SEHER कार्यक्रम | 10 Jul 2024
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में महिला उद्यमिता मंच (Women Entrepreneurship Platform - WEP) और ट्रांसयूनियन क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड [TransUnion CIBIL] ने भारत में महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिये मानव संसाधन सशक्तीकरण सोसायटी (Society for Empowering Human Resource- SEHER) कार्यक्रम शुरू किया है।
- इसका उद्देश्य महिला उद्यमियों के बीच वित्त, ऋण तक पहुँच और प्रबंधन के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, इसके लिये उन्हें व्यक्तिगत संसाधन तथा उपकरण प्रदान करना है।
- भारत में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देकर 30 मिलियन से अधिक नए महिला स्वामित्व वाले उद्यम बना सकता है जिससे 150-170 मिलियन से अधिक नौकरियाँ सृजित होंगी।
- भारत में व्यवसाय में संलग्न महिलाएँ:
- भारत में 63 मिलियन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम ( Micro, Small, and Medium Enterprises - MSME) हैं, जिनमें से लगभग 20% महिलाओं के स्वामित्व में हैं तथा 27 मिलियन लोगों को रोज़गार प्रदान करते हैं।
- विगत 5 वर्षों (वित्तवर्ष 2019 - वित्तवर्ष 2024) में महिलाओं द्वारा व्यावसायिक ऋण की मांग में 3.9 गुना वृद्धि हुई है।
- वित्तवर्ष 2019 और 2024 के बीच व्यवसाय ऋण प्राप्त करने वाली महिला उधारकर्त्ताओं की हिस्सेदारी में 10% की वृद्धि हुई।
- शहरी क्षेत्रों (18.42%) की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के स्वामित्व वाले उद्यमों (22.24%) की हिस्सेदारी तुलनात्मक रूप से अधिक है।
- WEP को वर्ष 2018 में नीति आयोग द्वारा लॉन्च किया गया था और भारत में महिला उद्यमियों को समर्थन देने के लक्ष्य के साथ वर्ष 2022 में इसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी (Public-Private Partnership - PPP) में परिवर्तित कर दिया गया।
- ट्रांसयूनियन सिबिल भारत की अग्रणी ऋण सूचना कंपनी है, जिसके पास उपभोक्ता सूचना का सबसे बड़ा संग्रह है।
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