अंतःसमुद्री (अंडरसी) केबल नेटवर्क | 24 Dec 2024
स्रोत: द हिंदू
भारत दो नए केबल नेटवर्क इंडिया एशिया एक्सप्रेस (IAX) और इंडिया यूरोप एक्सप्रेस (IEX) स्थापित करने की योजना बना रहा है।
- IAX चेन्नई और मुंबई को एशिया में सिंगापुर, थाईलैंड एवं मलेशिया से जोड़ता है। जबकि IEX फ्राँस, ग्रीस, सऊदी अरब, मिस्र एवं जिबूती से जोड़ता है।
अंतःसमुद्री (सबमरीन केबल):
- यह समुद्र तल पर बिछाई गई उच्च क्षमता वाली ऑप्टिक फाइबर केबल हैं, जो उच्च गति डेटा विनिमय के लिये वैश्विक कनेक्टिविटी प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- फाइबर ऑप्टिक केबल में डिजिटल जानकारी को स्थानांतरित करने के लिये प्रकाश तरंगों का उपयोग किया जाता है। यह अपने संचालन के लिये पूर्ण आंतरिक परावर्तन पर निर्भर करता है।
- एक छोर पर स्थित लेजर अत्यंत तीव्र गति से पतले काँच के तंतुओं से होकर केबल के दूसरे छोर पर स्थित रिसेप्टर्स तक पहुँचता है।
- इन काँच के तंतुओं को सुरक्षा के लिये प्लास्टिक (और कभी-कभी स्टील के तार) की परतों में लपेटा जाता है।
- यह उपग्रह संचार की तुलना में असीमित बैंडविड्थ और बहुत कम विलंबता (लेटेंसी) प्रदान करते हैं, जो अंतरिक्ष मौसम, विकिरण और मलबे से खतरों का सामना करते हैं ।
- वर्ष 2023 तक, भारत के पाँच शहरों में 14 अलग-अलग स्टेशनों पर 17 अंतर्राष्ट्रीय सब-सी केबल बिछाए गए हैं, जिनकी संचयी प्रकाशित क्षमता 138.55 टेराबिट्स प्रति सेकंड (tbps) और सक्रिय क्षमता 111.11 tbps है ।
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