V2G प्रौद्योगिकी | 18 Apr 2025

स्रोत: द हिंदू

केरल ने IIT बॉम्बे के सहयोग से व्हीकल-टू-ग्रिड (V2G) प्रौद्योगिकी की क्षमता का पता लगाने के लिये एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है।

  • V2G के बारे में: यह इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की बैटरियों को उपयोग में न होने पर ग्रिड में विद्युत् वापस करने में सक्षम बनाता है, जिससे नवीकरणीय ऊर्जा एकीकरण को समर्थन मिलता है और ग्रिड स्थिरता बढ़ती है।
  • मोड: इसके दो मोड हैं:
    • ग्रिड-टू-व्हीकल (G2V): ग्रिड पावर का उपयोग करके इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करना।
    • व्हीकल-टू-ग्रिड (V2G): EV पावर को ग्रिड में वापस भेजना।
  • आवश्यकता: EV उपयोगकर्त्ता नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में उतार-चढ़ाव के दौरान सेवाएँ प्रदान करते हैं और विकेंद्रीकृत भंडारण संसाधन के रूप में कार्य करते हैं, तथा आवश्यकता पड़ने पर आपातकालीन विद्युत् उपलब्ध कराते हैं।
  • V2G का अंगीकरण: वैश्विक स्तर पर, अमेरिका, ब्रिटेन और नीदरलैंड EV मालिकों को अधिकतम मांग के दौरान विद्युत् की आपूर्ति के लिये क्षतिपूर्ति देने में अग्रणी हैं।
    • भारत V2G अपनाने के प्रारंभिक चरण में है, तथा मुख्य रूप से EV चार्जिंग अवसंरचना पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। 
    • केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) ने रिवर्स चार्जिंग पर एक समिति की स्थापना की है, जिसका नेतृत्व इसके अध्यक्ष करेंगे।

V2G

और पढ़ें: नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2024