लॉस एंड डैमेज फंड से अमेरिका का बाहर होना | 10 Mar 2025

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

अमेरिका ने लॉस एंड डैमेज फंड (LDF) से खुद को अलग कर लिया है, जिससे पेरिस समझौते और ग्रीन क्लाइमेट फंड जैसी वैश्विक जलवायु प्रतिबद्धताओं से उसकी दूरी और बढ़ गई है।

  • LDF: मिस्र में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन COP 27 में गठित LDF, विकसित देशों के योगदान के साथ, बढ़ते समुद्र स्तर, उष्ण लहरों और चरम मौसम जैसी जलवायु-जनित क्षतियों का सामना कर रहे विकासशील और छोटे द्वीपीय देशों का समर्थन करता है।
    • LDF का प्रबंधन एक शासी बोर्ड द्वारा किया जाता है, जिसका अंतरिम ट्रस्टी विश्व बैंक है।
    • LDF के तहत लगभग 750 मिलियन अमेरिकी डॉलर का वादा किया गया था, जिसमें वापस लेने से पहले अमेरिका ने 17.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान दिया था।
  • अमेरिकी वापसी के निहितार्थ: भारत सहित सुभेद्द राष्ट्रों (जिन्होंने अकेले ही मौसम संबंधी क्षति (2019-2023) में 56 बिलियन अमेरिकी डॉलर का सामना किया है) को जलवायु सहायता में बढ़ती अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उत्तर-दक्षिण जलवायु वार्ता पर और अधिक दबाव पड़ रहा है।

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