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सिद्दी समुदाय

  • 28 Nov 2024
  • 2 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म (रिदम ऑफ दम्मम) में भारत में हाशिये पर स्थित सिद्दी समुदाय पर प्रकाश डाला गया है।  

  • उत्पत्ति: ये 17वीं शताब्दी के अंत में पुर्तगालियों द्वारा ट्राँस-हिंद महासागर दास व्यापार के दौरान लाए गए अफ्रीकी दासों के वंशज हैं।
    • ये नीग्रोइड के शारीरिक लक्षणों से समानता दर्शाते हैं।
    • इन्हें हब्शी (Habshi) और बादशा (Badsha) जैसे विभिन्न नामों से भी जाना जाता है।
  • वर्तमान स्थान: ये मुख्य रूप से भारत के पश्चिमी तट (विशेष रूप से गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्यों) के आस-पास रहते हैं। 
  • अनुसूचित जनजाति का दर्जा: भारत में केंद्र सरकार ने वर्ष 2003 में सिद्दी को अनुसूचित जनजातियों की सूची में वर्गीकृत किया 
  • परिवार प्रणाली: इस समुदाय द्वारा सामान्यतः एकल परिवार प्रणाली को अपनाया जाता है।
  • सांस्कृतिक अभिव्यक्ति: सिद्दी को अपने लोक संगीत एवं नृत्यों के लिये जाना जाता है जैसे धमाल और रसदा, जिसमें पुरुष धमाल नृत्य करते हैं। 

और पढ़ें: भारत में जनजातियों के अधिकार

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