संविधान दिवस | 27 Nov 2023

स्रोत: पी.आई.बी. 

विधि एवं न्याय मंत्रालय ने भारतीय विधि संस्थान के सहयोग से 26 नवंबर, 2023 को संविधान दिवस मनाया।

संविधान दिवस से संबंधित मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • संविधान दिवस, जिसे राष्ट्रीय विधि दिवस (National Law Day) के रूप में भी जाना जाता है, भारत के संविधान को ग्रहण करने के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 26 नवंबर को भारत में मनाया जाता है।
    • 29 अगस्त, 1947 को संविधान सभा ने डॉ.बी.आर. की अध्यक्षता में एक मसौदा समिति का गठन किया। अंबेडकर ने भारत के लिये एक मसौदा संविधान तैयार किया।
    • 26 नवंबर, 1949 को भारत की संविधान सभा ने भारत के संविधान को ग्रहण किया, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था।
  • सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर, 2015 में 26 नवंबर को 'संविधान दिवस' के रूप में मनाने के भारत सरकार के निर्णय को अधिसूचित किया।
  • यह दिवस संविधान के महत्त्व तथा संविधान के मुख्य निर्माता बी.आर.अंबेडकर के विचारों एवं सुझावों के विस्तार करने के लिये मनाया जाता है।

भारत के संविधान के संदर्भ में मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • भारत का संविधान विश्व के किसी भी संप्रभु देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है।
    • भारत का संविधान मूल रूप से अंग्रेज़ी और हिंदी में लिखा गया था।
  • भारत का संविधान प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा द्वारा सुलेख फॉन्ट में हस्तलिखित था और प्रत्येक पृष्ठ को नंदलाल बोस के मार्गदर्शन में शांतिनिकेतन के कलाकारों द्वारा अलंकृत किया गया था।
    • संविधान के निर्माण में 2 वर्ष, 11 महीने और 18 दिन लगे।
  • भारतीय संविधान की मूल संरचना भारत सरकार अधिनियम, 1935 पर आधारित है।
  • भारत का संविधान भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करता है जो अपने नागरिकों को न्याय, समानता एवं स्वतंत्रता का आश्वासन देता है तथा बंधुत्व को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।
  • भारत के संविधान का प्रारूप सात सदस्यों की एक समिति द्वारा तैयार किया गया था, जिसके अध्यक्ष डॉ. बी.आर. अंबेडकर थे, जिन्हें भारतीय संविधान का जनक माना जाता है।
  • भारत का संविधान कई अन्य संविधानों से प्रेरित था, जैसे कि अमेरिकी संविधान, यूके संविधान, आयरिश संविधान, फ्राँसीसी संविधान, कनाडाई संविधान, ऑस्ट्रेलियाई संविधान और जापानी संविधान।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. संविधान दिवस के बारे में निम्नलिखित कथनों पर कीजिये: (2023)

  1. कथन-I: नागरिकों के बीच सांविधानिक मूल्यों को संवर्द्धित करने के लिये संविधान दिवस प्रतिवर्ष 26 नवंबर को मनाया जाता है।
  2. कथन-II: 26 नवंबर, 1949 को भारत की संविधान सभा में भारत के संविधान का प्रारूप तैयार करने के लिये डॉ. बी.आर. अंबेडकर की अध्यक्षता में प्रारूपण समिति बनाई।

उपर्युक्त कथनों के बारे में, निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही है?

(a) कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं तथा कथन-II कथन-I की सही व्याख्या है।
(b) कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं तथा कथन-II, कथन-I की सही व्याख्या नहीं है।
(c) कथन-I सही है किंतु कथन-II गलत है।
(d) कथन-I गलत है किंतु कथन-II सही है।

उत्तर: (c)


प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन किसी देश के 'संविधान' के मुख्य प्रयोजन को सर्वोत्तम रूप से प्रतिबिंबित करता है? (2023)

(a) यह आवश्यक विधियों के निर्माण के उद्देश्य को निर्धारित करता है।
(b) यह राजनीतिक पदों और सरकार के सृजन को सुकर बनाता है।
(c) यह सरकार की शक्तियों को परिभाषित और सीमाबद्ध करता है।
(d) यह सामाजिक न्याय, सामाजिक समता और सामाजिक सुरक्षा को प्रतिभूत करता है।

उत्तर: (c)

व्याख्या:

किसी भी संविधान का मुख्य उद्देश्य सरकार के मौलिक सिद्धांतों, संरचना एवं कार्यों को स्थापित करना और एक देश के भीतर व्यक्तियों के अधिकारों एवं स्वतंत्रता को परिभाषित करना है। संविधान पृथ्वी के सर्वोच्च कानून (supreme law of the land) के रूप में कार्य करता है और शासन हेतु एक रूपरेखा प्रदान करता है, शक्ति संतुलन सुनिश्चित करता है, व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा करता है तथा राज्य के कामकाज या कार्यप्रणाली का मार्गदर्शन करता है

अतः विकल्प (c) सही है।


प्रश्न. 26 जनवरी, 1950 को भारत की वास्तविक संवैधानिक स्थिति क्या थी? (2021)

(a) एक लोकतांत्रिक गणराज्य
(b) एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य
(c) एक संप्रभु धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य
(d) एक संप्रभु समाजवादी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य

उत्तर: B

व्याख्या:

  • संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को संविधान अपनाया, अधिनियमित किया और नागरिकों को संविधान प्रदान की।
  • 26 जनवरी, 1950 को भारत की संवैधानिक स्थिति एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य की थी क्योंकि समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द 42वें संवैधानिक संशोधन अधिनियम, 1976 द्वारा प्रस्तावना में जोड़े गए थे।
  • वर्तमान में भारतीय संविधान की प्रस्तावना भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में परिभाषित करती है।

अतः विकल्प B सही उत्तर है।


मेन्स:

प्रश्न. स्वतंत्र भारत के लिये संविधान का मसौदा केवल तीन साल में तैयार करने के ऐतिहासिक कार्य को पूर्ण करना संविधान सभा के लिये कठिन होता, यदि उसके पास भारत सरकार अधिनियम, 1935 से प्राप्त अनुभव नहीं होता। चर्चा कीजिये। (2015)