वैक्सीन डिराइव्ड पोलियो की पहचान | 24 Aug 2024
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में मेघालय में एक बच्चे में वैक्सीन डिराइव्ड पोलियो अर्थात् वैक्सीन-व्युत्पन्न पोलियो (VDP) की पहचान की गई।
- VDP तब होता है जब ओरल पोलियो वैक्सीन (OPV) में प्रयुक्त पोलियोवायरस का कमज़ोर (क्षीण) उपभेद उत्परिवर्तित हो जाता है और पक्षाघात उत्पन्न करने की क्षमता पुनः प्राप्त कर लेता है।
- VDP आमतौर पर कम टीकाकरण/वैक्सीनेशन कवरेज़, गैर-स्वच्छता वाले क्षेत्रों में या प्रतिरक्षाविहीन व्यक्तियों में होता है।
- VDP के 90% से अधिक मामले OPV में मौजूद वाइल्ड पोलियोवायरस टाइप 2 (WPV2) के कारण उत्पन्न होते हैं।
- भारत सरकार वैक्सीन-संबद्ध पक्षाघातकारी पोलियोमाइलाइटिस (Vaccine-Associated Paralytic Poliomyelitis- VAPP) को पोलियो के रूप में सूचीबद्ध नहीं करती है, क्योंकि इससे जुड़े मामले बहुत ही कम देखे जाते हैं और इनसे दूसरों को बहुत कम या कोई खतरा नहीं होता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2014 में भारत को पोलियो मुक्त घोषित किया था। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सामने इस नवीन मामले से भारत की पोलियो मुक्त स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
- पोलियोवायरस के प्रकार: WPV1, WPV2, और WPV3 तीन प्रकार के वाइल्ड पोलियोवायरस (प्राकृतिक रूप से उत्पन्न) हैं, जिनके लक्षण तो समान होते हैं लेकिन आनुवंशिक संरचना भिन्न-भिन्न होती है।
- WPV2 और WPV3 का उन्मूलन क्रमशः वर्ष 2015 और 2019 में हो गया था, जबकि WPV1 के उन्मूलन हेतु वैश्विक प्रयास वर्तमान में भी जारी हैं।
- वर्तमान में वाइल्ड पोलियोवायरस पाकिस्तान और अफगानिस्तान में स्थानिक है।
- निष्क्रिय पोलियो वैक्सीन (Inactivated Polio Vaccine-IPV) का विकास जोनास साल्क द्वारा निष्क्रिय (मृत) वायरस का उपयोग करके किया गया था, जबकि ओरल पोलियो वैक्सीन (OPV) को अल्बर्ट सबिन द्वारा विकसित किया गया था, जिसमें एक सक्रिय (जीवित), क्षीण वायरस शामिल था।
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