ट्रामजात्रा उत्सव | 15 Dec 2022
कोलकाता अपने सुप्रसिद्ध ट्राम के 150 वर्ष पूरा होने और इस विश्वास को बनाए रखने के लिये एक कार्यक्रम का आयोजन करेगा कि परिवहन का यह गैर-प्रदूषणकारी साधन फरवरी 2023 में पूरी तरह विलुप्त नहीं होगा।
ट्रामजात्रा उत्सव:
- इतिहास:
- ट्रामजात्रा (ट्राम की यात्रा) एक चलता-फिरता ट्राम कार्निवाल है जिसे वर्ष 1996 में मेलबर्न और कोलकाता के उत्साही लोगों द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किया गया था।
- वर्तमान समय में कोलकाता एकमात्र भारतीय शहर है जहाँ ट्राम अभी भी चलती है, कोलकाता में इसके लगभग दो दर्जन से अधिक मार्ग थे।
- वर्तमान में चलित मार्गों की संख्या घटकर केवल 2 रह गई है।
- इसलिये वर्ष 2023 का आयोजन ट्राम को संरक्षित करने के लिये पश्चिम बंगाल सरकार को प्रभावित करने के संदर्भ में अधिक प्रयास होगा।
- परिचय:
- ट्रामजात्रा अनिवार्य रूप से ट्रामियों, कलाकारों, पर्यावरणविदों और ट्राम-प्रेमी समुदायों का एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोग है।
- थीम 2022: विरासत, स्वच्छ वायु और हरित गतिशीलता
- उद्देश्य:
- इसके तहत हरित गतिशीलता और कोलकाता की ट्राम विरासत पर ध्यान देने के साथ जलवायु परिवर्तन, वायु प्रदूषण और सतत् विकास उद्देश्यों के बारे में लोगों, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को शिक्षित करना है।