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विश्व हृदय दिवस

  • 29 Sep 2022
  • 6 min read

हृदय दिवस प्रत्येक वर्ष 29 सितंबर को मनाया जाता है।

प्रमुख बिंदु:

  • विषय:
    • यह सर्वप्रथम वर्ष 2000 में वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से मनाया गया था।
    • यह एक वैश्विक अभियान है जिसके माध्यम से महासंघ हृदय रोग (CVD) से होने वाली परेशानियों के खिलाफ लड़ाई में लोगों को एकजुट करता है और साथ ही स्वस्थ जीवन को प्रोत्साहित करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई को प्रेरित और संचालित करता है।इस दिवस हृदय यह रोग से बचाव और नियंत्रण के लिये किसी व्यक्ति द्वारा उठाए जाने वाले कदम के महत्त्व को रेखांकित करता है।
  • उद्देश्य:
    • इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य हृदय रोग, इसकी रोकथाम और दुनिया भर के लोगों पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
  • थीम:
    • विश्व हृदय दिवस की थीम है-’’यूज़ हार्ट फॉर एव्ररी हार्ट''(Use Heart For Every Heart)

हृदय रोग:

  • विषय:
    • CVD दिल और रक्त वाहिकाओं के विकारों का एक समूह है, सामान्य CVD में कोरोनरी हृदय रोग (दिल का दौरा),सेरेब्रोवास्कुलर बीमारी (स्ट्रोक) इत्यादि शामिल हैं।
  • वैश्विक परिदृश्य:
    • विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, विश्व स्तर पर वर्ष 2019 में अनुमानित 9 मिलियन लोगों की मृत्यु का मुख्य कारण हृदय रोग (CVD) है।
    • प्रति पाँच में से चार से अधिक मौतें दिल के दौरे और स्ट्रोक के कारण होती हैं, और इनमें से एक तिहाई मौतें 70 वर्ष से कम उम्र के लोगों में समय से पहले होती हैं।
  • भारतीय परिदृश्य:
    • WHO के अनुसार, वर्ष 2016 में NCDs के कारण होने वाली कुल मौतों में भारत की हिस्सेदारी 63% है  जिनमें से 27% हिस्सेदारी CVDs की थी ।
    • 40-69 वर्ष आयु वर्ग में होने वाली मौतों में 45% हिस्सेदारी CVDs की है।  
  • जोखिम:
    • हृदय रोग और स्ट्रोक के सबसे महत्त्वपूर्ण जोखिम कारकों में अस्वास्थ्यकर आहार, शारीरिक निष्क्रियता के साथ तंबाकू का उपयोग और शराब का सेवन करना है ।
    • व्यवहार संबंधी जोखिम कारकों के प्रभाव व्यक्तियों में मध्यवर्ती जोखिम कारकों जैसे- रक्तचाप, रक्त शर्करा, रक्त लिपिड में वृद्धि  और मोटापा के रूप में दिखाई दे सकते हैं।

महाराष्ट्र की एसटी-एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (STEMI) परियोजना:

  • परिचय :
    • महाराष्ट्र सरकार ने फरवरी 2021 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) द्वारा मान्यता प्राप्त एसटी-एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (STEMI)  कार्यक्रम शुरू किया।
      • एसटी-एलिवेशन मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (STEMI) एक ऐसी स्थिति है  जिसके दौरान हृदय की प्रमुख धमनियों में से एक (हृदय की मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्त्वों से भरपूर रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियाँ) पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाती है। 
  • उद्देश्य:
    • इस परियोजना का उद्देश्य महाराष्ट्र में सभी सरकारी स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में हृदय रोग के तेज़ी से निदान के साथ-साथ तृतीयक देखभाल सुविधाओं में हृदय रोग विशेषज्ञों की टीम द्वारा समय पर उपचार, निदान के साथ उपचार में  लगने वाले समय को कम कर जीवन को बचाना है। 
  • उपलब्धि:
    • इसके लागू होने के एक वर्ष के भीतर महाराष्ट्र सरकार के STEMI ने छह मिनट से भी कम समय में आश्चर्यजनक रूप से 2,000 से अधिक लोगों को दिल के दौरे के दौरान त्वरित निदान प्रदान कर मदद की।
    • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-असिस्टेड तकनीक का उपयोग करके लगभग 2.5 लाख लोगों की जाँच की गई है, जिससे रोगियों को तुरंत उपचार प्राप्त करने की अनुमति मिलती है।

आगे की राह

  • तंबाकू का सेवन बंद करना, आहार में नमक की कमी, अधिक फल और सब्जियाँ खाना, नियमित शारीरिक गतिविधि एवं शराब के सेवन से बचना आदि द्वारा हृदय रोग के जोखिम को कम किया जा सकता है।
  • स्वास्थ्य नीतियाँ जो स्वस्थ विकल्पों को सस्ती और उपलब्ध बनाने के लिये अनुकूल वातावरण बनाती हैं, लोगों को स्वस्थ व्यवहार को अपनाने तथा बनाए रखने के लिये प्रेरित करने हेतु आवश्यक हैं।
  • CVD के उच्चतम जोखिम वाले लोगों की पहचान करना और यह सुनिश्चित करना कि उन्हें उचित उपचार मिले, ताकि समय से पहले होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।
  • सभी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में गैर-संचारी रोग की दवाओं और बुनियादी स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों तक पहुँच यह सुनिश्चित करने के लिये आवश्यक है कि ज़रूरतमंद लोगों को उपचार और परामर्श प्राप्त हो।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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