RBI का वित्तीय समावेशन सूचकांक | 13 Jul 2024
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने घोषणा की है कि वित्तीय समावेशन सूचकांक (FI-सूचकांक) मार्च 2023 के 60.1 से बढ़कर मार्च 2024 में 64.2 हो गया है, जो पूरे देश में वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण प्रगति का संकेत प्रदान करता है।
- FI-सूचकांक वित्तीय समावेशन का एक व्यापक माप है, जो 0 से 100 तक होता है, जिसमें 0 पूर्ण वित्तीय बहिष्करण को दर्शाता है और 100 पूर्ण वित्तीय समावेशन को दर्शाता है।
- FI-सूचकांक प्रतिवर्ष जुलाई में प्रकाशित किया जाता है।
- इसमें मुख्य रूप से तीन मानदंड शामिल हैं: पहुँच (35%), उपयोग (45%), और गुणवत्ता (20%)। यह सूचकांक बैंकिंग, निवेश, बीमा, डाक सेवाओं एवं पेंशन को कवर करने वाले 97 संकेतकों पर आधारित है।
- इसे वित्तीय सेवाओं की पहुँच, उपलब्धता, उपयोग और साथ ही गुणवत्ता की आसानी को मापने के लिये सरकार एवं क्षेत्रीय नियामकों के परामर्श से विकसित किया गया था।
- सूचकांक में सुधार सभी उप-सूचकांकों में वृद्धि से प्रेरित था, जिसमें कुल वृद्धि में उपयोग आयाम का सर्वाधिक योगदान था।
- यह सूचकांक बिना किसी आधार वर्ष के निर्मित किया गया है, जो पिछले कई वर्षों में वित्तीय समावेशन की दिशा में सभी हितधारकों के संचयी प्रयासों को दर्शाता है।