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प्रारंभिक परीक्षा

राइसोटोप प्रोजेक्ट

  • 28 Jun 2024
  • 7 min read

स्रोत: द हिंदू 

हाल ही में दक्षिण अफ्रीकी वैज्ञानिकों ने एक अग्रणी परियोजना के तहत सीमा चौकियों पर सरलता से गैंडों का पता लगाने के लिये उनके सींगों में रेडियोधर्मी पदार्थ इंजेक्ट किया जिसका उद्देश्य लोगों द्वारा गैंडों के अवैध शिकार पर अंकुश लगाना है।

राइज़ोटोप प्रोजेक्ट क्या है?

  • परिचय:
    • राइज़ोटोप प्रोजेक्ट वर्ष 2021 में शुरू किया गया था और इसमें सजीव गैंडों के सींगों में मापी गई मात्रा में रेडियोआइसोटोप अंतःक्षेपित किया जाना शामिल है।
    • इस परियोजना के तहत एक गैंडे के सींग में "दो छोटे रेडियोधर्मी चिप" लगाए गए।
      • ये रेडियोआइसोटोप सींग को मानव द्वारा प्रयोग में लाए जाने के लिये "व्यर्थ" और "विषैला" बनाते हैं।
      • परियोजना के अंतिम चरण में गैंडों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये अंतः क्षेपण के बाद की देखभाल और रक्त के नमूने एकत्र करना शामिल है। रेडियोधर्मी पदार्थ गैंडे की सींग पर पाँच वर्ष की अवधि तक प्रभावी होता है, जो प्रत्यके 18 माह में उन्हें अवैध शिकार से बचाने के लिये उनके सींग हटाने की तुलना में अधिक लागत प्रभावी है।
    • इस परियोजना का उद्देश्य गैंडों के संरक्षण के लिये नाभिकीय विज्ञान को नवीन रूप में उपयोग में लाना है।
    • इसका उपयोग गैंडों के लिये गैर-घातक किंतु प्रभावशाली है जो सींग के अंतिम उपयोगकर्त्ताओं की मांग को मूल रूप से कम करने और गैंडों को विलुप्त होने के वास्तविक खतरे से बचाने का लक्ष्य रखता है।
  • प्रभाव: 
    • गैंडों को बेहोश कर प्रयोग में लाई गई यह प्रक्रिया जंतुओं के लिये सुरक्षित है, जिसमें विकिरण की मात्रा इतनी कम होती है कि इससे उनके स्वास्थ्य अथवा पर्यावरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
    • रेडियोधर्मी से अंतःक्षेपित सींगों का अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर पता लगने की संभावना अधिक होती है, जिससे इनके सींगों की तस्करी करने वाले गिरोहों के उजागर होने, उन पर मुकदमा चलाने और आतंकवाद-रोधी कानूनों के तहत उन्हें दोषी सिद्ध किये जाने की संभावना अधिक होती है।
  • आवश्यकता: 
    • ब्लैक मार्केट में गैंडों के सींग की कीमत सोने और कोकीन के बराबर होती है जो दर्शाता है कि ये अत्यधिक कीमती होते हैं।
    • पूर्व में उनके शिकार की रोकथाम के लिये की गई रणनीतियाँ विफल रही हैं, जिसमें उनका सींग काट दिया जाता था और सींगों को विषैला बना दिया जाता था।
    • सरकार के प्रयासों के बावजूद, मुख्य रूप से राज्य द्वारा संचालित पार्कों में वर्ष 2023 में 499 गैंडों का शिकार कर उन्हें मार दिया गया, यह आँकड़ें वर्ष 2022 के आँकड़ों से 11% अधिक है।

वन्यजीव संरक्षण के लिये कानूनी ढाँचा

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  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. वाणिज्य में प्राणिजात और वनस्पति-जात के व्यापार-संबंधी विश्लेषण (ट्रेड रिलेटेड एनालिसिस ऑफ फौना एंड फ्लौरा इन कॉमर्स/TRAFFIC) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)

  1. TRAFFIC, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के अंतर्गत एक ब्यूरो है।
  2.  TRAFFIC का मिशन यह सुनिश्चित करना है कि वन्य पादपों और जंतुओं के व्यापार से प्रकृति के संरक्षण को खतरा न हो।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (b)


प्रश्न.  निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2019)

  1. एशियाई शेर प्राकृतिक रूप से सिर्फ भारत में पाया जाता है।
  2.  दो-कूबड़ वाला ऊँट प्राकृतिक रूप से सिर्फ भारत में पाया जाता है।
  3.  एक-सींग वाला गैंडा प्राकृतिक रूप से सिर्फ भारत में पाया जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

 (a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (a)

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