रैपिड फायर
टाइफून यागी
- 17 Sep 2024
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स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
हाल ही में टाइफून यागी ने दक्षिण पूर्व एशिया में बड़े पैमाने पर छति पहुँचाई है, जिससे फिलीपींस, चीन, लाओस, म्याँमार, थाईलैंड और विशेष रूप से वियतनाम प्रभावित हुए हैं।
- यह सितंबर 2024 तक एशिया में आने वाला सबसे शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय चक्रवात है और हरिकेन बेरिल (अटलांटिक महासागर) के बाद विश्व का दूसरा सबसे शक्तिशाली चक्रवात है।
- इसकी उत्पत्ति पश्चिमी फिलीपीन सागर में एक उष्णकटिबंधीय तूफान (63 किमी. प्रति घंटे तक की वायु की गति) के रूप में हुई थी, जो 260 किमी. प्रति घंटे की वायु की गति के साथ श्रेणी 5 टाइफून में बदल गया।
- सैफिर-सिंपसन विंड स्केल (Saffir-Simpson Hurricane Wind Scale) हरिकेन या उष्णकटिबंधीय चक्रवात को श्रेणी 1 (119-153 किमी. प्रति घंटे) से श्रेणी 5 (252 किमी. प्रति घंटे या उससे अधिक) में वर्गीकृत करता है, श्रेणी 3 और उससे अधिक तक पहुँचने वाले तूफानों को उनके महत्त्वपूर्ण नुकसान के कारण प्रमुख उष्णकटिबंधीय चक्रवात माना जाता है।"
- 119 किमी. प्रति घंटे और उससे अधिक की गति वाली तूफान प्रणालियों को हरिकेन, टाइफून या उष्णकटिबंधीय चक्रवात के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।"
- भारत सरकार द्वारा वियतनाम, लाओस और म्याँमार को सहायता तथा तत्काल आपूर्ति प्रदान करने हेतु ऑपरेशन “सद्भाव” शुरू किया गया है।
- ऑपरेशन ‘सद्भाव’ भारत की दीर्घकालिक 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' के अनुरूप, आसियान क्षेत्र में मानवीय सहायता और आपदा राहत (HDAR) में योगदान देने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।
- उच्च गति के टाइफून के कारण: वर्ष 1850 के बाद से वैश्विक औसत समुद्री सतह के तापमान में लगभग 0.9°C तथा पिछले चार दशकों में लगभग 0.6°C की वृद्धि हुई है।
- समुद्र की सतह का उच्च तापमान समुद्री उष्ण तरंगों और वाष्पीकरण में वृद्धि करता है, जिसके परिणामस्वरूप उच्च गति वाले टाइफून आते हैं, जो समुद्रतटों के निकट विकसित होते हैं तथा तीव्र गति में बदल जाते हैं।
नोट: टाइफून बेबिनका ने चीन के शंघाई में दस्तक दी। यह 75 वर्षों में शंघाई में आने वाला सबसे शक्तिशाली टाइफून है। यह शायद ही कभी प्रत्यक्ष रूप से शंघाई को प्रभावित करते हैं, इसके बजाय वे आमतौर पर चीन के दक्षिण में अधिक तेज़ी से दस्तक देते हैं।
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