रैपिड फायर
श्रीनगर को ‘विश्व शिल्प शहर’ का दर्जा मिला
- 26 Jun 2024
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स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
हाल ही में श्रीनगर विश्व शिल्प परिषद (World Craft Council- WCC) द्वारा ‘विश्व शिल्प शहर (World Craft City- WCC)’ के रूप में मान्यता प्राप्त करने वाला चौथा भारतीय शहर बन गया है।
- जयपुर, मलप्पुरम और मैसूर अन्य तीन भारतीय शहर हैं जिन्हें पहले विश्व शिल्प शहरों के रूप में मान्यता दी जा चुकी है।
- वर्ष 2021 में श्रीनगर शहर को शिल्प और लोक कलाओं के लिये यूनेस्को क्रिएटिव सिटी नेटवर्क (UNESCO Creative City Network- UCCN) के हिस्से के रूप में एक रचनात्मक शहर नामित किया गया था।
- कागज की लुगदी, अखरोट की लकड़ी पर नक्काशी, कालीन, सोज़नी कढ़ाई और पश्मीना और कानी शॉल श्रीनगर के कुछ शिल्प हैं।
WCC-विश्व शिल्प शहर कार्यक्रम:
- इसे वर्ष 2014 में विश्व शिल्प परिषद AISBL (WCC-इंटरनेशनल) द्वारा दुनिया भर में शिल्प विकास में स्थानीय अधिकारियों, शिल्पकारों और समुदायों की महत्त्वपूर्ण भूमिका को मान्यता देने के लिये शुरू किया गया था।
- WCC-इंटरनेशनल की स्थापना वर्ष 1964 में हुई थी और श्रीमती कमलादेवी चट्टोपाध्याय, संस्थापक सदस्यों में से एक होने के नाते, प्रथम WCC आम सभा में शामिल हुई थीं।
- श्रीमती कमलादेवी चट्टोपाध्याय ने भारत की शिल्प विरासत को संरक्षित करने और बढ़ाने के लिये वर्ष 1964 में भारतीय शिल्प परिषद की स्थापना की।