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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 24 फरवरी, 2023

  • 24 Feb 2023
  • 6 min read

राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में फॉस्फोर-जिप्सम 

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India- NHAI), उर्वरक विभाग एवं रसायन और उर्वरक मंत्रालय के सहयोग से राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में फॉस्फोर-जिप्सम के उपयोग हेतु NHAI परियोजनाओं पर फील्ड परीक्षण करेगा ताकि एक चक्रीय अर्थव्यवस्था प्राप्त की जा सके। फॉस्फोर-जिप्सम, उर्वरक निर्माण से निकलने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद, रेडॉन रेडियोधर्मी गैस का उत्सर्जन करता है। इसमें रेडियोधर्मी तत्त्व यूरेनियम, थोरियम और रेडियम भी शामिल हैं। NHAI सड़क निर्माण में बेकार प्लास्टिक के उपयोग को भी बढ़ावा दे रहा है, जिसका सफल परीक्षण किया जा चुका है। अध्ययनों ने स्थापित किया है कि प्लास्टिक कचरे का उपयोग करके बनाई गई सड़कें टिकाऊ, एवं धारणीय होती हैं और बिटुमेन (कच्चे तेल के आसवन के माध्यम से उत्पादित पदार्थ) के जीवन चक्र को बढ़ाती हैं। इसी प्रकार NHAI ने हाईवे और फ्लाईओवर तटबंधों के निर्माण के लिये फ्लाई ऐश का इस्तेमाल किया है। फ्लाई ऐश कोयला थर्मल पावर प्लांट में कोयले के दहन का एक अवांछित अधजला अवशेष है। यह किसी भट्टी में कोयले के जलने के दौरान ग्रिप गैसों (एक दहन प्रक्रिया से एक अपशिष्ट गैस) के साथ उत्सर्जित होती है तथा इसे इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रीसिपिटेटर्स का उपयोग करके एकत्र किया जाता है।

और पढ़ें…भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI), ठोस अपशिष्ट प्रबंधन

सिंथन टॉप

जम्मू-कश्मीर में ऑफ-बीट पर्यटन गंतव्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पहली बार सिंथन टॉप का मार्ग फरवरी 2023 में खोल दिया गया है। सिंथन टॉप एक ऊँचा पहाड़ी दर्रा है जो अनंतनाग ज़िले में ब्रेंग घाटी तथा जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के बीच स्थित है, यह कश्मीर को चिनाब घाटी से जोड़ता हैजम्मू और कश्मीर (J & K) एक केंद्रशासित प्रदेश है, जो देश के उत्तरी भाग में स्थित है एवं वैश्विक पर्यटन के प्रमुख स्थलों में से एक है। पारंपरिक मनोरंजक पर्यटन के अतिरिक्त एडवेंचर, तीर्थयात्रा, आध्यात्मिक व स्वास्थ्य पर्यटन की यहाँ व्यापक संभावनाएँ मौजूद हैं। प्राकृतिक मनोरम, सुंदरता और सुरम्य स्थानों ने इसे विश्व भर के पर्यटकों के लिये एक पसंदीदा स्थान बना दिया है। जम्मू यहाँ के मंदिरों के लिये प्रसिद्ध है, जबकि कश्मीर घाटी अपनी झीलों और उद्यानों हेतु जानी जाती है। अन्य कुछ प्रसिद्ध स्थलों में श्रीनगर, पहलगाम, जम्मू, सनासर, ज़ांस्कर, गुलमर्ग, सोनमर्ग, पटनीटॉप, कटरा/वैष्णोदेवी, कारगिल, नुब्रा घाटी शामिल हैं।

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संस्कृति कार्यसमूह की पहली बैठक

G-20 की भारत की अध्यक्षता में संस्कृति कार्यसमूह की पहली बैठक हाल ही में मध्य प्रदेश के खजुराहो में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ने की। बैठक के पहले दिन पद्मश्री नेक राम, जिन्हें मिलेट्स मैन के रूप में भी जाना जाता है, को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष (IYM) 2023 मनाने के लिये आमंत्रित किया गया है। खजुराहो के मंदिर 950- 1050 ईस्वी के बीच चंदेल राजवंश के शासनकाल में बनाए गए थे। वर्तमान में यहाँ केवल 20 मंदिर शेष हैं; वे तीन अलग-अलग समूहों में आते हैं तथा दो अलग-अलग धर्मों से संबंधित हैं - हिंदू धर्म और जैन धर्म। यूनेस्को की 'खजुराहो ग्रुप ऑफ मॉन्यूमेंट्स' की साइट अपनी नागर शैली की वास्तुकला तथा  नयिकाओं (हिंदू पौराणिक महिला नायक) एवं देवताओं की सुंदर मूर्तियों के लिये प्रसिद्ध है। 

और पढ़ें...अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष, भारत द्वारा G-20 की अध्यक्षता

भारतीय विधि आयोग 

हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 22वें विधि आयोग के कार्यकाल को डेढ़ वर्ष के लिये बढ़ा दिया है, विधि आयोग उन कानूनों की पहचान करने के लिये अनिवार्य है जो "अब प्रासंगिक नहीं हैं" और उन्हें निरस्त करने की सिफारिश करते हैं। पैनल का कार्यकाल 31 अगस्त, 2024 तक बढ़ा दिया गया है। यह भी अनिवार्य है कि नए कानून को लागू करने का सुझाव दिया जाए जो निदेशक सिद्धांतों को लागू करने तथा संविधान की प्रस्तावना में निर्धारित उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिये आवश्यक हो सकते है। भारत का विधि आयोग समय-समय पर भारत सरकार द्वारा गठित एक गैर-सांविधिक निकाय है। पहला विधि आयोग वर्ष 1834 में 1833 के चार्टर अधिनियम द्वारा ब्रिटिश राज के दौरान स्थापित किया गया था और इसकी अध्यक्षता लॉर्ड मैकाले ने की थी। स्वतंत्र भारत का पहला विधि आयोग 1955 में तीन वर्ष के कार्यकाल के लिये स्थापित किया गया था।

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