श्याम सुंदर पालीवाल, राजस्थान के राजसमंद में पिपलांत्री ग्राम परिषद के प्रमुख रह चुके हैं।
पालीवाल को वर्ष 2021 में सामाजिक कार्य श्रेणी में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
सामाजिक कार्यों के अंतर्गत इन्होंने बालिकाओं, जल और पेड़ों की सुरक्षा एवं संरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया।
सामाजिक कार्य
उन्होंने वर्ष 2006 में अपनी बेटी को खो दिया था जिसकी स्मृति में उन्होंने हर नवजात बालिका के जन्म का उत्सव मनाने के लिये 111 पौधे लगाने का एक अभियान शुरू किया।
इस अभियान के अंतर्गत पंचायत नवजात के नाम पर सावधि बैंक जमा खाता खोलती है।
इसके अंतर्गत बालिकाओं के माता-पिता से आशा की जाती है कि वे पौधों का पालन-पोषण करेंगे और एक हलफनामे पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें वे आश्वासन देंगे कि 18 वर्ष की आयु से पूर्व अपनी बेटियों का विवाह नहीं करेंगे या कन्या भ्रूण हत्या नहीं करेंगे।
इस अभियान का ही परिणाम है कि राजस्थान का पिपलांत्री गाँव के दीर्घकालिक सूखे और पानी की कमी से बचा रहा।
पालीवाल के नेतृत्व में इस अभियान के अंतर्गत भूजल स्तर के पुनर्भरण के लिये पास की पहाड़ियों पर चेक डैम बनाना और राजसमंद को पेड़ों से भरे नखलिस्तान में बदल देना शामिल है।