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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 27 सितंबर, 2022

  • 27 Sep 2022
  • 4 min read

विश्व पर्यटन दिवस

प्रत्येक वर्ष 27 सितंबर को दुनिया भर में विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day) मनाया जाता है। इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 1980 में की गई थी। विश्व पर्यटन दिवस मनाने का उद्देश्य दुनिया भर के लोगों को पर्यटन के प्रति जागरूक करना है। 27 सितंबर की तिथि को इस दिवस को मनाने के पीछे का कारण यह है कि इसी दिन वर्ष 1970 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) की विधियों को अपनाया गया था। उसके पाँच वर्ष बाद UNWTO की स्थापना वर्ष 1975 में हुई और इसके पाँच साल बाद विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत हुई. वर्ष 1997 में UNWTO ने इस्तांबुल, तुर्की में अपने पाँचवे सत्र में इस बात का निर्णय लिया की प्रत्येक वर्ष कोई एक देश विश्व पर्यटन दिवस की मेज़बानी करेगा। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने विश्व पर्यटन दिवस, 2022 की मेज़बानी इंडोनेशिया को सौंपी है। पर्यटन दिवस 2022 की थीम “पर्यटन पर पुनर्विचार”(Rethinking Tourism) है। यह इस पर पुनर्विचार करने का अवसर है कि कैसे पर्यटन क्षेत्र अधिक टिकाऊ, समावेशी और लचीला हो सकता है।

जलदूत एप्लीकेशन

ग्रामीण विकास मंत्रालय ने जलदूत एप्लीकेशन विकसित किया है जिससे देश भर के गाँवों के चयनित कुओं के जलस्तर का पता लगाया जाएगा। 27 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में इस एप्लीकेशन की शुरुआत की जाएगी। ग्राम रोज़गार सहायक जलदूत एप के माध्यम से वर्ष में दो बार- मॉनसून से पहले और बाद में चयनित कुओँ के जलस्तर का मापन करेंगे। मंत्रालय ने कहा है कि इस एप के आँकड़ों से बेहतर कार्ययोजना बनाने में मदद मिलेगी। भू-जलस्तर के आँकड़े ग्राम पंचायत विकास योजना और मनरेगा कार्यक्रम में सहायक होंगे। मंत्रालय के अनुसार, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जल प्रबंधन में सुधार के लिये कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें वाटरशेड विकास, वनीकरण, जल निकाय विकास एवं नवीनीकरण तथा वर्षा जल संचयन शामिल हैं।

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु हथियार निशस्त्रीकरण दिवस 

परमाणु हथियारों को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिये संयुक्त राष्ट्र प्रतिवर्ष 26 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु हथियार निशस्त्रीकरण दिवस के रूप में मनाता है। इसका उद्देश्य विश्व के लोगों को परमाणु हथियारों को मानवता के लिये सबसे घातक होने और उनको पूर्णतया समाप्त करने के प्रति जागरूक करना तथा इस दिवस के माध्यम से लोगों एवं सभी देशों के नेताओं को इस प्रकार के घातक हथियारों को समाप्त करने से होने वाले वास्तविक लाभ के प्रति शिक्षित करना है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 1946 में प्रस्ताव पारित कर यह सिद्ध किया कि परमाणु ऊर्जा आयोग के पास न केवल परमाणु ऊर्जा के नियंत्रण और परमाणु हथियारों के उन्मूलन के लिये विशिष्ट प्रस्ताव बनाने का जनादेश है, बल्कि सामूहिक विनाश के सभी हथियारों का नियंत्रण भी है। महासभा ने वर्ष 1959 में सामान्य एवं पूर्ण निशस्त्रीकरण के उद्देश्य का समर्थन किया। वर्ष 1978 में महासभा के पहले विशेष सत्र में कहा गया कि निशस्त्रीकरण की दिशा में पूर्ण परमाणु निशस्त्रीकरण प्राथमिक उद्देश्य होना चाहिये। 

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