साल्ट पैन्स लैंड | 23 Sep 2024

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

चर्चा में क्यों?

हाल ही में, केंद्र ने झुग्गीवासियों  के लिये किराये के आवास बनाने हेतु धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (DRPPL) को मुंबई में 256 एकड़ साल्ट पैन्स लैंड के हस्तांतरण को मंजूरी दी ।

  • पर्यावरणविदों ने साल्ट पैन्स लैंड पर निर्माण के बारे में पारिस्थितिकीय चिंताएँ प्रदर्शित की हैं  ।

साल्ट पैन्स लैंड क्या है?

  • परिचय:
    • साल्ट पैन्स लैंड  भूमि के निचले हिस्से हैं, जहाँ समुद्री जल समय-समय पर बहता रहता है , तथा अपने पीछे नमक और खनिजों का निक्षेप एकत्रित है। 
    • यह प्राकृतिक प्रक्रिया तटीय पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है
  • संरक्षण स्थिति:
    • 2011 की सीआरजेड अधिसूचना के तहत , इन पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों को सीआरजेड-1बी के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है तथा नमक निष्कर्षण और प्राकृतिक गैस अन्वेषण को छोड़कर आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिबंध है।
  • भारत में साल्ट पैन्स: 
    • मुंबई में कुल 5,378 एकड़ भूमि को  साल्ट पैन्स लैंड के रूप में नामित किया गया है । 
    • राष्ट्रीय स्तर पर लगभग 60,000 एकड़ नमक भूमि की पहचान की गई है, जो महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, गुजरात और कर्नाटक जैसे राज्यों में फैली हुई है । 
      • आंध्र प्रदेश में सबसे बड़ा विस्तार (20,716 एकड़) है, इसके बाद तमिलनाडु (17,095 एकड़) और महाराष्ट्र (12,662 एकड़) का स्थान है।

तटीय विनियमन क्षेत्र (CRZ) 

  • सीआरजेड को पहली बार 1991 में पर्यावरण और वन मंत्रालय (MoEF) द्वारा पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत अधिसूचित किया गया था । सीआरजेड को पाँच क्षेत्रों सीआरजेड-I, सीआरजेड-II, सीआरजेड-III, सीआरजेड-IV और सीआरजेड- V। में वर्गीकृत किया गया है।
    • सीआरजेड-I पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र हैं जैसे मैंग्रोव, प्रवाल भित्तियाँ, बायोस्फीयर रिज़र्व आदि।
    • सीआरजेड-II में निर्मित क्षेत्र शामिल हैं - ऐसे गाँव और कस्बे जो पहले से ही बेहतर रूप से स्थापित हैं।
    • सीआरजेड-III वे क्षेत्र हैं जो अप्रभावित हैं तथा श्रेणी I या II में नहीं आते हैं।
    • सीआरजेड-IV निम्न ज्वार रेखा से लेकर प्रादेशिक सीमा तक का जलीय क्षेत्र है ।
  • CRZ समुद्र तट के पास का एक क्षेत्र है जो पर्यावरण के संरक्षण  और सतत विकास को बढ़ावा देने के नियमों द्वारा शासित है। CRZ में शामिल हैं: 
    • यह उच्च ज्वार रेखा (HTL) और निम्न ज्वार रेखा (LTL) के बीच की भूमि है ।
    • नदियाँ, ज्वारनदमुख , बैकवाटर और खाड़ियों के किनारे 100 मीटर का विस्तार जो ज्वार से प्रभावित होता है। 
    • ज्वारनदमुख के दोनों ओर नदी के किनारे।

साल्ट पैन्स का क्या महत्त्व है?

  • पर्यावरणीय: तटीय मैंग्रोव के साथ-साथ साल्ट पैन्स एक महत्त्वपूर्ण पारिस्थितिक अवरोध का निर्माण करते हैं जो बाढ़ के ज़ोखिम को कम करते हैं। 
  • आर्थिक: साल्ट पैन्स में अधिक  संख्या में कामगारों को  विशेषकर  ग्रामीण और तटीय इलाकों में रोज़गार प्रदान करता  है। मजदूर नमक उत्पादन , प्रसंस्करण और परिवहन जैसी गतिविधियों में संलग्न  रहते हैं।
  • कच्चा माल: साल्ट पैन्स में उत्पादित नमक विभिन्न उद्योगों के लिये आवश्यक है, जिसमें रासायनिक उत्पादन (जैसे, क्लोरीन, कास्टिक सोडा), कृषि (पशु चारा के रूप में) और जल उपचार शामिल हैं।
  • पर्यटन आकर्षण: कुछ साल्ट पैन्स, विशेषकर वे जिनमें सुंदर परिदृश्य हैं, पर्यटन स्थल बन गए हैं, जो पारिस्थितिकी पर्यटन और सांस्कृतिक पर्यटन के माध्यम से आर्थिक मूल्य हासिल कर रहे हैं ।

नमक श्रमिकों के लिये सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाएँ क्या हैं? 

  • नमक श्रमिकों के बच्चों को पुरस्कार अनुदान योजना: यह छात्रों को उनके शैक्षिक विकास के लिये वित्तीय पुरस्कार प्रदान करती है।
    • नमक मजदूर आवास योजना (NMAY): यह नमक श्रमिकों के लिये घरों के निर्माण का प्रावधान करती है। यह नमक उद्योग में सहकारी समितियों को बढ़ावा देती है । 
  • नमक आयुक्त संगठन (SCO): यह नमक उद्योग के विकास की निगरानी करता है , जिसमें नियोजन, प्रौद्योगिकी उन्नयन की सुविधा प्रदान करना और नमक श्रमिकों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना शामिल है।

  संघ लोक सेवा आयोग , पिछले वर्ष के प्रश्न (PYQ)  

प्रारंभिक परीक्षा 

प्रश्न : निम्नलिखित में से अगरिया समुदाय कौन हैं? (2009)

(a) आंध्र प्रदेश का एक पारंपरिक ताड़ी निकालने वाला समुदाय
(b) महाराष्ट्र का एक पारंपरिक मछुआरा समुदाय
(c) कर्नाटक का एक पारंपरिक रेशम बुनकर समुदाय
(d) गुजरात का एक पारंपरिक साल्ट पैन्स श्रमिक समुदाय

उत्तर: (d)


मेन्स

प्रश्न : भूमि और जल संसाधनों के प्रभावी प्रबंधन से मानवीय संकटों में भारी कमी आएगी। व्याख्या कीजिये। (2016)