स्लॉथ बीयर | 02 May 2022
हाल ही में ‘पीपुल फॉर एनिमल्स ग्रुप’ (PFA) द्वारा झारखंड के एक गाँव से वन अधिकारियों की सहायता से दो ‘स्लॉथ बीयर’ (Sloth Bear) को बचाया गया।
- द पीपुल फॉर एनिमल्स मेनका गांधी द्वारा स्थापित एक पशु कल्याण संगठन है।
- PFA को मदारियों ने सूचित किया था। मदारी एक खानाबदोश समुदाय है जो जानवरों का इस्तेमाल नुक्कड़ नाटकों में करके जीविकोपार्जन करता है।
स्लॉथ बीयर:
- परिचय: स्लॉथ बीयर श्रीलंका, भारत, भूटान और नेपाल में मुख्य रूप से तराई क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
- स्लॉथ बीयर मुख्य रूप से दीमक और चींटियों को खाते हैं तथा भालू की अन्य प्रजातियों के विपरीत वे नियमित रूप से अपने शावकों को अपनी पीठ पर ले जाते हैं।
- ये शहद खाने के भी बहुत शौकीन होते हैं, इसलिये इन्हें ‘हनी बीयर’ (Honey Bear) भी कहा जाता है।
- स्लॉथ बीयर हाइबरनेट (hibernate) अर्थात् शीतनिद्रा की स्थिति में नही जाते हैं।
- वैज्ञानिक नाम: मेलूरसस अर्सिनस (Melursus Ursinus)।
- वास स्थान: इसे हनी बीयर (Honey Bear) और हिंदी भालू भी कहा जाता है, यह उर्सिडा/उर्सिडी (Ursidae) परिवार का हिस्सा है। ये भारत और श्रीलंका के उष्णकटिबंधीय या उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
- संरक्षण स्थिति:
- IUCN की रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
- CITES: परिशिष्ट-I
- भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972: अनुसूची-I
- खतरा: निवास स्थान की हानि, शरीर के अंगों के लिये अवैध शिकार स्लॉथ बीयर की प्रजाति के लिये सबसे बड़ा खतरा है। स्लॉथ बीयर को तमाशा दिखाने या प्रदर्शन में उपयोग के लिये पकड़ लिया जाता है। साथ ही उनके आक्रामक व्यवहार और फसलों को नुकसान पहुँचाने के कारण भी स्लॉथ बीयर का शिकार किया जाता है।
विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs):प्रश्न. निम्नलिखित में से जानवरों का कौन सा समूह लुप्तप्राय प्रजातियों की श्रेणी में आता है? (2012) (A) ग्रेट इंडियन बस्टर्ड, कस्तूरी मृग, लाल पांडा और एशियाई जंगली गधा उत्तर: (A)
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