अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में टूना निर्यात केंद्र | 19 Nov 2024
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में मत्स्य विभाग ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को टूना निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है।
- वैश्विक टूना बाज़ार का मूल्य 41.94 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और हिंद महासागर को दूसरा सबसे बड़ा टूना क्षेत्र माना जाता है, जो विश्व का 21% टूना उत्पादित करता है।
- समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के अनुसार , 2023-24 में भारत का टूना निर्यात 31.83% बढ़ा (मूल्य 87.96 मिलियन अमेरिकी डॉलर)।
- बाज़ार में अधिकांश हिस्सेदारी चार टूना प्रजातियों की है, अर्थात् स्किपजैक, येलोफिन, बिगआई और अल्बाकोर।
- अपने संवहनी तंत्र के कारण, ट्यूना अपने शरीर के तापमान को आसपास के जल के ऊपर, प्रायः 5 से 12 °C (परिवेश के तापमान से अधिक) के बीच बनाए रख सकती हैं।
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह:
- इसमें दो द्वीप समूह (अंडमान द्वीप समूह और निकोबार द्वीप समूह) शामिल हैं जो पूर्व में अंडमान सागर को हिंद महासागर से अलग करते हैं।
- दस डिग्री चैनल एक संकीर्ण जलडमरूमध्य है जो दोनों द्वीप समूहों को अलग करता है।
- इंदिरा प्वाइंट (ग्रेट निकोबार द्वीप पर स्थित) निकोबार द्वीप समूह का सबसे दक्षिणी छोर है।
- ANI 5 विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूहों का घर है : ग्रेट अंडमानी, जारवा, ओंगेस, शोम्पेंस और उत्तरी सेंटिनलीज।
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