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WEF अपलिंक वार्षिक प्रभाव रिपोर्ट 2025

  • 25 Mar 2025
  • 2 min read

स्रोत: डाउन टू अर्थ

विश्व आर्थिक मंच (WEF) की अपलिंक वार्षिक प्रभाव रिपोर्ट 2025 में जलवायु कार्यवाही के लिये नवाचार को बढ़ावा देने में WEF के अपलिंक प्लेटफॉर्म के माध्यम से समर्थित स्टार्ट-अप्स के योगदान पर प्रकाश डाला गया है।

  • मुख्य निष्कर्ष: वर्ष 2023-2024 में अपलिंक समर्थित उपक्रमों ने 142,400 टन कार्बन उत्सर्जन को कम किया है।
    • 140 मिलियन हेक्टेयर भूमि और जल पारिस्थितिकी तंत्र संरक्षित (अमेज़ॉन वर्षावन के आकार का लगभग पाँचवाँ हिस्सा )।
    • इसके अतिरिक्त, उन्होंने 2.5 बिलियन लीटर खतरनाक अपशिष्ट जल का उपचार किया है, जिससे पर्यावरण प्रदूषण कम हुआ है, तथा 28 मिलियन टन अपशिष्ट का पता लगाया है, जिससे अपशिष्ट प्रबंधन दक्षता में वृद्धि हुई है।
    • 2.7 मिलियन लोगों को बेहतर जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य समाधान तक पहुँच प्राप्त हुई।
    • भारतीय स्टार्ट-अप इंद्रा वाटर ने वर्ष 2024 में 1.2 बिलियन लीटर अपशिष्ट जल संसाधित किया, जो वर्ष 2022 की तुलना में 243% अधिक है।
    • S4S (विज्ञान समाज के लिये) ने 60,000 टन खाद्यान्न की बर्बादी को कम किया, जो 2.7 मिलियन लोगों को एक महीने तक खिलाने के लिये पर्याप्त था।
  • अपलिंक प्लेटफॉर्म: डेलोइट और सेल्सफोर्स के सहयोग से वर्ष 2020 में दावोस में WEF द्वारा लॉन्च किया गया, अपलिंक एक खुला नवाचार मंच है जो संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) को आगे बढ़ाने और प्रभावशाली समाधानों को आगे बढ़ाने के लिये उद्यमियों और विशेषज्ञों को जोड़ता है।

और पढ़ें: विश्व आर्थिक मंच वार्षिक बैठक 2025

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