धारीदार सीसिलियन | 24 Jun 2024

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिज़र्व में तीव्र सरीसृप सर्वेक्षण के दौरान पहली बार धारीदार सीसिलियन (इचथियोफिस spp) नामक एक अंगहीन उभयचर की खोज की गई है।

  • सरीसृप और उभयचरों को सामूहिक रूप से हरपेटोफ़ौना कहा जाता है। सीसिलियन इचथियोफिडे परिवार से संबंधित हैं।
    • इसकी विशेषता इसका कृमि जैसा शरीर है। इनकी दृष्टि सीमित होती है और ये अपने परिवेश में घूमने के लिये मुख्य रूप से स्पर्श तथा गंध पर निर्भर रहते हैं।
    • वे अपना अधिकांश समय मिट्टी के नीचे बिताते हैं और मांसाहारी होते हैं।
    • उनकी उपस्थिति, उनके प्राचीन वंश के कारण विकास और अंतरमहाद्वीपीय प्रजाति-निर्माण के बारे में महत्त्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।
    • वे पर्यावरण के लिये संकेतक प्रजातियाँ हैं और कीटों को नियंत्रित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान:

  • ब्रह्मपुत्र नदी और कार्बी (मिकिर) पहाड़ियों के बीच स्थित है।
  • इसे वर्ष 1974 में राष्ट्रीय उद्यान तथा वर्ष 1985 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।
  • "5 बड़ी" प्रजातियाँ: गैंडा, बाघ, हाथी, जंगली जल भैंसा,और दलदली हिरण।
  • प्रमुख वनस्पति प्रकार: जलोढ़ जलमग्न घास के मैदान, उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वन और उष्णकटिबंधीय अर्द्ध-सदाबहार वन।

और पढ़ें: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, जलवायु परिवर्तन से उभयचरों को खतरा