काला अज़ार के लिये WHO की रूपरेखा | 15 Jun 2024

स्रोत: डाउन टू अर्थ

विसराल लीशमैनियासिस (visceral leishmaniasis - VL) (काला अज़ार) के बढ़ते स्वास्थ्य संबंधी खतरे के कारण विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पूर्वी अफ्रीका में इस रोग के उन्मूलन (eradicate) में मदद के लिये एक नई रूपरेखा शुरू की।

  • इस रूपरेखा में VL उन्मूलन के लिये मार्गदर्शन हेतु पाँच मुख्य रणनीतियों की रूपरेखा दी गई है:
    • शीघ्र निदान और उपचार।
    • एकीकृत वैक्टर प्रबंधन।
    • प्रभावी निगरानी ।
    • वकालत, सामाजिक लामबंदी और साझेदारी निर्माण।
    • कार्यान्वयन और परिचालन अनुसंधान।
  • विसराल लीशमैनियासिस एक धीमी गति से बढ़ने वाला स्वदेशी रोग है, जो लीशमैनिया फैमिली के प्रोटोजोआ परजीवी के कारण होता है।
    • यह संक्रमित मादा बालू मक्खी (sandflies) के काटने से फैलता है और यदि समय पर उपचार न किया जाए तो घातक हो सकता है।
      • VL के कारण बुखार, वज़न में कमी तथा प्लीहा और यकृत का आकार बढ़ जाता है।
    • यह 80 देशों में स्थानिक है, तथापि वर्ष 2022 में, पूर्वी अफ्रीका में वैश्विक VL मामलों का 73% हिस्सा होगा, जिनमें से 50% 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों में हुआ।
      • वर्ष 2023 में बांग्लादेश VL को खत्म करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा।
    • भारत में लीशमैनिया डोनोवानी (Leishmania Donovani) इस रोग का एकमात्र परजीवी है।
      • हाल ही में भारत ने विसराल लीशमैनियासिस को खत्म करने का अपना लक्ष्य भी सफलतापूर्वक हासिल कर लिया है (प्रारंभिक लक्ष्य वर्ष 2010 था लेकिन इसे वर्ष 2023 तक बढ़ा दिया गया था)।

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