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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 18 अगस्त, 2023
- 18 Aug 2023
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फ्लडवाच- रियल टाइम फ्लड मॉनीटरिंग एप्लीकेशन
हाल ही में जल शक्ति मंत्रालय के तहत केंद्रीय जल आयोग ने रियल टाइम में बाढ़ से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिये "फ्लडवॉच" मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया।
- "फ्लडवॉच" की प्रमुख विशेषताएँ:
- रियल टाइम में बाढ़ की निगरानी का आशय देश भर में बाढ़ से संबंधित अद्यतित जानकारी प्रदान करने से है।
- बाढ़ संबंधी जानकारी की अधिक सटीक स्थिति प्रदान करने के लिये यह एप विभिन्न स्रोतों से नदी प्रवाह डेटा का उपयोग करता है।
- एप उपयोगकर्त्ता मानचित्र की सहायता से सीधे स्थान का चयन कर अथवा इंटरैक्टिव मानचित्र सुविधा से सर्च बॉक्स का उपयोग कर केंद्रीय जल आयोग के बाढ़ पूर्वानुमान (24 घंटे) अथवा बाढ़ संबंधी सलाह (7 दिन) पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- "फ्लडवॉच" में बाढ़ संबंधी सटीक पूर्वानुमान सुनिश्चित करने के लिये उपग्रह डेटा विश्लेषण, गणितीय मॉडलिंग और रियल टाइम निगरानी जैसी उन्नत तकनीकों का प्रयोग किया जाता है।
सिम कार्ड पंजीकरण द्वारा धोखाधड़ी पर अंकुश लगाना:
भारत में दूरसंचार विभाग (Department of Telecommunications- DoT) ने साइबर फ्रॉड और सिम कार्ड से संबंधित स्कैम कॉल से निपटान हेतु नए उपाय पेश किये हैं, इनमें फर्ज़ी गतिविधियों पर अंकुश लगाने तथा मोबाइल सुरक्षा को मज़बूत करने के लक्ष्य के साथ सिम डीलरों (SIM Dealers) का अनिवार्य पंजीकरण और सत्यापन शामिल है।
- हाल के प्रयासों से 67,000 सिम डीलरों तथा 52 लाख कनेक्शनों को ब्लैकलिस्टिंग में डाला गया है, साथ ही 300 से अधिक प्रथम सूचना रिपोर्ट (First Information Report- FIR) दर्ज की गई हैं।
- संचार साथी पोर्टल (Sanchar Saathi portal- SSP) का रोलआउट इन प्रयासों का पूरक है, जो दूरसंचार से संबंधित धोखाधड़ी से निपटने हेतु भारत की प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करता है।
- DoT के तहत सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (Centre for Development of Telematics- C-DOT) द्वारा विकसित SSP, आइडेंटिटी थेफ्ट और बैंकिंग फ्रॉड जैसी प्रचलित दूरसंचार धोखाधड़ी को संबोधित करता है।
- 40 लाख से अधिक फर्ज़ी कनेक्शनों की पहचान की गई तथा इस पोर्टल का उपयोग कर 36 लाख कनेक्शन काट दिये गए।
- यह आइडेंटिटी थेफ्ट, जाली KYC, मोबाइल डिवाइस थेफ्ट और बैंकिंग फ्रॉड से बचाता है।
अंडूरी उत्सव: उत्तराखंड का अद्भुत मक्खन महोत्सव
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के दयारा बुग्याल में मनाया जाने वाला अंडूरी उत्सव, जिसे बटर फेस्टिवल के नाम से जाना जाता है, हाल ही में संपन्न हुआ।
- समुद्र तल से 11,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित दयारा बुग्याल राज्य के प्राचीन घास के मैदानों में से एक है।इसे बटर होली के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि लोग खेल-खेल में एक-दूसरे को मक्खन, दूध और छाछ लगाते हैं।
‘मैटी बनाना’
तमिलनाडु के कन्याकुमारी ज़िले की मूल किस्म मैटी बनाना (मैटी केला) को हाल ही में इसकी अनूठी विशेषताओं और गुणों के लिये भौगोलिक संकेत (GI) टैग दिया गया।
- मैटी बनाना के छह प्रकार होते हैं जो रंग, सुगंध, स्वाद और बनावट में भिन्न होते हैं, साथ ही बच्चों के भोजन एवं औषधीय उपयोग के लिये भी उपयुक्त होते हैं।
- इस केले को आमतौर पर 'बेबी बनाना' के नाम से जाना जाता है।
- कन्याकुमारी की विशिष्ट जलवायु और मृदा में इसका उपयुक्त विकास होता है।
और पढ़ें… भौगोलिक संकेत (जीआई)