्होंने 1990 में महिलाओं के लिये एक सहकारी बैंक स्थापित करने हेतु भारतीय रिज़र्व बैंक में आवेदन किया था।
जिसका अनुमोदन 1998 में प्राप्त हुआ और दो वर्ष उपरांत असम के जोरहाट में 8.45 लाख रुपये के शुरुआती निवेश और 1,500 महिला सदस्यों के साथ बैंक स्थापित किया गया।
बैंक में केवल महिलाओं को रोज़गार प्रदान किया गया है और वर्तमान मेंइसकी चार शाखाएँ हैं जिनमे 21 नियमित कर्मचारी और 45,000 खाताधारक हैं जिनमें अधिकतर महिलाएँ हैं।