दुर्लभ मेलानिस्टिक बाघ और लोधा जनजाति | 24 Jan 2025
स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया
चर्चा में क्यों?
ओडिशा वन विभाग ने ओडिशा के सिमिलिपाल टाइगर रिज़र्व (STR) में एक दुर्लभ मेलेनिस्टिक बाघ के अवैध शिकार के लिये लोधा जनजाति के 4 शिकारियों को गिरफ्तार किया है।
- उप-वयस्क मेलेनिस्टिक बाघ एक दुर्लभ समूह का हिस्सा था, अनुमानतः विश्व में ऐसे केवल 20 बाघ ही बचे हैं।
मेलानिस्टिक बाघ के संबंध में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- मेलानिज़्म और मेलानिस्टिक टाइगर: मेलानिज़्म एक आनुवंशिक स्थिति है, जिसमें पशु अधिक मेलानिन का उत्पादन करते हैं, जिसके कारण उनकी त्वचा, फर या पंख गहरे या काले हो जाते हैं।
- मेलेनिन एक प्राकृतिक पदार्थ है जो त्वचा, बाल और आँखों को रंग देता है।
- STR के रॉयल बंगाल टाइगर में एक अनोखी आनुवंशिक विशेषता होती है, जिसमें मेलेनिन का स्तर अधिक होता है, जिसके परिणामस्वरूप काली और पीली धारियों का पैटर्न बनता है, जो उन्हें छद्म-मेलेनिस्टिक बनाता है।
- अखिल ओडिशा बाघ अनुमान (AOTE) 2023-24 रिपोर्ट का अनुमान है कि STR में 27 बाघ हैं, जिनमें 13 वयस्क छद्म-मेलेनिस्टिक बाघ शामिल हैं, जो एक अद्वितीय लक्षण है जो किसी अन्य वन्य आवास में नहीं पाया जाता है।
बाघों में अन्य रंग भिन्नताएँ क्या हैं?
- काली अथवा भूरी धारियों वाला ऑरेंज टाइगर: यह बाघ का सबसे सामान्य तथा व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त प्रकार है। उदाहरणार्थ रॉयल बंगाल टाइगर।
- प्रत्येक बाघ का धारी पैटर्न अद्वितीय होता है जो प्राकृतिक आवास में छद्मावरण (Camouflage) के रूप में कार्य करता है।
- व्हाइट टाइगर: उन्हें एक अलग उप-प्रजाति नहीं माना जाता है। व्हाइट टाइगर के फर का रंग ल्यूसिज़्म नामक आनुवंशिक उत्परिवर्तन का परिणाम है।
- गोल्डन टाइगर: इन्हें भी एक अलग उप-प्रजाति नहीं माना जाता है। इनका सुनहरा रंग "वाइडबैंड" नामक एक अप्रभावी जीन के कारण होता है, जो बालों के विकास के दौरान मेलेनिन उत्पादन को कम करता है।
- यह भिन्नता काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में देखी गई है।
सिमिलिपाल टाइगर रिज़र्व
- अवस्थिति: सिमलीपाल दक्कन प्रायद्वीप जैव-भौगोलिक क्षेत्र में स्थित है।
- वनस्पति: इसमें उष्णकटिबंधीय अर्द्ध-सदाबहार वन, उष्णकटिबंधीय नम पर्णपाती वन, शुष्क पर्णपाती पहाड़ी वन और विशाल घास के मैदान मौजूद हैं।
- फ्लोरा: भारत के 7% पुष्प वाले पादप और 8% ऑर्किड प्रजातियाँ यहीं हैं।
- जैवविविधता: बाघों के अलावा अन्य प्रमुख प्रजातियों में सांभर, चीतल, बार्किंग डियर, गौर, चूहा हिरण, तेंदुए, फिशिंग कैट आदि शामिल हैं।
- प्रबंधन प्रयासों ने खैरी और देव नदियों के किनारे मगरमच्छों की आबादी को पुनर्जीवित कर दिया है।
- इसे वर्ष 2009 से ग्लोबल नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर साइट के रूप में भी नामित किया गया है।
लोधा जनजाति
- यह लगभग 3000 की आबादी के साथ मयूरभंज और कटक, ओडिशा में रहने वाला एक विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह (PVTG) है।
- PVTG अनुसूचित जनजातियों (ST) के अंतर्गत एक उप-श्रेणी है, जिसे सामान्य ST आबादी की तुलना में अधिक असुरक्षित माना जाता है।
- ST समूह को PVTG सूची में वर्गीकृत करने से उनकी जीवन स्थितियों में सुधार लाने और लक्षित सहायता प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।
- भारत में 75 PVTG हैं, जिनमें से सबसे अधिक 13 ओडिशा में हैं, तथा उसके बाद 12 आंध्र प्रदेश में हैं।
- भाषा: कुडुमाली, ओडिया
- उत्पत्ति: ब्रिटिश द्वारा आपराधिक जनजाति अधिनियम के तहत वर्गीकृत, इनका नाम लुब्धक (जालसाज) से लिया गया है।
- व्यवसाय: पारंपरिक रूप से शिकारी-संग्राहक और टसर कोकून संग्राहक; अब कृषि, मजदूरी, रस्सी बनाने और छोटे व्यवसायों में संलग्न।
- आहार: मछली और कछुआ
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2013) राष्ट्रीय उद्यान - पार्क से बहने वाली नदी
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (d) प्रश्न. निम्नलिखित बाघ आरक्षित क्षेत्रों में से "क्रांतिक बाघ आवास (Critical Tiger Habitat)" के अंतर्गत सबसे बड़ा क्षेत्र किसके पास है? (2020) (a) कॉर्बेट उत्तर: (c) |