जगदीश लाल आहूजा को सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में उनके योगदान के लिये वर्ष 2020 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
सामाजिक कार्य
वह चंडीगढ़ में "लंगर बाबा" के नाम से लोकप्रिय थे, उन्होंने पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) के बाहर गरीब मरीजों और परिचारकों को निशुल्क भोजन प्रदान करते हुए 19 वर्ष बिताए हैं।
वर्ष 1981 में शहर भर में लंगर (सामुदायिक भोजन) का आयोजन शुरू किया।
पिछले 19 वर्षों में एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जब PGIMER के बाहर लंगर का आयोजन न हुआ हो। इसके अलावा बच्चों के साथ-साथ कैंसर मरीजों को भी भोजन उपलब्ध कराया गया।
मरीजों को भूखा न सोना पड़े इसके लिये उन्होंने अपनी करोड़ों की संपत्ति बेच दी। वह मरीजों को वित्तीय सहायता से लेकर कंबल और कपड़े तक अन्य सहायता भी उपलब्ध कराते हैं।