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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 07 अक्तूबर, 2022

  • 07 Oct 2022
  • 5 min read

विश्व कपास दिवस

प्रत्येक वर्ष 7 अक्तूबर को दुनिया भर में ‘विश्व कपास दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, आर्थिक विकास और गरीबी उन्मूलन में कपास क्षेत्र की महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र, विश्व कपास दिवस (UN World Cotton Day) मनाता है। उल्लेखनीय है कि इस दिवस को मनाने की पहल वर्ष 2019 में हुई थी। जब उप-सहारा अफ्रीका में चार कपास उत्पादकों-बेनिन‚ बुर्किना फासो‚ चाड और माली‚ जिन्हें ‘कॉटन फोर’ के नाम से जाना जाता है‚ ने प्रतिवर्ष 7 अक्तूबर को यह दिवस मनाने का प्रस्ताव विश्व व्यापार संगठन को दिया था। कपास एक ऐसा फैब्रिक है जो विश्व भर में 100 मिलियन से अधिक परिवारों को लाभान्वित करता है। विश्व के केवल 2.1 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि पर कपास की खेती होती है लेकिन यह विश्व की वस्त्र ज़रूरतों के 27 प्रतिशत को पूरा करती है।भारत में 360 लाख गाँठ (6.12 मिलियन मीट्रिक टन) कपास उत्पादित होता है‚ जो संपूर्ण विश्व में पैदा होने वाले कपास का लगभग 25 प्रतिशत है। भारत‚ विश्व में कपास का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक तथा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है।

वन्यजीव सप्ताह 

वन्यजीव सप्ताह प्रतिवर्ष भारत में 2 से 8 अक्तूबर तक मनाया जाता है। भविष्य में वन्यजीवों की समाप्ति की आशंका के कारण भारत में सर्वप्रथम 7 जुलाई, 1955 में 'वन्यजीव दिवस' मनाया गया। यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष 2 अक्तूबर से पूरे सप्ताह तक वन्यजीव सप्ताह मनाया जाएगा। वर्ष 1956 से वन्यजीव सप्ताह मनाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य यह है कि हमें हमेशा प्रत्येक वन्यजीव, पशु-पक्षियों और पौधों को पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान करनी चाहिये। इसके लिये केंद्र सरकार ने कुछ क्षेत्रों को अभयारण्य या राष्ट्रीय उद्यान के रूप में भी घोषित किया है। सरकार ने अधिनियम के तहत सभी जंगली जानवरों और पक्षियों आदि के शिकार पर रोक लगाने का फैसला लिया। सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर दंड का प्रावधान भी किया गया है। प्रकृति के अनुसार मानव, पर्यावरण और वन्यजीव एक-दूसरे से किसी न किसी रूप में जुड़े हुए हैं। मानव शरीर व मस्तिष्क को स्वस्थ रखने, शुद्ध ऊर्जा प्राप्त करने के लिये पर्यावरण को शुद्ध व साफ-सुथरा रखना बेहद ज़रूरी है। पर्यावरण से ही मानव का जीवन संभव है और पर्यावरण को शुद्ध व साफ-सुथरा रखना है तो इनकी सुरक्षा करना ज़रूरी है।

विश्व अंतरिक्ष सप्ताह 2022 

भारतीय अंतरिक्ष शोध संस्थान (ISRO) और अटल इनोवेशन मिशन (AIM) दोनों के सहयोग से विश्व अंतरिक्ष सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान स्‍कूली बच्चों को खगोलीय ज्ञान और विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने के लिये राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्विज प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। विश्व अंतरिक्ष सप्ताह एक अंतर्राष्ट्रीय समारोह है जो विज्ञान एवं तकनीकी को समर्पित है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने वर्ष 1999 में विश्व अंतरिक्ष सप्ताह मनाए जाने की घोषणा की थी। विश्व अंतरिक्ष सप्ताह प्रत्येक वर्ष 04 से 10 अक्तूबर तक मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 04 अक्तूबर को होती है। इसी दिन वर्ष 1957 में मानव द्वारा निर्मित पहले अर्थ सैटेलाइट स्पूतनिक-1 को लॉन्च किया गया था। विश्व अंतरिक्ष सप्ताह के प्रमुख लक्ष्य स्पेस आउटरीच और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष अवसर प्रदान करना, दुनिया भर के लोगों को अंतरिक्ष से मिलने वाले लाभ के प्रति जागरूक करना, सतत् आर्थिक विकास के लिये अंतरिक्ष के अधिक से अधिक उपयोग को प्रोत्साहित करना, अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिये आम लोगों का समर्थन जुटाना, युवा पीढ़ी को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना, अंतरिक्ष आउटरीच एवं शिक्षा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है। 

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