लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 28 जुलाई, 2023

  • 28 Jul 2023
  • 6 min read

संसाधन दक्षता चक्रीय अर्थव्यवस्था उद्योग गठबंधन

हाल ही में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने चेन्नई में चौथी G-20 पर्यावरण और जलवायु स्थिरता कार्य समूह (Environment and Climate Sustainability Working Group- ECSWG) की बैठक के दौरान संसाधन दक्षता चक्रीय अर्थव्यवस्था उद्योग गठबंधन (Resource Efficiency Circular Economy Industry Coalition- RECEIC) का शुभारंभ किया।

  • ECSWG का लक्ष्य स्थायी भविष्य के लिये G20 देशों के बीच सहयोग बढ़ाना है।
  • RECEIC, 39 बहुराष्ट्रीय निगमों के साथ अपशिष्ट से पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने के लिये संसाधन दक्षता और चक्रीय अर्थव्यवस्था सिद्धांतों को अपनाने का लक्ष्य रखता है।
  • यह प्लास्टिक, माइक्रोप्लास्टिक्स, ई-अपशिष्ट और रासायनिक अपशिष्ट जैसी समस्याओं से निपटने पर केंद्रित है।
  • विस्तारित उत्पादक उत्तरदायित्व (Extended Producers’ Responsibility- EPR) दिशा-निर्देशों के माध्यम से प्लास्टिक अपशिष्ट के बोझ को कम करने में भारत के प्रयासों पर ज़ोर दिया गया है।
    • वर्ष 2021-22 में भारत में 41 लाख टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न हुआ, जिसमें 30 लाख टन पंजीकृत रिसाइक्लर्स और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रोसेसर को आवंटित किया गया।
    • प्लास्टिक अपशिष्ट प्रोसेसर्स द्वारा 2.6 मिलियन टन मूल्य के EPR प्रमाणपत्र तैयार किये गए, वर्ष 2022-23 दायित्वों के मुकाबले PIBO द्वारा लगभग 1.51 मिलियन टन की खरीद की गई।

और पढ़ें…भारत की चक्रीय क्रांति

मधुमक्खी आहार पर पराग विविधता का प्रभाव 

टेक्सास ए एंड एम एग्रीलाइफ रिसर्च के शोधकर्ता मधुमक्खी आहार पर पराग विविधता के प्रभाव और पराग संग्रह एवं खपत के विनियमन के बारे में जानकारी एकत्रित कर रहे हैं।

  • इससे वे यह सुनिश्चित कर रहे हैं, मधुमक्खियाँ अपने प्रोटीन-लिपिड सेवन को संतुलित करती हैं और आवश्यकता से अधिक किसी भी पोषक तत्त्व का उपभोग नहीं करती हैं।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका में वार्षिक रूप से 40% से अधिक प्रबंधित मधुमक्खियों की संख्या में गिरावट के लिये अपर्याप्त पोषण और परिदृश्य परिवर्तन ज़िम्मेदार हैं।
    • पोषण संबंधी कमी का मधुमक्खियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
  • शोधकर्ताओं की प्राथमिक परिकल्पना यह है कि मधुमक्खियाँ दो-स्तरीय प्रक्रिया का उपयोग करके अपने कई पोषक तत्त्वों के सेवन को अत्यधिक कढ़ाई के साथ नियंत्रित करती हैं।
    • सर्वप्रथम विचरण करने वाली मधुमक्खियाँ विवेकपूर्ण तरीके से पराग को पोषण सामग्री के रूप में एकत्रित करती हैं।
    • इसके पश्चात् नर्स मधुमक्खियाँ अपने पोषक तत्त्वों के सेवन को संतुलित करने के लिये संचित पराग या मक्षिकादन को चुनिंदा रूप से खाती हैं।
  • शोध के निष्कर्ष मधुमक्खी पालकों को मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे, जिससे वे आवश्यक आहार प्रदान करने और स्वास्थ्य में सुधार करने में सक्षम होंगे।

भारत एशियाई युवा और जूनियर भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2023 की मेज़बानी 

हाल ही में ग्रेटर नोएडा के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में एशियन यूथ और जूनियर वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2023 का उद्घाटन किया गया।

  • यह पहली बार है कि भारत इस आयोजन की मेज़बानी कर रहा है। चैंपियनशिप में एशिया से 15 से अधिक देश भागीदारी कर रहे हैं।
  • हाल ही में भारत के वेटलिफ्टरों ने वेटलिफ्टिंग कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में रिकॉर्ड तोड़ 61 पदक जीते।

और पढ़ें… महत्त्वाकांक्षी भारत में खेल की भूमिका

FDA द्वारा ओवर-द-काउंटर जन्म नियंत्रण गोली (Opill) को मंज़ूरी 

संयुक्त राष्ट्र FDA ने हाल ही में पहली ओवर-द-काउंटर जन्म नियंत्रण गोली Opill को मंज़ूरी दे दी है।

  • Opill एक प्रोजेस्टिन गोली है जो गर्भाशय ग्रीवा बलगम को गाढ़ा करने और गर्भाशय की परत को पतला करके गर्भावस्था को रोकने के लिये नॉरगेस्ट्रेल नामक सिंथेटिक हार्मोन का उपयोग करती है।
  • स्तनपान कराने वाली माताओं, एस्ट्रोजेन के प्रति असहिष्णु लोगों और कुछ विशिष्ट स्वास्थ्य समस्याओं वाले व्यक्तियों को Opill की सलाह दी जाती है।
  • Opill का उपयोग आपातकालीन गर्भनिरोधक के रूप में अथवा अन्य हाॅर्मोनल जन्म नियंत्रण विधियों के साथ नहीं किया जाना चाहिये। 

और पढ़ें…गर्भ का चिकित्सकीय समापन (संशोधन) अधिनियम 2021

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2