Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 दिसंबर, 2023 | 12 Dec 2023
ममीफाइड लंगूर
मिस्र में ममीफाइड लंगूर के साक्ष्य ने एक सदी से भी अधिक समय से वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है। हाल ही में वैज्ञानिकों ने माइटोकॉन्ड्रियल DNA का उपयोग करके इन प्राचीन अवशेषों के पीछे के रहस्यों को उजागर किया।
- DNA विश्लेषण से पता चला है कि लंगूर के साक्ष्य की पुष्टि वर्तमान तटीय इरिट्रिया के प्राचीन शहर एडुलिस में हुई थी।
- अध्ययन ने प्राचीन मिस्र के साथ एक महत्त्वपूर्ण व्यापारिक भागीदार, पंट के खोए हुए शहर और एडुलिस के संभावित स्थान पर प्रकाश डाला।
- निष्कर्षों ने मिस्र और एडुलिस के बीच ऐतिहासिक व्यापार संबंधों पर ज़ोर दिया, इसने भारत, मिस्र तथा यूरोप के बीच व्यापार इतिहास में लाल सागर को एक महत्त्वपूर्ण नोड के रूप में उजागर किया।
- पापियो अनुबिस और पापियो हमाद्रियास दोनों बबून की प्रजातियाँ हैं। बबून पुरानी दुनिया के बंदर हैं जो पापियो वंश का हिस्सा हैं।
- पापियो अनुबिस सबसे व्यापक रूप से वितरित बबून प्रजाति है, जो अधिकांश मध्य उप-सहारा अफ्रीका में पाई जाती है।
- पापियो हमाद्रियास अफ्रीकी महाद्वीप पर दक्षिणी लाल सागर के क्षेत्र, इथियोपिया, सोमालिया और इरिट्रिया में पाया जाता है।
- IUCN रेड लिस्ट में उन्हें "कम जोखिम, कम चिंतनीय" स्थिति के रूप में दर्ज किया गया है।
रक्तचूषक प्रवृत्ति के नर मच्छर
हाल ही में वैज्ञानिकों ने 130 मिलियन वर्ष पुराने सबसे पुराने ज्ञात मच्छर जीवाश्मों का पता लगाया है, जिससे प्राचीन नर मच्छरों के रक्तचूषक होने की प्रवृत्ति का पता चला है। ये जीवाश्म मच्छरों के विकासवादी इतिहास तथा रोग वाहक के रूप में उनकी भूमिका के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
- ये जीवाश्म क्रीटेशियस काल के दो नर मच्छरों का दर्शाते हैं, जिनके मुख में लंबे छेदन-चूषक अंग होते हैं जो अमूमन केवल मादा मच्छरों में ही देखे जाते हैं।
- इस खोज से पता चलता है कि मूल रूप से सभी मच्छर हेमेटोफैगस (रक्तचूषक) थे, चाहे उनका लिंग कुछ भी हो।
- नर मच्छरों के मुखांग वर्तमान के मादा मच्छरों की तुलना में छोटे थे।
- मच्छर रक्तचूषक होते हैं तथा मलेरिया, पीत-ज्वर, ज़ीका बुखार एवं डेंगू सहित परजीवियों व व्याधियों को अपने मेज़बानों तक पहुँचाते हैं।
- शोधकर्त्ताओं का अनुमान है कि मच्छर उन कीटों से विकसित हुए हैं जो रक्त को अवशोषित नहीं करते हैं, उनके मुखांग शुरू में पौष्टिक तरल पदार्थों तक पहुँचने के लिये पौधों को छेदने हेतु अनुकूलित होते हैं।
- क्रेटेशियस काल के दौरान फूलों वाले पौधों की उपस्थिति ने नर और मादा मच्छरों के बीच भोजन के व्यवहार में अंतर में भूमिका निभाई होगी।
- मच्छरों की उत्पत्ति संभवतः खोजे गए जीवाश्मों से लाखों वर्ष पहले हुई थी, आणविक साक्ष्य जुरेसिक काल के दौरान उनके अस्तित्व का सुझाव देते हैं।
सैन्य अभ्यास “विनबैक्स-2023”
- भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ी संयुक्त सैन्य अभ्यास VINBAX-2023 के चौथे संस्करण में भाग लेने के लिये हनोई, वियतनाम पहुँच गई है।
- VINBAX अभ्यास 2018 में शुरू किया गया था और इसका पहला संस्करण मध्य प्रदेश के जबलपुर में आयोजित किया गया था।
- यह एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो वैकल्पिक रूप से भारत और वियतनाम में आयोजित किया जाता है।
- उद्देश्य:
- यह अभ्यास सहयोगात्मक साझेदारी, अंतर-संचालनीयता को बढ़ावा देने और शांतिरक्षा अभियानों पर संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत दोनों पक्षों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करता है।
- यह अभ्यास एक कमांड पोस्ट अभ्यास सह फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास के रूप में आयोजित किया जाएगा जिसमें एक अभियंताओं की टीम और एक मेडिकल टीम की तैनाती तथा रोज़गार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- परिचालन क्षेत्रों में सड़क, पुलिया, हेलीपैड, गोला बारूद आश्रय और अवलोकन चौकियों के निर्माण के आधुनिक तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा।