Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 13 जुलाई, 2023 | 13 Jul 2023
कृषि अवसंरचना के वित्तीयन को बढ़ावा देने को BHARAT अभियान शुरू
हाल ही में कृषि मंत्रालय ने बैंकों से कृषि अवसंरचना कोष (Agriculture Infrastructure Fund- AIF) को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने का आह्वान किया है, यह कृषि क्षेत्र में फसल-कटाई के बाद के बुनियादी ढाँचे और सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों को विकसित करने के उद्देश्य के लिये एक वित्तपोषण संबंधी सुविधा है। वर्ष 2025-26 तक 1 लाख करोड़ रुपए के लक्ष्य संवितरण के साथ AIF द्वारा वर्ष 2032-33 तक ब्याज में कमी लाने सहित क्रेडिट गारंटी सहायता प्रदान की जाएगी। धन के प्रवाह में तेज़ी लाने के लिये मंत्रालय ने BHARAT (बैंक्स हेराल्डिंग एक्सेलेरेटेड रूरल एंड एग्रीकल्चर ट्रांसफॉर्मेशन) अभियान की शुरुआत की है जिसमें बैंकों से एग्री इंफ्रा फंड के प्रचार में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया गया है। एक महीने तक चलने वाले इस इस अभियान के दौरान बैंकों को 7,200 करोड़ रुपए का लक्ष्य हासिल करने के लिये प्रोत्साहित किया गया है। इसके लिये वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों, एनबीएफसी और चुनिंदा सहकारी बैंकों के 100 से अधिक बैंकिंग अधिकारियों की भागीदारी एवं समर्थन की मांग की गई है।
भारत और EFTA के बीच TEPA वार्ता में तेज़ी
हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री ने लंदन में यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (European Free Trade Association- EFTA) के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक सफल बैठक संपन्न की। चर्चा भारत और EFTA के बीच व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता (Trade and Economic Partnership Agreement- TEPA) वार्ता को आगे बढ़ाने पर केंद्रित थी। इन वार्ताओं का प्राथमिक उद्देश्य एक निष्पक्ष, पारस्परिक रूप से लाभकारी और भारत तथा EFTA के बीच व्यापक व्यापार समझौता है। EFTA एक अंतर-सरकारी संगठन है जिसे वर्ष 1960 में उन यूरोपीय राज्यों के लिये एक वैकल्पिक व्यापार ब्लॉक के रूप में स्थापित किया गया था जो यूरोपीय संघ (EU) में शामिल होने में असमर्थ या अनिच्छुक थे। EFTA भारत का 9वाँ सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, जिसका 2020-21 में भारत के कुल व्यापारिक व्यापार का लगभग 2.5% हिस्सा है। TEPA का उद्देश्य उत्पादों की एक विस्तृत शृंखला पर टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को खत्म/कम करके भारत तथा EFTA के बीच व्यापार और निवेश के अवसर उत्पन्न करना है।
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GACL द्वारा हाइड्राज़िन हाइड्रेट और शुद्ध फॉस्फोरिक एसिड का घरेलू उत्पादन शुरू
आत्मनिर्भर भारत मिशन के अंतर्गत आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रमुख क्लोर-क्षार उत्पादक, गुजरात अल्कलीज़ एंड केमिकल्स लिमिटेड (GACL) ने हाइड्राज़ीन हाइड्रेट की शिपमेंट शुरू कर दी है। इसके अलावा GACL ने 33,870 MTA की क्षमता वाला संयंत्र स्थापित करके भारत में शुद्ध फॉस्फोरिक एसिड निर्माताओं की कमी को भी संबोधित किया है। हाइड्राज़ीन हाइड्रेट एक रासायनिक यौगिक है जिसका सूत्र N2H4·H2O है। इसका उपयोग मुख्य रूप से विभिन्न रासायनिक प्रतिक्रियाओं, जैसे- फार्मास्यूटिकल्स और कृषि रसायनों के संश्लेषण को कम करने वाले एजेंट के रूप में किया जाता है।
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पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने पोषक तत्त्वों से भरपूर गेहूँ की किस्म विकसित की
एक अभूतपूर्व प्रयोग के साथ पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) द्वारा PBW RS1 नामक गेहूँ की एक नई किस्म सफलतापूर्वक विकसित की गई है, जिसमें उच्च स्तर का एमाइलोज स्टार्च होता है जो टाइप-2 मधुमेह के साथ हृदय रोग संबंधी खतरे को कम करने के लिये जाना जाता है। PBW RS1 में कुल स्टार्च सामग्री (66-70%) अन्य गेहूँ किस्मों के समान है, लेकिन इसमें अन्य किस्मों में पाए जाने वाले 7.5-10% की तुलना में उल्लेखनीय 30.3% प्रतिरोधी स्टार्च सामग्री है। यह किस्म न केवल पोषण संबंधी लाभ प्रदान करती है, बल्कि पीले रतुआ के प्रति पूर्ण प्रतिरोधी तथा भूरे रतुआ कवक रोगों के प्रति मध्यम प्रतिरोध भी प्रदर्शित करती है। अपने पोषण संबंधी लाभों के बावजूद PBW RS1 पंजाब में अन्य गेहूँ किस्मों की तुलना में कम औसत अनाज उपज के कारण खेती के मामले में एक चुनौती प्रस्तुत करता है।
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