प्रारंभिक परीक्षा
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024
- 06 May 2024
- 5 min read
स्रोत: डाउन टू अर्थ
चर्चा में क्यों?
3 मई 2024 को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस सम्मेलन के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization - UNESCO) ने एक नई रिपोर्ट जारी की जिसमें दुनिया भर में पर्यावरण पत्रकारों के विरुद्ध हिंसा में वृद्धि का संकेत दिया गया है।
- इसने दुनिया भर में पर्यावरण पत्रकारों के विरुद्ध बढ़ती हिंसा पर प्रकाश डाला, जिसमें 15 वर्षों में 44 पत्रकारों की हत्या हुई।
- यह एशिया और प्रशांत क्षेत्र में हत्याओं की सबसे अधिक संख्या को दर्शाता है।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक क्या है?
- परिचय:
- यह वैश्विक मीडिया निगरानी संस्था रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) द्वारा जारी एक वार्षिक रिपोर्ट है।
- वर्ष 2024 में भारत का स्कोर:
- भारत की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है और यह वर्ष 2023 में 161वें से बढ़कर वर्ष 2024 में 180 देशों में 159वें स्थान पर पहुँच गई है।
- रैंकिंग में बदलाव के बावजूद, भारत के स्कोर में गिरावट देखी गई, जो 36.62 से गिरकर 31.28 रह गया और साथ ही सुरक्षा संकेतक को छोड़कर सभी श्रेणियों में स्कोर कम हो गया।
- RSF के अनुसार, विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में ‘प्रेस की स्वतंत्रता’ खतरे में है।
- जनवरी 2024 से अब तक भारत में 9 पत्रकारों और 1 मीडियाकर्मी को हिरासत में लिया जा चुका है।
- दूरसंचार अधिनियम 2023, प्रसारण सेवा विनियमन विधेयक, 2023 एवं डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम 2023 जैसे कई कानून बड़े पैमाने पर मीडिया तथा सेंसर समाचारों को विनियमित करते हैं।
- इस रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि आर्थिक तथा राजनीतिक दबाव मीडिया की स्वतंत्रता को सीमित करते हैं।
- वैश्विक स्कोर:
- वर्ष 2024 की रिपोर्ट में नॉर्वे, डेनमार्क तथा स्वीडन क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर बने हुए हैं। इरीट्रिया सूची में सबसे नीचे था और सीरिया उसके ठीक आगे था।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक (WPFI):
- विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक (World Press Freedom Index - WPFI), वर्ष 2002 से फ्राँस स्थित एक अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन RSF द्वारा संकलित एवं प्रकाशित देशों की एक वार्षिक रैंकिंग है।
- यह विशेष रूप से प्रेस की स्वतंत्रता पर ध्यान केंद्रित करता है और जिन देशों का यह आकलन करता है उनके भीतर पत्रकारिता की गुणवत्ता या व्यापक मानवाधिकार उल्लंघन का मूल्यांकन नहीं करता है।
- प्रेस स्वतंत्रता प्रश्नावली में पाँच प्रमुख श्रेणियाँ शामिल हैं: राजनीतिक संदर्भ, कानूनी ढाँचा, आर्थिक संदर्भ, सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ एवं सुरक्षा।
और पढ़ें… भारत में प्रेस की स्वतंत्रता
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निजता के अधिकार को जीवन एवं व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार के अंतर्भूत भाग के रूप में रक्षित किया जाता है। भारत के संविधान में निम्नलिखित में से किससे उपर्युक्त कथन सही एवं समुचित ढंग से अर्थित होता है? (2018) (a) अनुच्छेद 14 एवं संविधान के 42वें संशोधन के अधीन उपबंध उत्तर: (c) मेन्स:प्रश्न. आप 'वाक् और अभिव्यक्ति स्वातंत्रय' संकल्पना से क्या समझते हैं? क्या इसकी परिधि में घृणा वाक् भी आता है? भारत में फिल्में अभिव्यक्ति के अन्य रूपों से तनिक भिन्न स्तर पर क्यों हैं? चर्चा कीजिये। (2014) |